जय श्री कृष्णा, ब्लॉग में आपका स्वागत है यह ब्लॉग मैंने अपनी रूची के अनुसार बनाया है इसमें जो भी सामग्री दी जा रही है कहीं न कहीं से ली गई है। अगर किसी के कॉपी राइट का उल्लघन होता है तो मुझे क्षमा करें। मैं हर इंसान के लिए ज्ञान के प्रसार के बारे में सोच कर इस ब्लॉग को बनाए रख रहा हूँ। धन्यवाद, "साँवरिया " #organic #sanwariya #latest #india www.sanwariya.org/
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मंगलवार, 13 अक्टूबर 2020
मेरा सभी सम्माननीय अभिभावकों से आग्रह है कि आप इस पोस्ट को आप भी जरूर पढ़िए गा और अपने बच्चों को भी पढ़ने का अवसर दें
सोमवार, 12 अक्टूबर 2020
गुडिमालम में स्थित भगवान शिव की मूर्ति जिस धातु से बनी हैं, वह इन पृथ्वी पर पायी ही नहीं जाती बहुत से विज्ञानिको का कहना हैं, ये कोई 'मयूटोइट्स' हैं जो अंतरिक्ष से गिर है,
भाइयों आज मैं कुछ ऐसा बताने जा रहा हूँ, जिससे आपके अंदर भूचाल आ जायेगा औऱ गर्व से सीना चौड़ा हो जाएगा,पहले ये तस्वीर देखे👇
ये भारत मे पूजे जाने वाली अब तक कि सबसे प्राचीन मूर्ति(लिंगा) हैं, जो की गुडिमालम आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के येरोपेडु मंडल का एक छोटा सा गाँव है, वहाँ पे स्थित हैं, यहाँ भगवान शिव परशुराम जी के कंधे पे खड़े हैं,अब कितने लोग कहने गे यहाँ तो पुरुष प्रजनन अंग की पूजा को दर्शाया गया हैं, तो रुकिए 'शिव पुराण' में यह कहा गया हैं कि भगवान शिव 'शिवलोक' से आये हैं, तो क्या यह उनका विमान का आकार नहीं हो सकता देखिए ये तस्वीर👇
क्या यह कोई स्पेस क्राफ्ट की कैप्सूल नहीं लग रहा, जो नुक्लेअर संचालित हो सकता हैं,औऱ वैसे भी आपको पता होगा कि शिव लिंग से ऊर्जा किसी औऱ चीज़ के मुकाबले ज्यादा निकलती हैं,
- मैं इस बात पे जोड़ इस लिए दे रहा हूँ क्योकि इस गुडिमालम में स्थित भगवान शिव की मूर्ति जिस धातु से बनी हैं, वह इन पृथ्वी पर पायी ही नहीं जाती बहुत से विज्ञानिको का कहना हैं, ये कोई 'मयूटोइट्स' हैं जो अंतरिक्ष से गिर है, विककीपीडिया भी इसे अज्ञात ही लिखता हैं👇
इसका निर्माण करीबन 4–2 bc पूर्व का माना जाता हैं, परन्तु स्थानीय लोगों का कहना हैं यहाँ की मूर्ति तकरीबन 12 हज़ार साल पुरानी हैं, यह मूर्ति जिस गुफा में स्थित हैं,वहाँ की सैकड़ो दीवाल की बड़ी-बड़ी पत्थड़े झूला की तरह हिलती हैं, जिसका वीडियो यूट्यूब पे उपलब्ध हैं, औऱ गुफा में ऐसी-ऐसी विचित्र घटनाएं होती हैं जिसपे एक वैज्ञनिक मानसकिता वाला व्यक्ति चक्कर खा जाए।
- ये बात जिससे सुनने ,पढ़ने के बाद दिल से एक ही शब्द निकलता हैं, " मुझे गर्व हैं, की मैं हिन्दू हूँ" अगर आपको भी ये जानकारी अच्छी लगी हो तो उपवोट करे औऱ शेयर करे और अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक को पढ़े👇
रविवार, 11 अक्टूबर 2020
खेती-किसानी की कहावतें ...जो बताती हैं कि किसान को कब क्या करना चाहिए
चाइनीज़ फेंगशुई की जहरीली और अंधविश्वास को बढ़ावा देती चीजें का जाल फैला हुआ है।
मोदी जो कर रहा है इस तेजी से किसी देश का प्रधानमंत्री नही कर सकता। Pushp...
पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने इस वीडियो के माध्यम से यह भारत की युवाओं को संदेश देते हुए अपने विचारों को भारत की समस्त युवाओं के साथ शेयर किया है। पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ के विचारों के बारे में आप क्या सोचते हैं अपने विचार नीचे कमेंट के माध्यम से हमारे साथ शेयर कर सकते हैं और इस वीडियो को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर कर सकते हैं और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करके हमारा मनोबल बढ़ा सकते हैं। इस वीडियो को लाइक शेयर करना ना भूले
#Pushpendra_Kulshrestha #Prakrit_bharat
जनरल जीडी बख्शी: हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा प्रोपोगेंडा का हुआ खुलासा - Gen...
भारतमाता के लिए मर मिटना मंजूर है मुझे
अखंड हिन्द बनाने का जूनून है मुझे
जनरल जीडी बख्शी द्वारा हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा प्रोपोगेंडा का हुआ खुलासा - General GD Bakshi Latest Speech - पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ | Pushpendra Kulshrestha Latest Speech
General GD Bakshi जी ने इस वीडियो में कई असामाजिक तत्वों के बारे में बात की है जो हमारे सामाजिक और राष्ट्रीय मुद्दों को इफेक्ट करती है। इसके अलावा General GD Bakshi जी ने कई अन्य मुद्दों पर भी बात की है जिसे आज के सभी युवा को जानने तथा समझने की अत्यंत आवश्यकता है। आप इस वीडियो के बारे में क्या सोचते हैं अपने विचार नीचे कमेंट के माध्यम से हमारे साथ शेयर कर सकते हैं और अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने के लिए आप इस वीडियो को अपने परिवार तथा सभी दोस्तों के साथ शेयर करें एवंम आप अपने सभी सोशल मीडिया पर भी इस वीडियो को सांझा कर सकते हैं।
NOTE: All copyrights go to their respective owners.
इस वीडियो का पूरा श्रेय श्री पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ जी पूर्व रॉ अधिकारी ले कर्नल आर एस एन सिंह जी मेजर जनरल जी डी बक्शी जी श्री सुशील पंडित जी श्री तुफैल चतुर्वेदी जी श्री ललित अंबरदार जी श्री गौरव आर्य जी श्री ओम नरेश यादव जी और उनके साथ उनकी पूरी टीम को जाता है जिन्होंने राष्ट्र के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किए हुए अनवरत कार्यरत हैं।
पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ जी और उनकी टीम का एकमात्र ऑफिसियल चैनल "PUBLIC 24x7" है जिसपर आप उनके सभी फुल लेंथ स्पीच सुन सकते हैं।
SOURCE and CREDIT of these videos:-
CREDIT GOES to following channel and foundation
"PUBLIC 24x7"
https://www.youtube.com/channel/UC1hH...
शुक्रवार, 9 अक्टूबर 2020
राजस्थान की नई RTOलिस्ट
ज़रा होशपूर्वक जिएं !ऐसा बदहवास न जिएं !ऐसा भागमभाग न जिएं !स्वभाव में जिएं.. दूसरे को दिखाने के लिए न जिएं !
दुनिया का सबसे ताकतवर पोषण पूरक आहार है- सहजन
गुरुवार, 8 अक्टूबर 2020
घबराकर शेर शाह सूरी ने कहा था "मुट्टी भर बाजरे (मारवाड़) की खातिर हिन्दुस्तान की सल्लनत खो बैठता
सन् 1840 में काबुल में युद्ध में 8000 पठान मिलकर भी
1200 राजपूतो का मुकाबला 1 घंटे भी नही कर पाये।
वही इतिहासकारो का कहना था की चित्तोड
की तीसरी लड़ाई जो 8000 राजपूतो और 60000
मुगलो के मध्य हुयी थी वहा अगर राजपूत 15000
राजपूत होते तो अकबर भी जिंदा बचकर नहीं जाता।
इस युद्ध में 48000 सैनिक मारे गए थे जिसमे 8000
राजपूत और 40000 मुग़ल थे वही 10000 के करीब
घायल थे।
और दूसरी तरफ गिररी सुमेल की लड़ाई में 15000
राजपूत 80000 तुर्को से लडे थे, इस पर घबराकर शेर
शाह सूरी ने कहा था "मुट्टी भर बाजरे (मारवाड़)
की खातिर हिन्दुस्तान की सल्लनत खो बैठता"
उस युद्ध से पहले जोधपुर महाराजा मालदेव जी नहीं गए
होते तो शेर शाह ये बोलने के लिए जीवित भी नही
रहता।
इस देश के इतिहासकारो ने और स्कूल कॉलेजो की
किताबो मे आजतक सिर्फ वो ही लडाई पढाई
जाती है जिसमे हम कमजोर रहे,
वरना बप्पा रावल और राणा सांगा जैसे योद्धाओ का नाम तक सुनकर मुगल की औरतो के गर्भ गिर जाया करते थे, रावत रत्न सिंह चुंडावत की रानी हाडा का त्यागपढाया नही गया जिसने अपना सिर काटकर दे दिया था।
पाली के आउवा के ठाकुर खुशहाल सिंह
को नही पढाया जाता, जिन्होंने एक अंग्रेज के अफसर का सिर काटकर किले पर लटका दिया था।
जिसकी याद मे आज भी वहां पर मेला लगता है। दिलीप सिंह जूदेव का नही पढ़ाया जाता जिन्होंने एक लाख आदिवासियों को फिर से हिन्दू बनाया था।
महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर
महाराणा प्रतापसिंह
महाराजा रामशाह सिंह तोमर
वीर राजे शिवाजी
राजा विक्रमाद्तिया
वीर पृथ्वीराजसिंह चौहान
हमीर देव चौहान
भंजिदल जडेजा
राव चंद्रसेन
वीरमदेव मेड़ता
बाप्पा रावल
नागभट प्रतिहार(पढियार)
मिहिरभोज प्रतिहार(पढियार)
राणा सांगा
राणा कुम्भा
रानी दुर्गावती
रानी पद्मनी
रानी कर्मावती
भक्तिमति मीरा मेड़तनी
वीर जयमल मेड़तिया
कुँवर शालिवाहन सिंह तोमर
वीर छत्रशाल बुंदेला
दुर्गादास राठौड
कुँवर बलभद्र सिंह तोमर
मालदेव राठौड
महाराणा राजसिंह
विरमदेव सोनिगरा
राजा भोज
राजा हर्षवर्धन बैस
बन्दा सिंह बहादुर
इन जैसे महान योद्धाओं को नही पढ़ाया/बताया जाता है, जिनके नाम के स्मरण मात्र से ही शत्रुओं के शरीर में आज भी कंपकंपी शुरू हो जाती है।🚩💐🙏🏻
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