यह ब्लॉग खोजें

बुधवार, 20 मई 2015

चेचक रोग और उपचार


सीताफल : स्वादिष्ट मीठे फल के 10 गुण

सीताफल : स्वादिष्ट मीठे फल के 10 गुण
 
सीताफल इतने गुणों से भरपूर है कि शायद ही शरीर का कोई हिस्सा ऐसा हो जिसे यह फायदा न पहुंचाता हो। जानिए सीताफल के 10 गुणों के बारे में...
1. सीताफल में वजन बढ़ाने की क्षमता भरपूर होती है और अगर आप वजन बढ़ाने के सारे जतन करके थक चुके हैं तो तैयार हो जाएं एक नए और मीठे उपाय के लिए। आपको बस सीताफल को अपनी डाइट का हिस्सा बनाना है और आपका मनचाहा फिगर आप पा सकेंगे बहुत ही जल्दी।
2. सीताफल में प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट विटामिन सी बहुत ज्यादा मात्रा में होता है। विटामिन सी में शरीर की रोगों से लड़ने वाली शक्ति यानी इम्युन सिस्टम को बढ़ाने की क्षमता होती है तो हर दिन एक बार सीताफल खाइए और भगाइए दूर बीमारियों को।
3. क्या आप अक्सर कमजोरी महसूस करते हैं? सीताफल आपकी यह परेशानी दूर कर सकता है। सीताफल बहुत ही अच्छा एनर्जी का स्रोत होता है और इसके सेवन से थकावट और मसल्स मतलब मांसपेशियों की कमजोरी आपको बिलकुल भी महसूस नहीं होगी। बस, सीताफल को अपनी डाइट में शामिल कर लीजिए।
4. विटामिन बी कॉम्प्लेक्स से भरा हुआ सीताफल दिमाग को शीतलता देने का भी काम करता है। यह आपको चिड़चिड़ेपन से बचाकर निराशा को दूर रखता है। तो फिर बस, सीताफल अपनाइए और अपनी मानसिक शांति को रखिए अपने साथ हमेशा।
5. सीताफल आपके दांतों के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत उत्तम है। इसको नियमित खाकर आप दांतों और मसूड़ों में होने वाले दर्द से छुटकारा पा सकते हैं।
6. खून की कमी यानी एनीमिया से बचना अब बिलकुल आसान है। सीताफल का हर दिन इस्तेमाल खून की अल्पता को खत्म कर देता है और उल्टियों के प्रभाव को भी कम करता है।
7. सीताफल आंखों की देखने की क्षमता बढ़ाता है, क्योंकि इसमें विटामिन सी और रिबोफ्लॉविन काफी ज्यादा होता है। इससे नंबर के चश्मे को आप खुद से बड़ी आसानी से दूर रख सकते हैं।
8. सीताफल में मौजूद मैग्नीशियम शरीर में पानी को संतुलित करता है और इस तरह से जोड़ों में होने वाले अम्ल को हटा देता है। यह अम्ल गठिया रोग का मुख्य कारण होता है और इस तरह से सीताफल गठिया रोग से सुरक्षा करता है।
9. दिल की तंदुरुस्ती अब बिलकुल आसान है। इसमें सोडियम और पोटेशियम संतुलित मात्रा में होते हैं जिससे खून का बहाव यानी ब्लड प्रेशर में अचानक होने वाले बदलाव नियंत्रित हो जाते हैं।
10. दोनों प्रकार की शुगर को संतुलित रखना सीताफल के उपयोग के साथ बहुत ही आसान है। इसमें शरीर में होने वाली शुगर को सोख लेने का गुण होता है और इस तरह से यह शुगर का शरीर में स्तर सामान्य बनाए रखता है।
सीताफल एक लाजवाब, स्वादिष्ट और मीठा फल होने के साथ-साथ अपने में अनगिनत औषधीय गुणों को शामिल किए हुए है। पूरे शरीर को स्वस्थ और बीमारियों से दूर रखने का यह एक बहुत ही आसान उपाय है।
तो खुद को तंदुरुस्त रखना अब है आपके हाथ में, आपके साथ में। सीताफल खाना शुरू कीजिए और लीजिए जिंदगी का पूरा लुत्फ।

गन्‍ने का रस पीने का लाभ

गन्‍ने का रस पीने का लाभ

● गन्‍ने का रस एक शीतल पेय पदार्थ है जो कि बड़ा ही टेस्‍टी लगता है। इसे पीने से कई तरह की बीमारियां जैसे, एनीमिया, जौण्डिस, हिचकी आदि ठीक हो जाते हैं। अम्लपित्त, रोगों में गन्ने का ताजा रस काफी फायदेमंद है। यह तो हम सब जानते हैं कि हमारे गांव में गन्‍ने से कई मिठास प्रदान करने वाले पदार्थ बनाये जाते हैं जैसे-गुड़, राब, शक्कर, खांड, बूरा, मिश्री। गन्‍ने में मिनरल, विटामिन और एंटीऑक्‍सीडेंट अधिक मात्रा में पाया जाता है।
● इसके अलावा बुखार होने पर गन्‍ने का सेवन करने से बुखार जल्दी उतर जाता है। एसीडिटी के कारण होने वाली जलन में भी गन्ने का रस लाभदायक होता है। गन्ने के रस का सेवन यदि नींबू के रस के साथ किया जाए तो पीलिया जल्दी ठीक हो जाता है।
● गन्ने के रस में ज्यादा बर्फ मिलाकर नहीं पीना चाहिए, सिर्फ रस पीना ज्यादा फायदेमंद है। ऐसे ही गन्‍ने के कई लाभ हैं जिनके बारे में आज हम आपको अच्‍छी तरह से बताने वाले हैं। आइये जानते हैं-
1) पीलिया :-
पीलिया ठीक करने के लिये रोज दो गिलास गन्‍ने के रस में नींबू और नमक मिला कर पीना चाहिये।
2) संक्रमण :-
मूत्र पथ के संक्रमण, यौन संचारित रोगों और पेट में सूजन आदि गन्‍ने के रस से ठीक हो जाती है।
3) किडनी :-
पथरी तभी बनती है जब शरीर में पानी की कमी हो जाती है और लगातार पानी की कमी को पूरा करने से यह ठीक भी हो जाती है। इसे गायब करने के लिये रोज गन्‍ने का जसू पीजिये क्‍योंकिे यह स्‍टोन को तोड़ कर उसे घुला देता है।
4) मधुमेह
यदि आप डायबिटीज के शिकार हैं तो गन्‍ने का जूस पी सकते हैं क्‍योंकि यह ब्‍लड ग्‍लूकोज लेवल को बैलेंस कर के रखता है। इसमें बिल्‍कुल भी हानिकारक मिठास नहीं होती।
5) पोषण संबंधी लाभ
गन्‍ने में बहुत सा विटामिन और मिनरल पाया जाता है जो कि शरीर के लिये बहुत अच्‍छा माना जाता है। गन्ने के रस में फास्फोरस, लोहा, पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है।
6) सर्दी, जुखाम और गले की खराश
यदि आप सोचते हैं कि गन्‍ने का रस मीठा होता है इसलिये यह सर्दी, जुखाम में पीने के लिये खराब है तो आप गलत हैं। यह सर्दी जुखाम को पल भर में सही कर देता है।
7) कैंसर
अल्‍कलाइन प्रकृति होने की वजह से यह कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है। विशेष रूप से प्रोस्‍ट्रेट , पेट, फेफड़े और स्तन कैंसर।
8) पानी की कमी पूरी करे
कई लोगों को ज्‍यादा पानी पीने की आदत नहीं होती जिससे उन्‍हें डीहाइड्रेशन हो जाता है। शरीर में पानी की कमी ना होने पाए इसके लिये गन्‍ने का रस पीजिये। गर्मियों में भी अपने शरीर को ठंडा रखने के लिये गन्‍ने का रस पीजिये।
गन्‍ने का रस पीने का लाभ

● गन्‍ने का रस एक शीतल पेय पदार्थ है जो कि बड़ा ही टेस्‍टी लगता है। इसे पीने से कई तरह की बीमारियां जैसे, एनीमिया, जौण्डिस, हिचकी आदि ठीक हो जाते हैं। अम्लपित्त, रोगों में गन्ने का ताजा रस काफी फायदेमंद है। यह तो हम सब जानते हैं कि हमारे गांव में गन्‍ने से कई मिठास प्रदान करने वाले पदार्थ बनाये जाते हैं जैसे-गुड़, राब, शक्कर, खांड, बूरा, मिश्री। गन्‍ने में मिनरल, विटामिन और एंटीऑक्‍सीडेंट अधिक मात्रा में पाया जाता है।
● इसके अलावा बुखार होने पर गन्‍ने का सेवन करने से बुखार जल्दी उतर जाता है। एसीडिटी के कारण होने वाली जलन में भी गन्ने का रस लाभदायक होता है। गन्ने के रस का सेवन यदि नींबू के रस के साथ किया जाए तो पीलिया जल्दी ठीक हो जाता है।
● गन्ने के रस में ज्यादा बर्फ मिलाकर नहीं पीना चाहिए, सिर्फ रस पीना ज्यादा फायदेमंद है। ऐसे ही गन्‍ने के कई लाभ हैं जिनके बारे में आज हम आपको अच्‍छी तरह से बताने वाले हैं। आइये जानते हैं-
1) पीलिया :-
पीलिया ठीक करने के लिये रोज दो गिलास गन्‍ने के रस में नींबू और नमक मिला कर पीना चाहिये।
2) संक्रमण :-
मूत्र पथ के संक्रमण, यौन संचारित रोगों और पेट में सूजन आदि गन्‍ने के रस से ठीक हो जाती है।
3) किडनी :-
पथरी तभी बनती है जब शरीर में पानी की कमी हो जाती है और लगातार पानी की कमी को पूरा करने से यह ठीक भी हो जाती है। इसे गायब करने के लिये रोज गन्‍ने का जसू पीजिये क्‍योंकिे यह स्‍टोन को तोड़ कर उसे घुला देता है।
4) मधुमेह
यदि आप डायबिटीज के शिकार हैं तो गन्‍ने का जूस पी सकते हैं क्‍योंकि यह ब्‍लड ग्‍लूकोज लेवल को बैलेंस कर के रखता है। इसमें बिल्‍कुल भी हानिकारक मिठास नहीं होती।
5) पोषण संबंधी लाभ
गन्‍ने में बहुत सा विटामिन और मिनरल पाया जाता है जो कि शरीर के लिये बहुत अच्‍छा माना जाता है। गन्ने के रस में फास्फोरस, लोहा, पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है।
6) सर्दी, जुखाम और गले की खराश
यदि आप सोचते हैं कि गन्‍ने का रस मीठा होता है इसलिये यह सर्दी, जुखाम में पीने के लिये खराब है तो आप गलत हैं। यह सर्दी जुखाम को पल भर में सही कर देता है।
7) कैंसर
अल्‍कलाइन प्रकृति होने की वजह से यह कैंसर से सुरक्षा प्रदान करता है। विशेष रूप से प्रोस्‍ट्रेट , पेट, फेफड़े और स्तन कैंसर।
8) पानी की कमी पूरी करे
कई लोगों को ज्‍यादा पानी पीने की आदत नहीं होती जिससे उन्‍हें डीहाइड्रेशन हो जाता है। शरीर में पानी की कमी ना होने पाए इसके लिये गन्‍ने का रस पीजिये। गर्मियों में भी अपने शरीर को ठंडा रखने के लिये गन्‍ने का रस पीजिये।

किडनी को साफ़ करे वह भी सिर्फ 5 रुपैये में।

किडनी को साफ़ करे वह भी सिर्फ 5 रुपैये में।
हमारी किडनी एक बेहतरीन फ़िल्टर हैं जो सालो से
हमारे खून की गंदगी को साफ़ करने का काम करती हैं
मगर हर फ़िल्टर की तरह इसको भी साफ़ करने की ज़रुरत हैं
ताकि ये और भी अच्छा काम करे।
आज हम आपको बता रहे हैं इसकी सफाई के बारे में और
वह भी सिर्फ 5 रुपैये में।
एक मुट्ठी भर धनिया लीजिये इसको छोटे छोटे टुकड़ो
में काट ले और अच्छी तरह धुलाई कर ले। फिर एक बर्तन
में १ लीटर पानी डाल कर इन टुकड़ो को डाल दे, 10 मिनट
तक धीमी आंच पर पकने दे, बस अब इसको छान ले और ठंडा
होने दो अब इस ड्रिंक को हर रोज़ एक गिलास खाली पेट
पिए। आप देखेंगे के आपके पेशाब के ज़रिये सारी
गंदगी बाहर आ रही हैं।
NOTE : - इसके साथ थोड़ी से अजवायन डाल ले तो सोने
पे सुहागा ।
अब समझ आया के हमारी माँ अक्सर धनिये की चटनी
क्यों बनती थी और हम आज उनको old fashion कहते हैं।

function disabled

Old Post from Sanwariya