जय श्री कृष्णा, ब्लॉग में आपका स्वागत है यह ब्लॉग मैंने अपनी रूची के अनुसार बनाया है इसमें जो भी सामग्री दी जा रही है कहीं न कहीं से ली गई है। अगर किसी के कॉपी राइट का उल्लघन होता है तो मुझे क्षमा करें। मैं हर इंसान के लिए ज्ञान के प्रसार के बारे में सोच कर इस ब्लॉग को बनाए रख रहा हूँ। धन्यवाद, "साँवरिया " #organic #sanwariya #latest #india www.sanwariya.org/
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कैलाश चन्द्र लढा
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कैलाश चन्द्र लढा
फूलन देवी के कंधे पर बंदूक रख कर हिन्दु को तोड़नें वाले बौद्धिक डकैतो का नंगा सच !
फूलन देवी के कंधे पर बंदूक रख कर हिन्दु को तोड़नें वाले बौद्धिक डकैतो का नंगा सच !
राई का पहाड़ ~
♦️आप फूलन देवी पर कुछ तथ्य जानिए और आप चाहे तो जालौन जिले में फूलन देवी के गांव जाकर इन तथ्यों को पता कर सकते हैं कि फूलन देवी पर जुल्म किसने किए है
इसके सगे चाचा ने इसकी जमीन पर कब्जा कर लिया था..10 साल की उम्र में इसने अपनी मां से पूछा की मां हमारे चाचा के पास हमसे ज्यादा जमीन क्यों है तब इसकी मां ने बताया कि उन्होंने हमारी जमीन पर जबरदस्ती हथिया ली है क्योंकि उनके लड़के हमसे ताकतवर हैं
तब ये 9 साल की उम्र में अपने चाचा का सर फोड़ दी थी क्योंकि यह एक बच्ची थी इसलिए कोई पुलिस केस नहीं हुआ था।
♦️10 साल की उम्र में फूलन देवी के बाप ने इसे एक 45 साल के बूढ़े को ₹3000 में बेच दिया था इसका बूढ़ा पति भी इसी के जाति का था और इसके ऊपर बहुत अत्याचार करता था।
♦️एक दिन फूलन देवी पति के अत्याचार से तंग आकर अपने मायके आ गई.. कुछ दिन के बाद इसके भाइयों ने इसे जबरदस्ती इसके पति के घर भेज दिया वहां जाकर पता चला कि उसके पति ने कोई और महिला से शादी कर ली है फिर इसके पति और इसके पति की दूसरी पत्नी ने इसे घर से भगा दिया फिर यह वापस अपने गांव आ गई,,
♦️पर मायके में सगे भाइयों से इसका बहुत झगड़ा हुआ तब उसके सगे भाइयों ने इसके विरुद्ध पुलिस में रिपोर्ट करवा दी, जिससे यह थाने में बंद हो गई तब गांव के ठाकुरों ने ही यह सोचकर इसका जमानत करवाई कि गांव की लड़की जेल में बंद हो तो यह गांव के लिए शर्मनाक बात है।
♦️एक दिन इसकी गांव में विक्रम मल्लाह नामक एक डकैत में धावा बोला और उसने फूलन देवी के साथ बलात्कार किया और विक्रम मल्लाह 4 दिन तक गांव में रुका छुपा रहा और जाते हुए वह फूलन देवी को भी अपने साथ बीहड़ में लेकर चला गया।
♦️विक्रम मल्लाह डकैतों की गैंग का सरदार नहीं था बल्कि सरदार बाबू गुर्जर था। एक दिन बाबू गुर्जर ने फूलन देवी का बलात्कार किया जिससे गुस्से में विक्रम मल्लाह ने बाबू गुर्जर की हत्या कर दी और पूरी गैंग की कमान अपने हाथ में ले लिया फूलन देवी विक्रम मल्लाह की रखैल बन गई उसके बाद फूलन देवी विक्रम मल्लाह के साथ अपने पति के गांव गई और अपने पति को और अपने पति के दूसरी पत्नी को मरणासन्न हालत तक पीटा और बीच-बचाव करने आए दो लोगों को गोली मार दी।
डकैतों के एक दूसरे गैंग का मुखिया दादा ठाकुर जो मीणा/मैना था वह बाबू गुर्जर की हत्या से विक्रम मल्लाह से नाराज था ,,ने विक्रम मल्लाह की हत्या कर दी।
विक्रम मल्लाह की हत्या से नाराज होकर फूलन देवी ने मीणा जाति के गैंग के सदस्य ठाकुर लालाराम मीणा को मार दिया।
इससे दादा ठाकुर ने एक गांव में घुसकर मल्लाह जाति के 25 लोगों को मार दिया।
♦️फूलन देवी को शक था गांव के छत्रिय यानी ठाकुर समाज के लोग दादा ठाकुर मीणा के प्रति सहानुभूति रखते हैं और उसे संरक्षण देते हैं तब उसने बेहमई गांव में एक बारात को गोलियों से भून डाला जिसमे पुरुष,महिला और बच्चे भी सम्मिलित थे और एक 6 महीने की बच्ची को उठाकर आसमान में फेंक दिया जिससे वह बच्ची जमीन पर गिरी और उसकी गर्दन की हड्डी और रीढ़ की हड्डी टूट गई वह बच्ची आज भी जिंदा है लेकिन न चल सकती है ना बैठ सकती है वह बच्ची आज एक जिंदा लाश बन कर एक युवती बन चुकी है।
यह सारे फैक्ट है:👇
📍लेकिन मीडिया ने फूलन देवी को यह कहकर हीरोइन बना दिया कि उच्च जातियों के अत्याचारों से तंग आकर फूलन देवी ने बदला लिया !
अब आप स्वयं विचार करिए कि फूलन देवी पर अत्याचार करने वाले कौन लोग थे❓
क्या फूलन देवी का पिता दोषी नहीं है जिसने फूलन देवी को 45 साल के बूढ़े को बेच दिया❓
क्या फूलन देवी का चाचा दोषी नहीं है जिसने फूलन देवी के जमीन पर कब्जा किया❓
क्या फूलन देवी के सगे भाई दोषी नहीं है जो उसे बार-बार उसके अत्याचारी पति के पास छोड़ आते थे❓
क्या फूलन देवी का पति दोषी नहीं है जो उसके ऊपर अत्याचार करता था❓
क्या विक्रम मल्लाह दोषी नहीं है जिसने देवी का बलात्कार किया और उसे उठाकर बीहड़ लेकर चला गया और उसे अपराध की दुनिया में ढकेल दिया❓
फूलन देवी ने जिन 22 ठाकुरो की हत्या बेहमई गाव मे की थी उनमे से किसी का भी कभी फूलन से कोई लेना देना नही था। वे सभी एक शादी मे उस गाव मे आये थे। सिर्फ ठाकुर जाति का होने की वजह से मरे।❓
हां पर ,,गाँव के ठाकुर ही दोषी होंगे जिन्होंने फूलन को गाँव की लड़की होने के नाते ज़मानत करवा कर पुलिस कैद से मुक्त करवा ली⁉️
लेकिन दुःख है कि लोगों को यही बताया जाता है दोषी तो उच्च वर्ग के लोग हैं।
#भगवाएहिन्द 🚩🚩
लगभग 60 साल तक भारत पर राज करने वाली कांग्रेस से ये 58 सवाल पूछे जाएं :
लगभग 60 साल तक भारत पर राज करने वाली कांग्रेस से ये 58 सवाल पूछे जाएं :
1- कितने करोड़ युवाओं को रोजगार दिया?
2- गंगा मैया इतनी गन्दी क्यों हुई?
3- बुलेट ट्रेन की परिकल्पना क्यों नहीं कर पाए?
4- विदेशों से तकनीकी भीख मांगने की जगह मेक इन इंडिया पर ध्यान क्यों नहीं दे पाए?
5- कितने दागी नेता जेल गए?
6- धारा 370 क्यों लगाई?
7- कश्मीरी पंडितों को घर से बेघर क्यों करवाया ?
8- डीजल पेट्रोल इतना महँगा क्यों हुआ?
9- मंहगाई इतनी क्यों बढ़ी?
10- लाहौर और कराची पर कब्जा क्यों नहीं कर पाए?
11- सेना को कार्यवाही की छूट क्यों नहीं दी?
12- चीन को तिब्ब्त और अरुणाचल के कुछ भागों पर कब्ज़ा क्यों करने दिया?
13- देश ईमानदार देशों की श्रेणी में आखरी नंबर पर क्यों आ गया?
14- स्टार्ट-अप जैसे आईडिया क्यों नहीं लागू कर पाए ?
15- जवानों के खाने पर क्यों नहीं ध्यान दिया?
16- बिहार में सदैव जंगल राज बना रहा और केंद्र से मिले पैसों की कितनी लूट-पाट की?
17- अलगाववादी नेताओं को इतनी सुविधाएं क्यों दी?
18- ओवैसी और वाड्रा जैसे देशद्रोही और भू-माफियाओं को जेल क्यों नहीं भेजा?
19- मोदी जी की तरह विदेशों में भारत की साख क्यों नहीं बढ़ाई ?
20- राम मन्दिर का निर्माण क्यों नहीं होने दिया?
21- गुलाबी क्रांति गौ हत्या को क्यों पनपने दिया ?
22- डॉलर का मूल्य रूपये के मुकाबले इतना क्यों बढ़ा?
23- देश में स्मार्ट सिटी का निर्माण क्यों नहीं किया?
24- सांसद निधि से कितने पिछड़े गांवों का विकास किया? कितने गाँव खुशहाल हुए?
25- महिलाओं पर अत्याचार क्यों बढ़ा?
26- बीफ एक्सपोर्ट में भारत को एक नम्बर क्यों बना दिया?
27- देश को लूट कर विदेशों में कितना काला धन जमा किया?
28- कितने गरीब लोगों की भूख से न मरने देने की व्यवस्था की?
29- आतंकवाद और नक्सलवाद को क्यों बढ़ावा दिया?
30- देश में घूसखोरी की प्रथा क्यों चालू की ?
31- देश में कितनी खुशहाली आई ?
32- देश में नदियों और शहरों में स्वच्छता अभियान क्यों नहीं चलाया ?
33.नागरिकों पर टैक्स का इतना बोझ क्यों बढ़ाया?
34. इंस्पेक्टर राज को बढ़ावा क्यों दिया?
35. बैंक का अरबों डकारने वाले कितने पूंजीखोरों को जेल भेजा?
36. पार्टी के नाम पर काली कमाई वाले कितने नेता जेल गए?
37.गरीबों के लिए अच्छी शिक्षा व कम फ़ीस के कितने स्कूल, कॉलेज, अस्पताल खुले?
38. हिंदी का उपयोग कितना बढ़ा?
39. सिंचाई की सुविधा कितनी बढ़ी?
40. किसानों की आत्महत्या इतनी क्यों बढ़ी?
41. परमाणु बम परीक्षण में डरते क्यों रहे?
42. 70 साल के शासन के बाद भी सबको आवास क्यों नहीं दे पाए?
43. अदालतों में केसों के ढेर क्यों लग गए, शीघ्र निस्तारण के लिए क्या किया?
44. भारत विश्वगुरू क्यों नहीं बन पाया?
45. कॉमन सिविल कोड क्यों नहीं लागू कर पाए?
46. बलूचिस्तान को खुला समर्थन दे कर भारत में क्यों नहीं मिला पाए?
47. नेपाल से रिश्ते ख़राब क्यों किये?
48. देश की इकॉनोमी सब्सिडी और विदेशी कर्ज़ पर क्यों आधारित कर दी ?
49. हिन्दू तिथि से नववर्ष को सरकारी मान्यता क्यों नहीं दी?
50. रामसेतु को ऐतिहासिक स्थल क्यों नहीं बनाया?
51. संसद, विधानसभा में महिलाओं को 33 फीसदी आरक्षण क्यों नहीं दिया?
52. लोकपाल क्यों नहीं नियुक्त किये ?
53. कितनी नदियों को जोड़ा गया?
54. एक परिवार के सिवाय देशवासिओं का सर्वांगीण विकास क्यों नहीं हुआ?
55. दाऊद को क्यों भारत से भागने दिया व उसे क्यों नहीं पकड़ पाए?
56.देश में तुष्टिकरण को क्यों बढ़ावा दिया?
57.मुस्लिम महिलाओं के लिए ट्रिपल तलाक के खिलाफ कानून क्यों नहीं बनाया?
58.पाकिस्तान के आगे हमेशा घुटने क्यों टेके, सैनिकों के सर कटने के बाद भी चुप क्यों रहे???
साभार...
20 मार्च विश्व गौरैया दिवस (World Sparrow Day ) है
20 मार्च विश्व गौरैया दिवस (World Sparrow Day ) है
कैसे बुलायें इन्हें वापस—यह तो तय है कि अगर इसी रफ़्तार से इस घरेलू चिड़िया की संख्या में कमी आती रहेगी तो वह दिन दूर नहीं जब इसे भी हमें विलुप्तप्राय प्रजाति की श्रेणी में रखना पड़ेगा
🔘-अपने घर के आस-पास घने छायादार पेड़ लगायें। ताकि गौरैया या अन्य पक्षी उस पर अपना घोसला बना सकें।
🔘-सम्भव हो तो घर के आंगन या बरामदों में मिट्टी का कोई बर्तन रखकर उसमें रोज साफ पानी डालें। जिससे यह घरेलू पक्षी अपनी प्यास बुझा सके। वहीं पर थोड़ा अनाज के दानें बिखेर दें। जिससे इसे कुछ आहार भी मिलेगा। और यह आपके यहां रोज आयेगी।
🔘-बरामदे या किसी पेड़ पर किसी पतली छड़ी या तार से आप इसके बैठने का अड्डा भी बना सकते हैं।
🔘-यदि आपके घर में बहुत खुली जगह नहीं है तो आप गमलों में कुछ घने पौधे लगा सकते हैं जिन पर बैठ कर चिलचिलाती धूप या बारिश से इसे कुछ राहत मिलेगी। गमलों में लगे कुछ फ़ूलों के पौधे भी इसे आकर्षित करते हैं क्योंकि इन पर बैठने वाले कीट पतंगों से भी यह अपना पेट भरती है।
🔘-खुद भी घोसला बना सकते हैं या बाज़ार से बने घोसले भी लगा सकते हैं ।
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20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस मनाने के पीछे दरअसल सोच ही यही थी कि न केवल प्यारी गौरैया बल्कि चिड़ियों तथा जीवों की अन्य विलुप्त हो रही प्रजातियों की तरफ़ लोगों का ध्यान आकर्षित किया जा सके।
भौमवती अमावस्या आज भूतड़ी अमावस्या
भौमवती अमावस्या आज
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प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की अंतिम तिथि अमावस्या कहलाती है। पूरे वर्ष में 12 अमावस्या पड़ती हैं और सभी अमावस्या का अपना अलग महत्व है। चैत्र अमावस्या हिंदू वर्ष का अंतिम दिन होता है। चैत्र अमावस्या को हमारे धर्म में बहुत ही शुभ दिन माना जाता है। यह अमावस्या मार्च-अप्रैल के महीने में आती है। हालांकि, इस दिन का हमारी भारतीय संस्कृति में बहुत महत्व है। इस दिन धार्मिक और आध्यात्मिक गतिविधियां की जाती हैं, जैसे स्नान, दान और सामग्री का दान। चैत्र अमावस्या को पितृ तर्पण जैसे अनुष्ठानों के लिए भी जाना जाता है। लोग कौवे, गाय, कुत्ते और यहां तक कि गरीब लोगों को भी भोजन कराते हैं। गरुड़ पुराण के अनुसार अमावस्या को पूर्वज अपने वंशजों के यहां जाते हैं और उन्हें भोजन कराते हैं। चैत्र अमावस्या व्रत हिंदू धर्म में सबसे लोकप्रिय उपवासों में से एक है। अमावस्या व्रत या उपवास सुबह शुरू होता है और प्रतिपदा को चंद्रमा के दर्शन होने तक चलता है। इसे भूतड़ी अमावस्या भी कहते हैं। इस तिथि का महत्व बहुत अधिक माना गया है।
भूतड़ी अमावस्या की तिथि
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चैत्र मास की अमावस्या तिथि आरंभ: 20 मार्च, रात्रि 01:47 से
चैत्र मास की अमावस्या तिथि समाप्त: 21 मार्च रात्रि 10:53 पर।
उदयातिथि के अनुसार चैत्र अमावस्या 21 मार्च को मानी जाएगी।
अमावस्या पर बन रहे हैं शुभ योग
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चैत्र अमावस्या को भूतड़ी अमावस्या भी कहते हैं। और इस बार मंगलवार को पड़ने के कारण यह भौमवती अमावस्या भी कहलाएगी। इस दिन शुभ, शुक्ल और सिद्धि नाम के 3 शुभ योग का भी निर्माण हो रहा है जो इस तिथि का महत्व और भी बढ़ा रहे हैं।
चैत्र अमावस्या क्यों कहलाती है भूतड़ी अमावस्या?
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आप सबके मन में सवाल होगा कि अमवाया तो हर महीने आती है लेकिन सिर्फ चैत्र की अमावस्या को ही भूतड़ी अमावस्या क्यों कहा जाता है। आइए आपको इसके पीछे का कारण बताते हैं। दरअसल, भूत का अर्थ है नकारात्मक शक्तियां, कुछ अतृप्त आत्माएं अपनी अधूरी इच्छाएं पूरी करने के लिए जीवित लोगों पर अधिकार करने का प्रयास करती हैं और उग्र रूप धारण कर लेती हैं। इसी उग्रता को शांत करने के लिए नकरात्मक ऊर्जा से प्रभावित लोगों को शांत करने के लिए भूतड़ी अमावस्या पर पवित्र नदी में स्नान करवाया जाता है।
क्या है इस तिथि का महत्व?
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कोई भी अमावस्या हो, इस दिन पितरों का श्राद्धकर्म करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है। चैत्र अमावस्या में भी पितरों की आत्मा की शांति के लिए विशेष उपाय करने चाहिए। ऐसा माना जाता है कि चैत्र अमावस्या पर भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन से दर्द, संकट और नकारात्मकता को खत्म करने में मदद मिलती है। पुराणों में उल्लेख किया गया है कि इस शुभ दिन पर गंगा नदी में स्नान करने से आपके पापों और बुरे कर्मों का नाश होता है।अमावस्या तिथि पर भक्त अपने पूर्वजों के लिए श्राद्ध आदि भी करते हैं, ऐसा करने से पितृ दोष खत्म होता है।
भूतड़ी अमावस्या पर करें ये उपाय
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भूतड़ी अमावस्या पर छोटे-छोटे उपाय करने से पितरों की कृपा हम पर बनी रहती है।
घर में पितरों की आत्मा की शांति के लिए धूप-ध्यान करें।
गाय को हरा चारा खिलाएं।
कुत्ते और कौए को रोटी खिलाएं।
संभव हो तो जरूरतमंदों को अनाज, कपड़े आदि का दान करें।
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