आत्मनिर्भरता बनाम स्वदेशी आग्रह -
विगत 2 दिनों से आत्मनिर्भरता शब्द को लेकर सोशल मीडिया के अधिकांश विद्वजन अपने अपने अर्थ लगा रहे है, कुछ लोग अपनी जीवनचर्या को बदलने का भी ठान चुके है, ये भी राष्ट्र हित में ही है। कुछ बहुत दूर तक समझ रखने वाले लोग अपनी पूरी रचनात्मकता का उपयोग आत्मनिर्भरता के आह्वान का भांति भांति के उदहारण देकर मजाक बनाने में भी कर रहे है।
बड़े ही विश्वास के साथ देश के प्रधानमंत्री ने 130 करोड़ देशवासियों को संबोधित करते हुवे न केवल पुनः उठ खड़े होने, अपितु पहले से भी श्रेष्ठ भारत बनाने का आव्हान किया था, क्योंकि वे जानते थे की देश की जनता ने यदि ठान लिया तो देश को विश्व शक्ति बनने से कोई नहीं रोक सकता।
और COVID-19 के काल ने पुरे विश्व में यह भली भांति स्पष्ट किया है ऐसे महासंकट का स्थानीय आत्मनिर्भरता के अतिरिक्त कोई बेहतर विकल्प हो ही नहीं सकता |
चूँकि केवल वर्तमान संकट से लड़ना ही नहीं है अपितु देश को विश्व शक्ति बनाने का स्वप्न भी साकार करना है | अतः लोकल को बढ़ावा देने के साथ ही उन्होंने वसुधैव कुटुंबकम् की अवधारणा पर भी बल दिया, क्योंकि केवल स्वदेशी शब्द का प्रयोग करने पर हम संकीर्णता में उलझ कर रह जाने वाले है। विश्वपटल पर यदि हम सिर्फ स्वदेशी को खरीदने का आग्रह रखेंगे तो क्या हम अपने प्रोडक्ट को विदेशों में बेचने की कल्पना कर सकते है ?
अतः स्वदेशी का भाव आत्मसात करते हुवे हमारा आग्रह आत्मनिर्भर बनने की और रहना चाहिए |
आत्मनिर्भर का मतलब यह नही है की आई फोन की जगह लावा का फोन इस्तेमाल करना शुरु कर देना है। इसका मतलब है आई फोन जैसे फोन को निर्माण करने की क्षमता विकसित करनी है।
आत्मनिर्भर का मतलब यह नहीं है की तुरन्त BMW को फेककर मारुती पर आ जाना है। इसका मतलब है BMW के क्वालिटी की गाङी हमारे देश के इंजिनीयर खुद विकसित कर सकें। आत्मनिर्भर का मतलब यह नहीं है राॅडो की घङी फेंककर टाईटन को लगा लेना है। इसका मतलब है खुद राॅडो के समानान्तर घङी को बनाने की क्षमता विकसित करना है।
आत्मनिर्भर का मतलब यह नहीं है की देशी और विदेशी कंपनियों की लिस्ट बताकर जबरदस्ती देशी वस्तुएं खरीदना है। इसका मतलब ऐसा ब्रांड खङा कर देना है की लोग स्वयं उसे अपने पसंद से खरीदना शुरु कर दें। आज हम गर्व से कह सकते है की पतंजलि के दन्तकान्ति जैसा बेहतर टूथपेस्ट कोई दूसरा हमारी जानकारी में नहीं है |
आत्मनिर्भर का मतलब यह नहीं है कि हम चीन के सामान का आयात बन्द कर दें। इसका मतलब यह है की हमारा खुद का माल इतना सस्ता और अच्छा हो की चीन के माल को छोङकर लोग स्वयं ही उसे खरीद लें।
आत्मनिर्भर का मतलब यह नहीं है की आप दुनिया भर के साॅफ्टवेयर का इस्तेमाल बन्द कर दें। इसका मतलब यह है की आप खुद इतना अच्छा साॅफ्टवेयर विकसित करें की दुनिया भर के लोग अपनी स्वेच्छा से उसका चयन करने को मजबूर हो जाय।
आत्मनिर्भरता को स्वदेशी शब्द के संकीर्ण अर्थ पर तौलना बन्द करिए। नये सिरे से सोचना शुरु करिए । आत्मनिर्भरता का मतलब केवल स्वदेशी खरीददारी मात्र नहीं है। इसका मतलब है देश और दुनिया को जिन वस्तुओं की, जिस क्वालिटी की आवश्यकता है, उन उन वस्तुओं को उन उन क्वालिटी का देश में बनाने की क्षमता विकसित करनी है। आत्मनिर्भरता का मतलब देश और दुनिया में गिङगिङा कर अपना माल बेचना नहीं है। इसका मतलब है की अपनी क्वालिटी और ब्रांडिंग इस स्तर की करनी है की लोग "बाई च्वाईस" उसे खरीदें।।
आत्मनिर्भरता का मजाक उङाना स्वयं अपने वजूद का मजाक उङाना है। आत्मनिर्भर होना हर व्यक्ति, समाज और राष्ट्र का स्वप्न होना ही चाहिए। देश को नई राह देने का भाव रखते हुवे एक साधु द्वारा देश को किए गए आह्वान का मजाक बनाने का अपराध साधु की हत्या के अपराध से कतई कम नहीं है। प्रभु इनके अपराधों को क्षमा करें।
जितेन्द्र लड्ढा
राजसमन्द
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