पहले पढाया जाता था "ग" से "गणेश" , जिस शब्द से बच्चा बुद्धि ,धर्म, भगवान गणेश,पितृ सेवा और संस्कृति सीखता था पर हमारी सरकार को पसंद नहीं आया ! सरकार कहने लगी इससे साम्प्रदायीक्ता फैलती है, इसलिए अब पढ़iना प्रारम्भ किया गया "ग" से "गधा" !
परम तत्व को भूल बच्चा क्या सीखेगा ?सिर्फ नाशवान भौतिक सुख के लिए कर्म करना और उनके पीछे भागना ! अधर्मयता !
Jannat Paana
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अधर्म कि घिरी घटा कुचक्र है पनप रहे
पुण्य धर्म भूमि पर अधर्म कर्म बढ़ रहे
व्यथा विशाल राष्ट्र कि
आज हम समझ सके, विशुद्ध राष्ट्र भाव से ,
ये देश महक उठे
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