थाई और इटालियन नींबू की खेती, करेगी मालामाल
इटालियन और थाई दोनो, ही प्रजाति के नींबू लगभग एक जैसे होते हैं। इनमें बीज नहीं होते, यह एक साल बाद ही फसल देने लग जाते हैं। इनमें लगभग गुच्छे की तरह फल आते हैं, जो व्यापारिक दृष्टि से बेहद फायदेमंद साबित होता है। इसमें वर्ष भर फल लगते रहते हैं । थाई प्रजाति के नींबू का छिलका पतला होता है इसलिए यह कागजी नींबू जैसा ही लगता है।
नींबू के उत्पादन के लिए गर्म, हल्की नमी युक्त व तेज हवा रहित जलवायु सबसे उपयुक्त होती है| गर्मियों में अधिक तापमान व सिंचाई का अभाव जुलाई से अगस्त में आने वाली नींबू की फसल पर कुप्रभाव डाल सकते हैं|
नींबू की खेती विश्व में सबसे ज्यादा भारत में होती है। यह एक अच्छा और फायदेमंद व्यापार है। लेकिन, यह शुरू करने से पहले आप नींबू की खेती की जानकारी अच्छे से हासिल कर लें।
एक बार नींबू का पेड़ लगाने से यह करीबन 25 से 30 सालों तक फल दे सकता है। पूरी तरह से उगने पर एक पेड़ 30 फीट ऊंचाई तक जा सकता है।
जब आप नींबू के पेड़ लगाते हैं, तो ध्यान रहे कि दो पेड़ों के बीच पर्याप्त दूरी हो। यदि पेड़ पास-पास लगाये गए, तो उन्हें उगने में दिक्कत आ सकती है।
नींबू की खेती करनें से पहले आप यह ध्यान रखें कि आप खेती के लिए जरूरी मिट्टी, मौसम की जानकारी आदि हासिल कर लें।
यदि आप बड़े स्तर पर या व्यवसाय के लिए नींबू की खेती कर रहे हैं, तो यह ध्यान रहे कि आप खेती के लिए बड़ी जमीन चुनें। कम से कम 1 एकड़ जमीन इसके लिए आवंटित करें।
खेती के लिए यदि आप ज्यादा जमीन आवंटित करते हैं, तो नींबू के उगने में मदद मिलेगी।
इसके अलावा यह भी ध्यान रखें कि जो जमीन आप आवंटित कर रहे हैं, उसमें सूरज की किरणें पूरी तरह से आयें। यदि आप घर के भीतर भी नींबू का पेड़ लगाते हैं, तो उसे भी खुली जगह पर लगायें, जहाँ सूरज पहुँच सके।
नींबू के पेड़ उगाते समय यह ध्यान रहे कि उसके कम से कम 10 फीट दूर तक किसी प्रकार की दीवार या अन्य कोई ढांचा ना हो। अन्यथा पेड़ की जड़ अच्छे से फ़ैल नहीं सकेगी।
इसके अलावा मौसम बहुत जरूरी है। नींबू की खेती के लिए कम से कम 25 डिग्री का तापमान चाहिए। इससे कम तापमान में नींबू पूरी तरह से नहीं उग पायेंगे। यदि आप कम तापमान में नींबू के पेड़ लगाते हैं, तो पेड़ बहुत जल्द मुरझा जायेंगे और फल भी नहीं देंगें।
नींबू के पौधे की देखभाल
नींबू का पेड़ लगाने के बाद भी आपको पेड़ की देखभाल करनी होगी।
नींबू के पेड़ की देखभाल के लिए सबसे जरूरी है कि आप इसे तेज हवा और जल भराव से बचाएँ।
नींबू का पेड़ ऐसे जगह उगता है, जहाँ की मिट्टी ज्यादा उपजाऊ हो और जहाँ प्राकृतिक खाद मिल सके।
नींबू का पेड़ लगाते समय आप अपने हाथों की देखभाल भी करें। पेड़ लगाते समय हाथों में दस्तानें पहन लें वर्ना हाथों में खुजली आदि की समस्या हो सकती है।
आज के दौर में बाजार में नींबू की मांग बहुत है। ऐसा इस्सलिये है क्योंकि ज्यादा से ज्यादा लोग प्राकृतिक चीजों को महत्व दे रहे हैं। इस कारण से नीम्बू का इस्तेमाल खाने पीने की चीजों और सौन्दर्य की चीजों में हो रहा है।
बाजार में नींबू के भाव भी दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि नींबू की मांग ज्यादा है और सप्लाई कम है। बायोटेक से निर्मित इन किस्मों से लगभग तीन गुना पैदावार ली जा सकती है इसलिए यहा व्यापार के लिए बेहतर विकल्प है।
भारत से बड़ी मात्रा में नींबू दुसरे देशों में निर्यात भी किये जाते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत नींबू की खेती के हिसाब से अच्छा स्थान है।
यदि एक बार आप नींबू की खेती करते हैं, तो लम्बे समय के लिए आप इससे लाभ उठा सकते हैं।
इटालियन और थाई नींबू की खेती का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसके पेड़ 25 से 30 सालों तक चलते हैं।
पौधे दूसरे वर्ष लगभग 10 से 15 किलो
जबकि पांचवें वर्ष लगभग 100 किलो तक फल देने लगते हैं। गोबर की खाद और उचित देखभाल में पौधे अधिक उपज देते हैं।
पौधों की कीमत हमेशा ही पौधे की लंबाई पर निर्भर करती है।
2 से 3 फुट = 130 रू
4 से 5 फुट = 150 रू