कहा जाता हैं कि सर्दियों में गर्म तासीर वाली चीजें खानी चाहिए, इससे ठंड नहीं लगती है और सीजनल बीमारियां भी दूर रहती हैं। यही वजह है कि सर्दियों में लहसुन,अदरक और काली मिर्च का खूब सेवन किया जाता है। सर्दियों में तो गोंद के लड्डू भी बड़े चाव से खाए जाते हैं। बबूल गोंद को अक्सर लोग साधारण पेड़ समझ लेते हैं, लेकिन इसके हर हिस्से का इस्तेमाल आयुर्वेदिक दवा और घरेलू उपचार में किया जाता है। लेकिन गोंद सेवन से आपकी ढलती उम्र में भी कमसिन नजर आएंगे। ये चीज है बबूल की गोंद, बबूल के तने को चीर लगाने पर जो रस निकलता है। वो सूखने पर ठोस और भूरा हो जाता है, इसे ही गोंद कहते हैं। लेकिन यह भी जानने की जरूरत है कि हर पेड़ का गोंद खाने लायक नहीं होता। कीकर और बबूल का गोंद सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। मार्केट में आपको खाने वाला गोंद आसानी से मिल जाएगा।
गोंद खाने का तरीका:
बबूल का एक चम्मच गोंद मिश्री मिले दूध के साथ लेने से शरीर में ताकत का संचार होता है, बबूल की गोंद को मुंह में रखकर चूसने से खांसी ठीक हो जाती है, बबूल की गोंद, फली और छाल को बराबर मात्रा में लेने से कमर दर्द से छुटकारा मिलता है।
-सर्दियों में गोंद का सेवन दिमागी तरावट और जोड़ों में दर्द व जोड़ों की अन्य समस्याओं के लिए काफी फायदेमंद होता है।
-गोंद खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता सुधरती है। इसीलिए सर्दियों में गोंद के लड्डू खाए जाते हैं।
गोंद में बहुत औषधीय गुण होते हैं साथ ही ये रक्त को शुद्ध करता है,जिससे कील मुंहासे आदि से छुटकारा मिल जाता है।
-गोंद हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है। यह डिप्रेशन से भी बचाव करता है और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
-गोंद स्किन के लिए भी बेहद फायदेमंद है। यह एक स्किन केयर एजेंट के तौर पर काम करता है।
-जिन लोगों को फेफड़ों से संबंधित समस्या है, कमजोरी और थकान महसूस होती है, उन लोगों के लिए गोंद बड़े ही काम की चीज है।
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