एक बात जो रोने को मजबूर कर दे !
स्रष्टि के निर्माण के समय श्री ब्रम्हा ने सोचा ki में जिव को प्रथ्वी पर
केसे भेजू इन्हें तो हर पल प्रभु का साथ चाहिये प्रभु बिन तो ये रह नहीं
सकता तब श्रीक्रष्ण प्रभु ने स्वयं उन्हें माँ रूपी उपाय बताया क्योकि माँ
ही सर्वोपरि है जिसने माँ बाप को दुःख दिया वो कभी सुखी नहीं रह पाया !
सुबह से शाम सख्त और कड़ी मेहनत के बाद जब घर आया तो
बाप ने पूछा क्या कमाया
बीवी ने पूछा क्या बचाया
ओलाद ने पूछा क्या लाया
सिर्फ माँ ने पूछा बेटा तुने क्या खाया ...............
श्री भागवत कथा कहती हे सारी समस्याओ से मुक्ति हेतु आज भी प्रात: उठकर
माता पिता के चरण स्पर्श करो आपको खुद ही महसूस हो जायेगा ,,,,,,,, क़ि माँ
क्या है !
और आज भी कई लोग
१) माँ बाप क़ि सेवा तो दूर आदर भी नहीं करते
२) उन्हें सम्मान तो दूर प्यार भी नहीं दे सकते
३) रखना तो दूर अनाथ आश्रम में भेज देते हे ..
४) इंदौर में जैन परिवार के एक बेटे ने पेसो के लिए माँ बाप को मार डाला ..
मत दो मान, सम्मान , इज्जत ,रुपये , पैसा , बंगले , मोटर गाड़ी , ५६ भोग , मत घुमाओ तीरथ ,
सिर्फ दे दो प्यार के दो बोल...
१) माँ तू केसी हे
२) माँ तो भोजन कर ले
स्रष्टि के निर्माण के समय श्री ब्रम्हा ने सोचा ki में जिव को प्रथ्वी पर
केसे भेजू इन्हें तो हर पल प्रभु का साथ चाहिये प्रभु बिन तो ये रह नहीं
सकता तब श्रीक्रष्ण प्रभु ने स्वयं उन्हें माँ रूपी उपाय बताया क्योकि माँ
ही सर्वोपरि है जिसने माँ बाप को दुःख दिया वो कभी सुखी नहीं रह पाया !
सुबह से शाम सख्त और कड़ी मेहनत के बाद जब घर आया तो
बाप ने पूछा क्या कमाया
बीवी ने पूछा क्या बचाया
ओलाद ने पूछा क्या लाया
सिर्फ माँ ने पूछा बेटा तुने क्या खाया ...............
श्री भागवत कथा कहती हे सारी समस्याओ से मुक्ति हेतु आज भी प्रात: उठकर
माता पिता के चरण स्पर्श करो आपको खुद ही महसूस हो जायेगा ,,,,,,,, क़ि माँ
क्या है !
और आज भी कई लोग
१) माँ बाप क़ि सेवा तो दूर आदर भी नहीं करते
२) उन्हें सम्मान तो दूर प्यार भी नहीं दे सकते
३) रखना तो दूर अनाथ आश्रम में भेज देते हे ..
४) इंदौर में जैन परिवार के एक बेटे ने पेसो के लिए माँ बाप को मार डाला ..
मत दो मान, सम्मान , इज्जत ,रुपये , पैसा , बंगले , मोटर गाड़ी , ५६ भोग , मत घुमाओ तीरथ ,
सिर्फ दे दो प्यार के दो बोल...
१) माँ तू केसी हे
२) माँ तो भोजन कर ले