कोरौना_वायरस के प्रोपेगैंडा से बचें क्योंकि ज्यादा खतरनाक #MediaFlu है।❗
हर साल मार्केट मे लोंच होता है नया वायरस आइए जानते है क्यो ?
आयुर्वेद के प्रखर वक्ता वैद्य नवनीत भारद्वाज जी द्वारा सच्चाइ को उजागर करने वाला लेख ।
#CoronaVirus #WuhanCoronaVirus
हर साल फार्मा कंपनियां ऐसे वायरस खुद बनाती है और लोगो को मरवाती है और फिर मीडिया में प्रोपेगैंडा फैलाती है जिसके लिये वैक्सीनेशन या दवाओं का बड़ा बाजार मंदी के दौर तक मे एकदम से खुल जाता है। हजारो करोड़ो कमाने के लिये लगभग हर 2-5 वर्ष में एक नया वायरस बाजार में आता है।
विशेष - ध्यान रहे भारत मे भूगोल में अच्छे से अच्छा वायरस अपना दम तोड़ देता है लेकिन यदि आप तुलसी, गौमूत्र अर्क या उत्तम ताजा गौमूत्र या हल्दी का सेवन करते रहेंगे तो वायरस कुछ नही बिगाड़ सकता।
बंध करो अब SAAR ,Ebola ,SwineFlu ,BirdFlu ,ZikaVirus ,NipahVirus अब कोरोना का रोना
नोट- कोरोना वायरस से आयूर्वेद प्रेमियों को घबराने की जरूरत नहीं है. शुद्ध सात्विक आहार विहार का पालन करे. गिलोय और तुलसी का नियमित सेवन करें. यही दोनों औषध किसी भी तरह के respiratory infection से बचाने के लिए पर्याप्त है. याद रखे किसी भी वायरस को नष्ट नहीं किया जा सकता है. लेकिन स्वयं का प्रतिरोधक तंत्र इतना मजबूत कर सकते हैं कि यह वायरस हानि ना कर सके. इस काम के लिए गिलोय और तुलसी पर्याप्त हैं.
गिलोय की 6 - 7 इंच लंबे तने को चबाते हुए रस निगल लें. तुलसी की पत्तियों को पीसकर शुद्ध शहद मिलाकर चाट लें. एक दो काली मिर्च मिला लें. इतने से ही इम्यून सिस्टम बेहतर होने लगेगा.
यदि किसी को गिलोय को चबाना चूसना तुलसी की पत्तियों को पीसना सिरदर्दी का काम लगता है तो बाजार से नामी गिरामी फार्मेसी की तुलसी घनवटी और गिलोय सत्व ले आये . दो गोली तुलसी घनवटी की चबाकर ऊपर से एक ग्राम गिलोय सत्व मिला हुआ शहद चाट लें. बस हो गया काम कोरोना ही नहीं किसी भी प्रकार के वायरस के प्रति अभेद्द्य सुरक्षा कवच इन दोनों के सेवन से मिल जाता है.
Note- इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करें ताकि किसी रोगी को इसका फायदा मिल सके
#वैदिक_भारत
हर साल मार्केट मे लोंच होता है नया वायरस आइए जानते है क्यो ?
आयुर्वेद के प्रखर वक्ता वैद्य नवनीत भारद्वाज जी द्वारा सच्चाइ को उजागर करने वाला लेख ।
#CoronaVirus #WuhanCoronaVirus
हर साल फार्मा कंपनियां ऐसे वायरस खुद बनाती है और लोगो को मरवाती है और फिर मीडिया में प्रोपेगैंडा फैलाती है जिसके लिये वैक्सीनेशन या दवाओं का बड़ा बाजार मंदी के दौर तक मे एकदम से खुल जाता है। हजारो करोड़ो कमाने के लिये लगभग हर 2-5 वर्ष में एक नया वायरस बाजार में आता है।
विशेष - ध्यान रहे भारत मे भूगोल में अच्छे से अच्छा वायरस अपना दम तोड़ देता है लेकिन यदि आप तुलसी, गौमूत्र अर्क या उत्तम ताजा गौमूत्र या हल्दी का सेवन करते रहेंगे तो वायरस कुछ नही बिगाड़ सकता।
बंध करो अब SAAR ,Ebola ,SwineFlu ,BirdFlu ,ZikaVirus ,NipahVirus अब कोरोना का रोना
नोट- कोरोना वायरस से आयूर्वेद प्रेमियों को घबराने की जरूरत नहीं है. शुद्ध सात्विक आहार विहार का पालन करे. गिलोय और तुलसी का नियमित सेवन करें. यही दोनों औषध किसी भी तरह के respiratory infection से बचाने के लिए पर्याप्त है. याद रखे किसी भी वायरस को नष्ट नहीं किया जा सकता है. लेकिन स्वयं का प्रतिरोधक तंत्र इतना मजबूत कर सकते हैं कि यह वायरस हानि ना कर सके. इस काम के लिए गिलोय और तुलसी पर्याप्त हैं.
गिलोय की 6 - 7 इंच लंबे तने को चबाते हुए रस निगल लें. तुलसी की पत्तियों को पीसकर शुद्ध शहद मिलाकर चाट लें. एक दो काली मिर्च मिला लें. इतने से ही इम्यून सिस्टम बेहतर होने लगेगा.
यदि किसी को गिलोय को चबाना चूसना तुलसी की पत्तियों को पीसना सिरदर्दी का काम लगता है तो बाजार से नामी गिरामी फार्मेसी की तुलसी घनवटी और गिलोय सत्व ले आये . दो गोली तुलसी घनवटी की चबाकर ऊपर से एक ग्राम गिलोय सत्व मिला हुआ शहद चाट लें. बस हो गया काम कोरोना ही नहीं किसी भी प्रकार के वायरस के प्रति अभेद्द्य सुरक्षा कवच इन दोनों के सेवन से मिल जाता है.
Note- इस पोस्ट को अधिक से अधिक शेयर करें ताकि किसी रोगी को इसका फायदा मिल सके
#वैदिक_भारत