⚫⚫⚫
पारस पीपल के औषधीय गुण....
◼️चर्म रोगों में लाभकारी.....
दाद खाज ,खुजली होनें पर पारस पीपल के पके हुये फलों को जलाकर राख बना लें इस राख को नारियल तेल के साथ मिलाकर प्रभावित स्थान पर लगानें से दाद खाज और खुजली मिटती हैं।
ठंड के दिनों में चलनें वाली सूखी खुजली के लिये पारस पीपल के फलों का रस लगानें से खुजली मिट जाती हैं।
◼️पुरानें अतिसार में लाभ.....
पारस पीपल की छाल 100 ग्राम कूटकर आधा लीटर पानी में तब तक उबलना चाहिये जब तक की पानी आधा न रह जायें ।
इस क्वाथ को 10 - 10 ML सुबह शाम पिलानें से पुरानें अतिसार में आशातीत लाभ प्राप्त होता हैं ।
◼️संधिशोध में उपयोगी....
घुटनों कोहनी और शरीर के अन्य भागों की संधियों में सूजन और दर्द होनें पर पारस पीपल के पत्तों को गर्म कर प्रभावित स्थान पर बाँधने से दर्द और सूजन में राहत मिलती हैं ।
पारस पीपल का पौधा भी संधिवात में उपयोगी होता हैं, इसके लिए पारस पीपल के पौधा के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीना चाहिए।
◼️मूत्राशय की सूजन में आराम....
पारस पीपल की छाल का क्वाथ और इसके बीजों से बना तेल मूत्राशय की सूजन में देनें पर मूत्राशय की सूजन तुरंत उतर जाती हैं ।
◼️नशा छुडवानें में उपयोगी.....
किसी भी प्रकार का नशा छुडाना हो तो पारस पीपल की छाल और अर्जुन की छाल Arjun ki chal को समान मात्रा में पीसकर एक - एक चम्मच सुबह शाम पानी के साथ सेवन करनें से किसी भी प्रकार के नशे की लत छुट जाती हैं ।
◼️पेट दर्द में आराम....
पारस पीपल के पत्तों या इसकी छाल का क्वाथ बनाकर पीलानें से पेट दर्द में बहुत शीघ्र आराम मिलता हैं ।
◼️सिरदर्द में पारस पीपल के फायदे....
पारस पीपल के तनें को या ताजे फलों को पीसकर सिरदर्द में लेप करनें से सिरदर्द में अतिशीघ्र आराम मिलता हैं।
जय श्री कृष्णा, ब्लॉग में आपका स्वागत है यह ब्लॉग मैंने अपनी रूची के अनुसार बनाया है इसमें जो भी सामग्री दी जा रही है कहीं न कहीं से ली गई है। अगर किसी के कॉपी राइट का उल्लघन होता है तो मुझे क्षमा करें। मैं हर इंसान के लिए ज्ञान के प्रसार के बारे में सोच कर इस ब्लॉग को बनाए रख रहा हूँ। धन्यवाद, "साँवरिया " #organic #sanwariya #latest #india www.sanwariya.org/
यह ब्लॉग खोजें
रविवार, 28 अप्रैल 2024
पारस पीपल के औषधीय गुण - चर्म रोगों में लाभकारी..
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
function disabled
Old Post from Sanwariya
-
▼
2024
(347)
-
▼
अप्रैल
(63)
-
▼
अप्रैल 28
(19)
- जीरा, धनिया और सौंफ़ (CCF) - परम पाचक चाय
- मान्यता है कि काशी की मणिकर्णिका घाट पर भगवान शिव ...
- इसी साल जनवरी में कर्नाटक के मंगलुरू में स्वामी को...
- ‘अजीर्ण होने पर जल-पान औषध है। भोजन पच जाने पर अर...
- पारस पीपल के औषधीय गुण - चर्म रोगों में लाभकारी..
- नाक से खून आने से बचने का घरेलू इलाज
- पंचगव्य घृत घी रूप में एक आयुर्वेदिक महा औषधि है य...
- मोदी और नायडू का झगड़ा भी यही था कि नायडू देश की ट्...
- धरती पर एक ऐसा लोक जहां कलयुग की अभी तक नहीं हुई ए...
- मोदी के तेवर बदल गयें हैं और भाषण भी, क्या मोदी भट...
- ममता बनर्जी - मोदी जी.ऐक बात शे बाहुत तौकलीफ हुआ.आ...
- भगवान मोदी को सद्बुद्धि दें जो 75 साल की आयु में य...
- सामान्य तौर पर एकादशी के दिन चावल नहीं खाई जाती है...
- केरल के ईसाई तो "जाग गए", यानी कुछ समय पहले खुलकर ...
- मित्रों आपके इलाके में यदि कोई मुस्लिम आईएएस आईपीए...
- जब भगवान शंकराचार्य ने एक चांडाल को अपना गुरु बनाया
- स्टीकर जिहाद –असल जीवन में भाजपा से कोई लेना देना ...
- यह सबक है जो हिंदू लड़की कहती है मेरा अब्दुल ऐसा न...
- आयुर्वेद के अनुसार देसी गाय का "गौ मूत्र" एक संजीव...
-
▼
अप्रैल 28
(19)
-
▼
अप्रैल
(63)
- ► 2023 (420)
- ► 2022 (477)
- ► 2021 (536)
- ► 2020 (341)
- ► 2019 (179)
- ► 2018 (220)
- ► 2012 (671)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी करें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.