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सोमवार, 8 अप्रैल 2024

भारत में बनने वाले सभी #एक्सप्रेसवे का अप्रैल 2024 अपडेट:

भारत में बनने वाले सभी #एक्सप्रेसवे का अप्रैल 2024 अपडेट:

1. दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे (NHAI) -

650 किमी - 4 लेन - निर्माणाधीन।

2. अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेसवे (NHAI) - 1256 किमी - 4/6 लेन - राजस्थान खंड पहले से ही खुला है, बाकी निर्माणाधीन है।

3. अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे (NHAI) - 109 किमी - 4 लेन - निर्माणाधीन।

4. अहमदाबाद-थराड एक्सप्रेसवे (NHAI) - 214 किमी - 6 लेन - भूमि अधिग्रहण जारी है।

5. गंगा एक्सप्रेसवे (मेरठ-प्रयागराज) (UPEIDA) - 594 किमी - 6 लेन - निर्माणाधीन।

6. गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे (UPEIDA) - 91 किमी - 4 लेन - निर्माणाधीन।

7. बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे (NHAI) - 261 किमी - 4 लेन - निर्माणाधीन।

8. चित्तूर-थैचूर एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 116 किमी - 6 लेन - निर्माणाधीन।

9. दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 210 किमी - 6 लेन - निर्माणाधीन।

10. रायपुर-विशाखापत्तनम एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 465 किमी - 6 लेन - निर्माणाधीन।

11. गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 519 किमी - 4 लेन - भूमि अधिग्रहण जारी।

12. खड़गपुर-मोरग्राम एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 230 किमी - 4 लेन - भूमि अधिग्रहण जारी, कुछ पैकेजों के लिए बोलियां आमंत्रित।

13. वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 610 किमी - 6 लेन - भूमि अधिग्रहण जारी, कुछ पैकेजों के लिए बोलियां आमंत्रित।

14. बरेली-गोरखपुर एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 500 किमी - 6 लेन - डीपीआर तैयार।

15. शामली-बरेली एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 220 किमी - 6 लेन - डीपीआर तैयार।

16. अंबाला-शामली एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 122 किमी - 6 लेन - निर्माणाधीन।

17. चंबल एक्सप्रेसवे/अटल प्रोग्रेसवे (कोटा-इटावा) (एनएचएआई) - 409 किमी - 4 लेन - भूमि अधिग्रहण जारी, कुछ पैकेजों के लिए बोलियां आमंत्रित की गईं।

18. आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 89 किमी - 6 लेन - भूमि अधिग्रहण जारी।

19. बक्सर स्पर के साथ बलिया लिंक एक्सप्रेसवे (यूपीईआईडीए) - 116 किमी (17 किमी बक्सर स्पर) - 6 लेन - निर्माणाधीन।

20. लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 63 किमी - 6 लेन - निर्माणाधीन।

21. दुर्ग-आरंग एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 92 किमी - 6 लेन - निर्माणाधीन।

22. द्वारका एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 29 किमी - 8 लेन - निर्माणाधीन।

23. जालना-नांदेड़ समृद्धि एक्सप्रेसवे कनेक्टर (एमएसआरडीसी) - 179 किमी - 6 लेन - निर्माण के लिए आरएफपी बोलियां आमंत्रित।

24. नागपुर-गोवा (पवनार-पत्रादेवी) शक्तिपीठ एक्सप्रेसवे (एमएसआरडीसी) - 802 किमी - 6 लेन - डीपीआर स्वीकृत। भूमि अधिग्रहण जल्द ही शुरू होगा।

25. बलावली-पत्रादेवी कोंकण एक्सप्रेसवे (एमएसआरडीसी) - 389 किमी - 6 लेन - इकोसेंसिटिव जोन से बचने के लिए डीपीआर में थोड़ा बदलाव किया गया है।

26. पुणे-चौधरी संभाजीनगर एक्सप्रेसवे (एमएसआईडीसी-एनएचएआई) - 260 किमी - 6 लेन - स्वीकृत।

27. पुणे-बैंगलोर एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 700 किमी - 6 लेन - भूमि अधिग्रहण का काम चल रहा है।

28. विरार-अलीबाग मल्टी मॉडल कॉरिडोर (एमएसआरडीसी) - 126 किमी - 14 लेन (8+6) - चरण 1 के निर्माण के लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं।

29. पुणे आउटर रिंग रोड (एमएसआरडीसी) - 173 किमी - 6/8 लेन - एमएसआरडीसी द्वारा 136 किमी सेक्शन के निर्माण के लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं। सीएंडजी बोलियां आमंत्रित की गई हैं।

30. नागपुर-भंडारा-गोंदिया एक्सप्रेसवे (एमएसआरडीसी) - 141 किमी + 25 किमी भंडारा स्पर - 4 लेन - आरएफपी बोलियां आमंत्रित की गई हैं।

31. नागपुर-चंद्रपुर एक्सप्रेसवे (एमएसआरडीसी) - 182 किमी + 12 किमी चंद्रपुर स्पर - 4 लेन - आरएफपी बोलियां आमंत्रित की गई हैं।

32. भंडारा-गढ़चिरौली एक्सप्रेसवे (एमएसआरडीसी) - 116 किमी - 4 लेन - आरएफपी बोलियां आमंत्रित।

30, 31 और 32 को सामूहिक रूप से पूर्वी महाराष्ट्र ईवे कहा जाता है।

33. पुणे-नासिक एक्सप्रेसवे (एमएसआरडीसी) - 180 किमी - 6 लेन - डीपीआर स्वीकृत।

34. सूरत-चेन्नई आर्थिक गलियारा (एनएचएआई) - 1270 किमी - 6 लेन - भूमि अधिग्रहण चल रहा है। कुछ खंडों में निर्माण कार्य चल रहा है।

35. समृद्धि एक्सप्रेसवे चरण 4 (इगतपुरी से मुंबई) (एमएसआरडीसी) - 76 किमी - 6 लेन - निर्माणाधीन: • अमाने तक (अंतिम बिंदु) - अगस्त 2024

36. नासिक-जलगांव-नागपुर उत्तर महाराष्ट्र एक्सप्रेसवे (एमएसआरडीसी) - 645 किमी - 6 लेन - प्रस्तावित

37. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 1350 किमी - 8 लेन - निर्माणाधीन।

38. नागपुर-विजयवाड़ा एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 405 किमी - 4 लेन - भूमि अधिग्रहण का काम चल रहा है। कुछ खंडों में निर्माण कार्य चल रहा है।

39. जलगांव-नंदुरबार एक्सप्रेसवे (एमएसआरडीसी) - 150 किमी - 6 लेन - प्रस्तावित

40. बैंगलोर-विजयवाड़ा एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 518 किमी - 4/6 लेन - सिविल निर्माण अनुबंध प्रदान किए गए, निर्माणाधीन।

41. कानपुर रिंग रोड (एनएचएआई) - 93 किमी - 6 लेन - बोली प्रक्रिया जारी

42. लखनऊ रिंग रोड (एनएचएआई) - 104 किमी - 4 लेन - निर्माणाधीन।

43. अमास-दरभंगा एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 230 किमी - 6 लेन - बोली प्रक्रिया जारी।

44. मैसूर-कुशलनगर एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 92 किमी - 4 लेन - कुछ पैकेजों के लिए बोलियाँ आमंत्रित की गई हैं।

45. बुंदेलखंड लिंक एक्सप्रेसवे (यूपीईआईडीए) -
• झांसी लिंक - 100 किमी
• चित्रकूट धाम लिंक - 14 किमी
- डीपीआर चरण

46. नोएडा-कानपुर एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 380 किमी - 6 लेन - डीपीआर तैयार। भूमि अधिग्रहण जल्द ही शुरू होगा।

47. लुधियाना-रूपनगर एक्सप्रेसवे विद खरड़ स्पर (एनएचएआई) - 116 किमी - 4/6 लेन - निर्माणाधीन।

48. कल्याण-लातूर एक्सप्रेसवे (एमएसआरडीसी) - 445 किमी - 6 लेन - प्रस्तावित

49. समृद्धि एक्सप्रेसवे (एमएसआरडीसी) से शेगांव कनेक्टर - 109 किमी - 4 लेन - स्वीकृत।

50. चेन्नई पेरिफेरल रिंग रोड (टीएनआरडीसी) - 133 किमी - 6 लेन - निर्माणाधीन।

51. रक्सौल-हल्दिया एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 695 किमी - 6 लेन - डीपीआर चरण

52. ट्रांस हरियाणा एक्सप्रेसवे - दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे लिंक एक्सप्रेसवे (एनएचएआई) - 86.5 किमी - 6 लेन - स्वीकृत।

#इंफ्रास्ट्रक्चर #सड़क_निर्माण

आजकल एक नया खेल खेल हो रहा है...**जनता में यह धारणा फैला रही है कि मोदी की जीत सुनिश्चित है...*और उसके ....*इस झांसे में बहुत से लोग आने भी लगे है...*

*लोकसभा चुनाव अब निकट है*
*आजकल एक नया खेल खेल हो रहा है...*
*जनता में यह धारणा फैला रही है कि मोदी की जीत सुनिश्चित है...*
और उसके ....
*इस झांसे में बहुत से लोग आने भी लगे है...*
यह कितना बड़ा खतरा हो सकता है इसे एक सामान्य बुद्धिवाला मनुष्य नहीं समझ सकता...
*यह बीजेपी के मतदाताओं को निश्चिंत कर वोट डालने से विरक्त करने की चाल है...*
क्योंकि ...
*विपक्षी दलों के परंपरागत वोट तो शतप्रतिशत डलते आए है और इस बार भी डलेंगे...*
लेकिन 
*बीजेपी का प्रमुख मतदाता बहुत जल्दी इन षड्यंत्रों के झांसे में आकर मतदान के महत्वपूर्ण दिनों को एक सामान्य घुमने का दिन मानकर सपरिवार छुट्टी मनाने बाहर निकल पड़ता है...*
यह चलन शहरों से अब गांवों तक पहुंचने लगा है...
जबकि 
*बीजेपी का मुख्य मतदाता या कहें कि उसकी ताकत शहरी मतदाता ही है...*
अब आप अनुमान लगाइये की "मोदी जी की जीत पक्की है।" इस अफीम के नशे में एक बूथ के 5 परिवार भी मतदान के दिन बाहर कहीं निकल जाते है तो मिनिमम 15 से 20 वोट का नुकसान हो जाता है।
*अब यदि किसी शहर या महानगर में 50 बूथों पर यह अफीम काम कर गई तो गए ना आपके 1000 वोट?*
आज जब मोदी जी एक एक सीट के लिए इतना प्रयास कर रहे है।
अपने बूढ़े शरीर को एक बड़े उद्देश्य की प्राप्ति के लिए खपा रहे है तो क्या एक साथ एक शहर के हजारों वोट का नुकसान क्या हमारी मूर्खता का उदाहरण नही होगा ?
*अटल जी के समय कांग्रेस यह खेल सफलता पूर्वक खेल चुकी है।*
*उभरता भारत (इंडिया साईनिंग) के नाम से और अटल जी मात्र कुछ प्रतिशत की कमी से पुनः सत्ता में आने से चूक गए थे...*
और हम सब उसका घातक परिणाम भी भुगत चुके है।
*2004 से 2014 के UPA शासन के समय देश गुलामी के लगभग लगभग निकट पहुंच ही चुका था।*
वह तो भला हो कि सोनिया का वॉइलेंस बिल संसद से पास नही हो पाया वरना देश से सनातन भी खत्म होना तय ही था।
*प्रत्येक मोदी समर्थक को यह चुनाव*
 Do OR DIE
*"करो या मरो"* 
*के जैसे लड़ना है...*
यह चुनाव प्रत्याशी या पार्टी नही लड़ रही है।
यह चुनाव मोदी जी लड़ रहे है और 
*हमे भी इस लड़ाई में भले ही गिलहरी की तरह का योगदान देना हो पर देना ही है।*
*इस बार न तो हमे और न ही अपने आसपास हमारे परिचितों सम्बन्धियों को इस बात से निश्चिंत होकर बैठना या बैठने देना है कि मोदी जी की जीत पक्की है।*
*आप तो यह मानकर भीड़ जाईये की यदि अबकी बार 400 पार से एक सीट भी कम आई तो इसमें हम मोदी की हार होगी।*
*इसलिए इस चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान करना और करवाना आपका ध्येय होना चाहिए।*
*विपक्ष की अफीम उन्ही को बधाई हो।*
*🙏🏻🚩यदि मेरी बात में आपको कुछ दम दिखाई देता हो तो इस निवेदन को आगे और आगे पहुंचाईए।*
*🙏🏻🚩हर हर मोदी घर घर मोदी*

पुरानी तीन घटनाएं याद दिला दूँ। लेखक यहां पहले ही स्पष्ट कर देना चाहता है कि जो घटनाएं जैसी हुईं, सिर्फ वैसी ही लिखी जा रही हैं।

 👉👉👉पुरानी तीन घटनाएं याद दिला दूँ। लेखक यहां पहले ही स्पष्ट कर देना चाहता है कि जो घटनाएं जैसी हुईं, सिर्फ वैसी ही लिखी जा रही हैं।





👉👉1. ज्ञानी जैल सिंह, पूर्व राष्ट्रपति थे।  उन्हें z security प्राप्त थी। उन्होंने दिल्ली में घोषणा की - "कल मैं चंडीगढ़ पहुंचने के ......बाद बोफोर्स के सारे राज खोलने वाला हूँ।" ......तो साहब हुआ ये कि .....दिल्ली-चंडीगढ़ मार्ग पर सामने से एक ट्रक...... दनदनाता हुआ .....आया और जैलसिंह की कार को कुचल दिया। वे वहीं मृत्यु को प्राप्त हुए। कोई जांच नहीं हुई।

👉👉2. राजेश पायलट ने कांग्रेस नेत्री की सलाह नहीं मानी। उन्होंने घोषणा की - "कल ......मैं कांग्रेस अध्यक्ष पद हेतु नामांकन भरूँगा।" बस फिर क्या था, ......सामने से एक बस आई और ......उनकी कार को कुचल दिया। ......वो वहीं मृत्यु को प्राप्त हुए। कोई जांच नहीं हुई।

👉👉इन दोनों घटनाओं में modus of operandi एक समान थी। तीसरी घटना में modus of operandi अलग थी।

👉👉3. श्रीमन्त माधवराव शिन्दे (सिंधिया)  उस लोकसभा चुनाव के ....पूर्व कांग्रेस के सबसे लोकप्रिय व .....कर्मठ नेता थे। वे लोकसभा के लिए लगातार नवीं बार चुने गए थे व ......लोकसभा में विपक्ष के नेता भी थे।...... कांग्रेस नेत्री ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को कहा - ......."मैं प्रचार करने आ रही हूँ !" प्रदेश अध्यक्ष निर्भीक था। उसने कहा - ......"आप मत आइए। .....माधवराव जी को भेज दीजिए। वे ही वोट दिलवा सकते हैं।"  बस फिर क्या था। .....माधवराव जी को बोला गया कि आप अपने....... व्यक्तिगत विमान से नहीं बल्कि इस ........विमान से जाएंगे। एक .......चश्मदीद किसान ने बयान दिया -........ "विमान में पहले बम विस्फोट हुआ, फिर आग लगी।"....... विमान में सवार .......आठों लोग मारे गए लेकिन .......कोई जांच नहीं हुई। अल्प ......काल के बाद कांग्रेस प्रदेश ...अध्यक्ष भी मृत पाए गए। (डॉ. ईश्वर चन्द्र करकरे की कलम से साभार)

👉👉इसी तरह से 1965 की लड़ाई के विजेता पीएम... श्री लाल बहादुर शास्त्री जी........Dr. होमी जहांगीर भाभा.....के साथ 2500 ...से ज्यादा  इसरो और डीआरडीओ के साइंटिस्ट और टॉप इंजीनियर बहुत ही संदेहपूर्ण स्थिति में मारे गए .....जिनकी कोई जांच तक भी नही की गई......जिसमे 2014 में बीजेपी के आने के  बाद स्तिथि पर पर काबू पाया गया...
👉👉सोनिया गांधी ने देश के लिए क्या-क्या काम किया है? 🤨

👉👉■राजीव गांधी अपने पूरे जीवन काल मे कुल 181 रेलिया की थीं। जिसमें......👉👉 180 में सोनिया गांधी भी उसके साथ थी, बस उस...... दिन साथ नहीं थी,....... जिस दिन राजीव गांधी के जीवन की...... अंतिम रैली हुई।

👉👉■राजीव गांधी की हत्या के समय 14 लोगों की ...भी मौत हुई थी। मगर मजे की बात इन मरने वाले 14 लोगों में एक भी ......कोंग्रेसी नेता नहीं था, जो भी .....मरे आम लोग थे। क्या ये सम्भव है कि देश के ......प्रधानमंत्री की रैली में उनके साथ एक भी बड़ा ......कोंग्रेसी नेता नहीं हो?

👉👉■राजीव गांधी के साथ कोई बड़ा या छोटा कांग्रेसी नेता नहीं मरा, ना सोनिया गांधी जो हर सभा में राजीव गांधी जी के साथ रहतीं थीं। उस दिन होटल में सरदर्द के कारण रुक गईं थी, ये........ आफिशियल स्टेटमेंट हैं।
👉👉👉तो क्या सबको मालूम था, कि क्या होने वाला है और इस तरह पूरी कांग्रेस विदेशियों द्वारा हाइजैक कर ली गई।

👉■बाद में खुद प्रियंका गांधी ने अपने बाप के कातिल को कोर्ट में माफ करने की अपील कर दी थी।

👉👉■जब से इटली की सोनिया मानियो इस परिवार की बहू बनकर आई हैं जब से अब तक इस गांधी परिवार में एक भी मृत्यु को प्राकृतिक मृत्यु का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ है, सब अप्राकृतिक मौत मरे हैं।

👉👉■इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी के ससुर कर्नल आनंद अपने ही फार्म हाउस से थोड़ी दूरी पर गोली लगने से मरे पाये गये थे ।

👉■संजय गांधी हवाई जहाज गिर जाने से मारे गये । इंदिरा गांधी अपने ही अंगरक्षकों के द्धारा गोली मारे जाने से मारी जाती है ।

👉■राजीव गांधी को बम से उड़ा दिया जाता है ।

👉👉■प्रियंका गांधी के ससुर राजेन्द्र वाड्रा दिल्ली के एक गेस्ट हाउस मे मरे पाये जाते है। प्रियंका गांधी की ननद जयपुर दिल्ली हाइवे में कार दुर्घटना में मारी जाती है। प्रियंका गांधी का देवर मुरादाबाद के एक होटल में मरा पाया जाता है।

👉👉■राजीव गांधी के सबसे खास दो दोस्त माधवराव सिंधिया, राजेश पायलट यह तीनों उस बीयर बार में एक साथ जाया करते थे जिस बीयर बार में सोनिया शादी के पहले बार डांसर थी।

👉■राजेश पायलट एक सड़क दुर्घटना में मारा जाता है और माधवराव सिंधिया जहाज दुर्घटना में मारा जाता है।

👉👉■ हम खुद देख सकते हैं, केरल में नम्बी नारायण को जेल, गोधरा व मालेगांव कांड में हिन्दुओं को फंसाना व पाकिस्तान आतंकवादियों को छोड़़ना...., हिन्दू आंतकवाद शब्द का जन्म,.... करोड़ों व अरबों के घोटाले, ....देश को कमज़ोर करना, ....देश में गोला बारूद का इमरजेंसी स्टॉक 40 से 7 दिन करना,.... 👉👉सेना को ...गोला बारूद ना देना, 👉👉बुलेट प्रूफ जैकेट्स न देना, 👉👉लड़ाकू विमान न खरीदना, 👉👉कश्मीर से हिन्दू पंडितों से निकालना, .....26/ 11 के लिए .....पाकिस्तान पर एक्शन के लिए मना करना, .....चीन के अम्बेसडर से मिलना व बाद में इनकार करना, .....सबूत देने पर सफाई देना, डिफॉल्टर्स को बैंक्स के मना करने के .....बावजूद अरबों रुपए के लोन देने,........ अब लंदन कोर्ट की मोहर से जग जाहिर।

तथा सबसे मजे की बात देखिए संसद पर हमले के दिन सोनिया-राहुल गांधी संसद हीं नहीं गए थे।

कम से कम पांच ग्रुप मैं जरूर भेजे
कुछ लोग नही भेजेंगे
लेकिन मुझे यकीन है आप जरूर भेजेंगे 🇮🇳🙏🚩

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