1989 में राकेश रोशन ने एक फिल्म बनायी थी 'काला बाजार'।फिल्म भ्रष्टाचार पर केंद्रित थी।इस फिल्म में कादर खान एक भ्रष्ट क्लर्क के रोल में था।जो भी बंदा अपना कोई काम करवाने दफ्तर में आता उससे कादर खान कोई रिश्वत नही माँगताबस एक कप चाय माँगता पोस 'बाहर जो चाय की दुकान है वहाँ से मेरे लिये एक कप चाय ले आओ।दो या तीन चम्मच चीनी डलवाकर'। जब वो बंदा चाय लेने जाता तब चाय वाला जॉनी लिवर उससे एक चम्मच चीनी के 200 रुपये के हिसाब से रिश्वत ले लेता था।
संजय भंडारी कौन है ? रीपुल नाथ कौन है ? कमलनाथ कौन है ? कक्कड़ कौन हैं ? मोईन खान कौन हैं ?
ये सब वही करप्ट चायवाले हैं जो अपने आका का पैसा वसूलते थे हथियारों के दलालों से ।
संजय भंडारी वाड्रा को लंदन में बेनामी बँगले खरीदकर देता हैं चीनी 12 चम्मच।
रीपुल नाथ की सीडी बनाने वाली कम्पनी अगस्ता विमान के दलालों से करोड़ों कैश लेती हैं चीनी 18 चम्मच।
मोइन खान काँग्रेस दफ्तर का पैसा अपने घर में रखता हैं चीनी 2 चम्मच।
ये सारे करप्ट चायवाले जॉनीलिवर है ये अपने आका कादर खान के लिये रिश्वत इकठ्ठा करते है।आका की सेटिंग भी तगड़ी है।करप्ट चायवाला पकड़ा भी जाये तो ये साबित नही हो सकता कि ये रिश्वत का पैसा उस AP या FAM का है । इनके लिंक कभी आपस में जुड़ नही सकते थे।
फिर एक ईमानदार चायवाला आया।उसने पूरे जाल को ध्यान से देखा।जाल बड़ा उलझा हुआ था।उसे पता था कि इस जाल में बिना तैय्यारी के हाथ मारा तो खुद ही फँसने का डर हैं । उसने टाइम लिया । पहले सबके तार जोड़े । लिंक अच्छे से कनेक्ट किये।तथ्य पूरे जुटाये।
फिर पकड़ा उन दलालों को जो क्लर्क और चायवाले के बीच की कड़ी थे।सबसे पहले सारा डिप्लोमेटिक जोर लगाकर राजीव सक्सेना ,क्रिश्चियन मिशेल को पकड़ा ।
अब सारे तार जुड़ चुके हैं।अब करप्ट चायवालों का नंबर हैं। कमलनाथ , रीपुल नाथ , मोइन खान , संजय भंडारी का नंबर हैं। करोड़ों पकड़ा रहें हैं और भी माल मिलेगा।सारे लिंक जुड़ चुके हैं।आका आधी रात को करप्ट चायवाले के घर जाकर बैठे हैं।बैचेनी बढ़ रही हैं।'दलाली का काला बाजार' ध्वस्त होने वाला हैं
स्क्रिप्ट दमदार हैं।शूटिंग जारी है ।ओवर एक्टिंग के लिये कोई जगह नही हैं।
इस फिल्म के निर्देशक हैं
नरेन्द्र मोदी ।
संजय भंडारी कौन है ? रीपुल नाथ कौन है ? कमलनाथ कौन है ? कक्कड़ कौन हैं ? मोईन खान कौन हैं ?
ये सब वही करप्ट चायवाले हैं जो अपने आका का पैसा वसूलते थे हथियारों के दलालों से ।
संजय भंडारी वाड्रा को लंदन में बेनामी बँगले खरीदकर देता हैं चीनी 12 चम्मच।
रीपुल नाथ की सीडी बनाने वाली कम्पनी अगस्ता विमान के दलालों से करोड़ों कैश लेती हैं चीनी 18 चम्मच।
मोइन खान काँग्रेस दफ्तर का पैसा अपने घर में रखता हैं चीनी 2 चम्मच।
ये सारे करप्ट चायवाले जॉनीलिवर है ये अपने आका कादर खान के लिये रिश्वत इकठ्ठा करते है।आका की सेटिंग भी तगड़ी है।करप्ट चायवाला पकड़ा भी जाये तो ये साबित नही हो सकता कि ये रिश्वत का पैसा उस AP या FAM का है । इनके लिंक कभी आपस में जुड़ नही सकते थे।
फिर एक ईमानदार चायवाला आया।उसने पूरे जाल को ध्यान से देखा।जाल बड़ा उलझा हुआ था।उसे पता था कि इस जाल में बिना तैय्यारी के हाथ मारा तो खुद ही फँसने का डर हैं । उसने टाइम लिया । पहले सबके तार जोड़े । लिंक अच्छे से कनेक्ट किये।तथ्य पूरे जुटाये।
फिर पकड़ा उन दलालों को जो क्लर्क और चायवाले के बीच की कड़ी थे।सबसे पहले सारा डिप्लोमेटिक जोर लगाकर राजीव सक्सेना ,क्रिश्चियन मिशेल को पकड़ा ।
अब सारे तार जुड़ चुके हैं।अब करप्ट चायवालों का नंबर हैं। कमलनाथ , रीपुल नाथ , मोइन खान , संजय भंडारी का नंबर हैं। करोड़ों पकड़ा रहें हैं और भी माल मिलेगा।सारे लिंक जुड़ चुके हैं।आका आधी रात को करप्ट चायवाले के घर जाकर बैठे हैं।बैचेनी बढ़ रही हैं।'दलाली का काला बाजार' ध्वस्त होने वाला हैं
स्क्रिप्ट दमदार हैं।शूटिंग जारी है ।ओवर एक्टिंग के लिये कोई जगह नही हैं।
इस फिल्म के निर्देशक हैं
नरेन्द्र मोदी ।