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मंगलवार, 9 जुलाई 2013

नीम:- बहुउद्देशीय सफेद बाल, मधुमेह और कई रोग के इलाज के लिए ट्री:-

नीम:-
बहुउद्देशीय सफेद बाल, मधुमेह और कई रोग के इलाज के लिए ट्री:-


नीम सर्वौषधि पेड़ जो करे सफेद बाल काले और डायबिटीज से लेकर एड्स, कैंसर और भी कई तरह की बीमारियों का इलाज ..
सफेद बाल करे काले: सफेद बाल काले करने के लिए नीम के तेल की कुछ बूंदें नासिका छिद्रों में टपकाने से सफेद बाल काले हो जाते हैं. सिर की रूसी समाप्त करने के लिए नीम के पत्तों का काढ़ा बनाकर सिर धोना चाहिए.
चर्म रोग वा सफेद दाग: शरीर पर सफेद दाग होने पर नीम के फूल, फल तथा पत्तियों को मिलाकर बारीक पीस लें. इसे पानी में मिलाकर पीने से लाभ पहुंचता है. नीम के तेल से मालिश करने से विभिन्न प्रकार के चर्म रोग ठीक हो जाते हैं. नीम की पत्तियों को उबालकर और पानी ठंडा करके नहाया जाए तो उससे भी बहुत फायदा होता है. घाव नीम के पत्तों को पीसकर थोड़ा शहद मिलाकर घाव पर इसका लेप करने से लाभ होता है.
दाद: दाद वाली जगहों पर लगाएं, कुछ ही दिनों में दाद का काम तमाम हो जाएगा.
अस्थमा: अस्थमा के मरीज को नीम के बीजों का तेल पान में डालकर चबाना चाहिए.
पथरी: पथरी होने पर पानी के साथ नीम की पत्तियों की राख नियमित लेने से पथरी गल कर बाहर निकल जाती है.
कफ: नीम के फूलों का सेवन करने से कफ नष्ट होता है.
अन्य लाभ: नीम की कच्ची निबोरी के सेवन से पेट के कीड़े, बवासीर व कोढ आदि रोग दूर होते हैं. खाने में अरूचि होने पर नीम के पत्तों का सेवन लाभप्रद है. यही नहीं, नीम के हरे पत्तों का रस नाक में टपकाने से सिर का दर्द दूर होता है और कान में टपकाने से कान की पीड़ा में आराम मिलता है. प्रतिदिन नीम की दातुन करने से दांतों में सडऩ, दुर्गंध व कीटाणु नहीं रहते हैं

पाईल्स, फिस्दूला या भगन्दर :-


पाईल्स, फिस्दूला या भगन्दर :-

एक केले को बीच से चीरा लगाकर चना बराबर कपूर बीच में रख दे फिर इसे खाए इससे बबासीर एकदम ठीक हो जाती है, साथ में गाय का मूत्र भी पीये

Nux-Vomica 30 - रोज रात को एक बूंद
Sulphar 200 - हफ्ते में एक दिन सुबह-दोपहर-शाम एक-एक बूंद दिन में तीन बार

नोट - अस्थमा के मरीज को कभी भी सल्फर नहीं देना।

कमर दर्द से बचने के घरेलू उपाय ---

कमर दर्द से बचने के घरेलू उपाय ---

1. रोज सुबह सरसों या नारियल के तेल में लहसुन
की तीन-चार कलियॉ डालकर (जब तक लहसुन
की कलियां काली न हो जायें) गर्म कर लें। ठंडा होने पर
इस तेल से कमर की मालिश करें।
2. नमक मिले गरम पानी में एक तौलिया डालकर
निचोड़ लें। इसके बाद पेट के बल लेट जाएं। दर्द के स्थान
पर तौलिये से भाप लें। कमर दर्द से राहत पहुंचाने का यह
एक अचूक उपाय है।
3. कढ़ाई में दो-तीन चम्मच नमक डालकर इसे अच्छे से सेक
लें। इस नमक को थोड़े मोटे सूती कपड़े में बांधकर
पोटली बना लें। कमर पर इस पोटली से सेक करने से
भी दर्द से आराम मिलता है।
4. अजवाइन को तवे के पर थोड़ी धीमी आंच पर सेंक लें।
ठंडा होने पर धीरे-धीरे चबाते हुए निगल जाएं। इसके
नियमित सेवन से कमर दर्द में लाभ मिलता है।
5. अधिक देर तक एक ही पोजीशन में बैठकर काम न करें।
हर चालीस मिनट में अपनी कुर्सी से उठकर थोड़ी देर
टहल लें।
6. नर्म गद्देदार सीटों से परहेज करना चाहिए। कमर दर्द
के रोगियों को थोड़ा सख्ते बिस्तर बिछाकर
सोना चाहिए।
7. योग भी कमर दर्द में लाभ पहुंचाता है। भुन्ज्गासन,
शलभासन, हलासन, उत्तानपादासन, श्वसन आदि कुछ ऐसे
योगासन हैं जो की कमर दर्द में काफी लाभ पहुंचाते हैं।
कमर दर्द के योगासनों को योगगुरु की देख रेख में
ही करने चाहिए।
8. कैल्शियम की कम मात्रा से भी हड्डियां कमजोर
हो जाती हैं, इसलिए कैल्शियमयुक्त चीजों का सेवन
करें।
9. कमर दर्द के लिए व्यायाम भी करना चाहिए। सैर
करना, तैरना या साइकिल चलाना सुरक्षित व्यायाम हैं।
तैराकी जहां वजन तो कम करती है, वहीं यह कमर के लिए
भी लाभकारी है। साइकिल चलाते समय कमर
सीधी रखनी चाहिए। व्यायाम करने से
मांसपेशियों को ताकत मिलेगी तथा वजन भी नहीं बढ़ेगा।
10. कमर दर्द में भारी वजन उठाते समय या जमीन से
किसी भी चीज को उठाते समय कमर के बल ना झुकें
बल्कि पहले घुटने मोड़कर नीचे झुकें और जब हाथ नीचे
वस्तु तक पहुंच जाए तो उसे उठाकर घुटने को सीधा करते
हुए खड़े हो जाएं।
11. कार चलाते वक्त सीट सख्त होनी चाहिए, बैठने
का पोश्चर भी सही रखें और कार ड्राइव करते समय सीट
बेल्ट टाइट कर लें।
12. ऑफिस में काम करते समय कभी भी पीठ के सहारे न
बैठें। अपनी पीठ को कुर्सी पर इस तरह टिकाएं कि यह
हमेशा सीधी रहे। गर्दन को सीधा रखने के लिए कुर्सी में पीछे की ओर मोटा तौलिया मोड़ कर लगाया जा सकता है। इन सब उपायों को अपना कर आप भी कमर दर्द से कुछ
निजात पा सकते है।

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