गर्भवती स्त्री को केसर का दूध क्यों दिया जाता हैं ???
किसी भी नवजात शिशु के जन्म से पूर्व उसकी माता के अच्छे स्वास्थ्य के लिए कई नियम बनाए गए हैं । माता और उसके गर्भ में पल रहा शिशु दोनों की सुरक्षा और सेहत अच्छी बनी रहे, इसके लिए गर्भवती स्त्री के खाने-पीने का विशेष ध्यान रखा जाता है । सभी गर्भवती महिलाओं को अनिवार्य रूप से प्रतिदिन दूध में केसर घोलकर पीने को दिया जाता है ।
ऐसी मान्यता है कि केस
किसी भी नवजात शिशु के जन्म से पूर्व उसकी माता के अच्छे स्वास्थ्य के लिए कई नियम बनाए गए हैं । माता और उसके गर्भ में पल रहा शिशु दोनों की सुरक्षा और सेहत अच्छी बनी रहे, इसके लिए गर्भवती स्त्री के खाने-पीने का विशेष ध्यान रखा जाता है । सभी गर्भवती महिलाओं को अनिवार्य रूप से प्रतिदिन दूध में केसर घोलकर पीने को दिया जाता है ।
ऐसी मान्यता है कि केस
र का दूध पीने से शिशु का रंग गोरा होता है परंतु इसके कई आयुर्वेदिक गुणों की वजह से यह परंपरा प्राचीन काल से ही चली आ रही है ।
केसर एक औषधि है इसका अंग्रेजी नाम सेफरन है । इसका स्वभाव गर्मी देने वाला होता है । आयुर्वेद के अनुसार इसके नियमित सेवन से पित्त, कफ, पेट संबंधित अनेक परेशानियों अपच, पेट में दर्द, वायु विकार आदि नहीं होते । गर्भवती स्त्री और उसके बच्चे को इन सभी बीमारियों के प्रभाव से बचाने के लिए उन्हें केसर का सेवन कराया जाता है । साथ ही केसर सामान्य महिलाओं के लिए भी बहुपयोगी है । इससे स्त्रियों में होने वाली अनियमित मासिक स्राव एवं इस दौरान होने वाले दर्द में लाभ मिलता है ।
यदि किसी स्त्री के गर्भाशय की सूजन है तो उसके लिए केसर का सेवन फायदेमंद रहता है
Shyam Sunder Chandak
केसर एक औषधि है इसका अंग्रेजी नाम सेफरन है । इसका स्वभाव गर्मी देने वाला होता है । आयुर्वेद के अनुसार इसके नियमित सेवन से पित्त, कफ, पेट संबंधित अनेक परेशानियों अपच, पेट में दर्द, वायु विकार आदि नहीं होते । गर्भवती स्त्री और उसके बच्चे को इन सभी बीमारियों के प्रभाव से बचाने के लिए उन्हें केसर का सेवन कराया जाता है । साथ ही केसर सामान्य महिलाओं के लिए भी बहुपयोगी है । इससे स्त्रियों में होने वाली अनियमित मासिक स्राव एवं इस दौरान होने वाले दर्द में लाभ मिलता है ।
यदि किसी स्त्री के गर्भाशय की सूजन है तो उसके लिए केसर का सेवन फायदेमंद रहता है
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