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मंगलवार, 9 जुलाई 2013

:- लिवर का इलाज़ :-

:- लिवर का इलाज़ :-


ये अपने शरीर का ऐसा हिस्सा हे क कभी भी ठीक नही हो सकता अगर एक बार बिगड़ गया तो।आधुनिक जगत के डॉक्टर हैयर ट्रांसप्लांट ,हार्ट ट्रांसप्लांट।किडनी ट्रांसप्लांट बोने ट्रांसप्लानेट ,आइ (आँख ) ट्रांसप्लांट आदि आदि ट्रांसप्लांट करने मे सफल हुए हे लेकिन लिवर ट्रांसप्लांट मे कोई सफल नही हुए हे अगर हुए भी हे तो मरीज को मुर्दा जीवन दे क चोर देती हे इसकी इलाज़ से कोई पूर्णतया ठीक नही हुआ हे और आधुनिक जगत के वैज्ञानिक लगे पड़े हे इलाज़ ढूंढने मे अभी भी॥कभी बकरी का लिवर लगेंगे कभबी बंदर का कभी बैल का कभी किसका लेकिन कोई बच नही पाया ॥अपने आयुर्वेद मे ऐसे ऐसे अद्भुत पददती और नुस्खे हे जो लगते बड़े आसान हे ,अचंभे कर देंगे लेकिन परिणाम कारक इलाज़ कर देंगे ।

ये लेख को हम जंबुज कर दे रहे हे ताकि इस अद्भुत बात की सब को खबर मिले । खट्टे आम क आचार , ये लिवर का सब से बड़ा दुश्मन हे इससे तो परहीज ही रखना चाहिए । आचार खाना ही पड़े तो नींबू या आंवले का ठीक हे लेकिन कच्चे कैर्री का तो तौबा करा देगा।घुटनो क दर्द से पीड़ित को तो आचार से रिस्ता ही तोड़ देना चाइए। वर्ण किसी दिन ये लाइलाज हो जाएगी बीमारी।

:- लिवर का इलाज़ :-
सुबह सुबह खाली पेट सबूत चावल के दाने को एक चुटकी जितना लेकर निगल ले पनि से ।ध्यान रहे क चावल क दाने टूटे हुए न लें और फिर उसके आधे घंटे बाद कुछ कहये ।आपकी लिवर को नयी ज़िदगी मिलेगी इस प्रयोग से।

नाक से खून आना :-


नाक से खून आना :-
नकसीर का कारण नासासुरंगों में कहीं पर श्लेष्मल कला में अल्‍सर बनना होता है। इसमें कोई रक्तवाहिका फट जाती है। इसी से रक्त निकलता है। चिलचिलाती धूप में अक्सर कुछ लोगों को नाक से खून बहने की शिकायत होती है। इसे नकसीर भी कहा जाता है। देखा जाता है कि जब मौसम गर्म हो जाता है और शरीर में अधिक गर्मी बढ़ने लगती है, तो समस्‍या सामने आती है। इसके साथ ही कुछ लोगों को अधिक गर्म पदार्थ का सेवन करने से भी नकसीर हो जाता है। पेश है नकसीर से निपटने के घरेलू उपचार-

नाक से खून आने के कई और भी कारण होते हैं-


-नाक में चोट लगना
-कठोर गतिविधियां
- उच्च रक्तचाप
-अधिक ऊंचाई पर जाना
- नाक जोर से झाड़ना


घरेलू उपचार:-

- प्याज को काटकर नाक के पास रखें और सूंघें।
- काली मिट्टी पर पानी छिड़ककर इसकी खुशबू सूंघें।
- रुई के फाए को सफेद सिरका में भिगोकर उस नथुने में रखें, जिससे खून बह रहा हो।
- जब नाक से खून बह रहा हो तो कुर्सी पर बिना टेका लिए बैठ जाएं, नाक की बजाय मुंह से सांस लें।
- सिर को आगे की ओर झुकाएं न कि पीछे की ओर।
- ठंडे पानी में भीगे हुए रुई के फाए को नाक पर रखें। रुई के छोटे-छोटे फायों को पानी में भिगोकर फ्रीजर में रख लें। इनसे सिकाई करें।
- किसी भी प्रकार के धूम्रपान (एक्टिव या पैसिव दोनों) से बचें। - साफ हरे धनिए की पत्तियों के रस की कुछ बूंदें नाक में डाल लें।
- इन उपायों के अलावा सिर पर ठंडे पानी की पट्टी रखने से भी राहत मिलेगी। - यदि आप ठंडे पानी की धार सिर पर डालें तो नाक से खून आना आमतौर पर बंद हो जाता है।
- बच्चों को इस पानी में मिश्री या बताशा मिलाकर पिलाने से किसी भी तरह की नकसीर हमेशा के लिए बन्द हो जाती है।

किडनी के आश्चर्य जनक उपाय :-

किडनी के आश्चर्य जनक उपाय :-

1) 50 ग्राम मककई क ऊपर के बाल ले लीजिये (जो मककई को धक दिया करते हे वो बाल ) और 2 लीटर पानी मे उबाल दीजिये हल्के आग पे जब पानी एक लीटर शेष रह जाए वो पानी पूरे दिन मे थोड़े थोड़े अंतराल मे पी लीजिये आपकी किडनी की किसी भी समस्या का समाधान हो जाएगा ॥सूझ हो या बीमारी सब ठीक होना ही हे ॥

2) पूनर्नवा जिसको सटोडी की सब्जी भी बोलते हे ये तो अद्भुत चमत्कारी हे॥इसके सेवन मात्र से मारे हुए किडनी क कोशों की फिर से नव जीवन प्रधान करती हे इसलिए इस का नाम पुनर्नवा हे॥इसको सब्जी बना कर या फिर इसकी पट्टियाँ सूखा कर पाउडर बनाकर किसी ब सब्जी मे मिलने से सब्जी का स्वाद भी लज्जेदार बन जाता हे। इसकी वाटी भी उपलब्द हे लगबाग 20-25 रुपये मे मिल जाएगी

नीम:- बहुउद्देशीय सफेद बाल, मधुमेह और कई रोग के इलाज के लिए ट्री:-

नीम:-
बहुउद्देशीय सफेद बाल, मधुमेह और कई रोग के इलाज के लिए ट्री:-


नीम सर्वौषधि पेड़ जो करे सफेद बाल काले और डायबिटीज से लेकर एड्स, कैंसर और भी कई तरह की बीमारियों का इलाज ..
सफेद बाल करे काले: सफेद बाल काले करने के लिए नीम के तेल की कुछ बूंदें नासिका छिद्रों में टपकाने से सफेद बाल काले हो जाते हैं. सिर की रूसी समाप्त करने के लिए नीम के पत्तों का काढ़ा बनाकर सिर धोना चाहिए.
चर्म रोग वा सफेद दाग: शरीर पर सफेद दाग होने पर नीम के फूल, फल तथा पत्तियों को मिलाकर बारीक पीस लें. इसे पानी में मिलाकर पीने से लाभ पहुंचता है. नीम के तेल से मालिश करने से विभिन्न प्रकार के चर्म रोग ठीक हो जाते हैं. नीम की पत्तियों को उबालकर और पानी ठंडा करके नहाया जाए तो उससे भी बहुत फायदा होता है. घाव नीम के पत्तों को पीसकर थोड़ा शहद मिलाकर घाव पर इसका लेप करने से लाभ होता है.
दाद: दाद वाली जगहों पर लगाएं, कुछ ही दिनों में दाद का काम तमाम हो जाएगा.
अस्थमा: अस्थमा के मरीज को नीम के बीजों का तेल पान में डालकर चबाना चाहिए.
पथरी: पथरी होने पर पानी के साथ नीम की पत्तियों की राख नियमित लेने से पथरी गल कर बाहर निकल जाती है.
कफ: नीम के फूलों का सेवन करने से कफ नष्ट होता है.
अन्य लाभ: नीम की कच्ची निबोरी के सेवन से पेट के कीड़े, बवासीर व कोढ आदि रोग दूर होते हैं. खाने में अरूचि होने पर नीम के पत्तों का सेवन लाभप्रद है. यही नहीं, नीम के हरे पत्तों का रस नाक में टपकाने से सिर का दर्द दूर होता है और कान में टपकाने से कान की पीड़ा में आराम मिलता है. प्रतिदिन नीम की दातुन करने से दांतों में सडऩ, दुर्गंध व कीटाणु नहीं रहते हैं

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