क्या यह सच है कि मोदी भारत के सबसे बुरे प्रधानमंत्री हैं?
कोई भी प्रशासक सभी लोगों के लिए अच्छा या बुरा नहीं हो सकता। मोदी निम्नलिखित वर्गों समूहों के लिए भारत के सबसे बुरे प्रधानमंत्री सिद्ध हुए हैं।
कालाबाजारियों के लिए। मोदी शासन में यूरिया, सीमेंट,प्याज, दाल,आलू,चीनी की किल्लत कभी दिखाई दी आपको?
फर्जी गैस कनेक्शन, फर्जी राशनकार्ड धारी, फर्जी छात्रवृत्ति लेने वाले, फर्जी कर्मचारी ,नम्बर दो का बिजनेस करनेवाले, नम्बर दो का माल बनाने वाली कम्पनियों के लोग मोदी से बहुत दुखी हुए हैं।
राजनैतिक दल जो अपने प्रतिनिधियों के द्वारा सरकारी नौकरियों में धांधली करवाते थे।
रक्षा सौदों में दलाली करनेवाले लोग
बेनामी सम्पत्ति संग्रह करते भ्रष्ट नेता और अफसर
विदेशों में कालाधन जमा करनेवाले लोग
सरकारी जमीनों पर कब्जा कर मकान दुकान बना कर रास्ता अवरुद्ध किये हुए लोग।इलाहाबाद, जौनपुर, प्रतापगढ़, फतेहपुर जिलों में इतने अधिक अतिक्रमण हटाये गये हैं कि शायद विश्व रिकॉर्ड होगा यह।ऐसा ही अभियान पूरे यूपी में चलाया जा रहा है। मैं इसका प्रत्यक्षदर्शी गवाह हूँ। व्यापारी ,दुकानदार बहुत गुस्से में हैं इस अत्याचार से।बीस पच्चीस फुट रोड की जमीन पर बनी दुकानें अभी तक सभी सरकारों को मान्य कैसे थी?
उपरोक्त समूहों के लिए मोदी सबसे बुरे प्रधानमंत्री सिद्ध हुए हैं क्योंकि इनकी दुकानें बंद हो गई हैं।
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