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बुधवार, 3 नवंबर 2021

दीपावली व लक्ष्मी पूजन

*दीपावली व लक्ष्मी पूजन*
4 नवंबर गुरुवार
दिपावली को शुभ मुहूर्त में माता लक्ष्मी, भगवान गणेश, मां सरस्वती और धन के देवता कुबेर की पूजा-आराधना होती है। 
मान्यता है दिवाली की रात माता लक्ष्मी पृथ्वी पर आती हैं और घर-घर जाकर ये देखती हैं किसका घर साफ है और किसके यहां पर विधिविधान से पूजा हो रही है। माता लक्ष्मी वहीं पर अपनी कृपा बरसाती हैं। दिवाली पर लोग सुख-समृ्द्धि और भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए माता लक्ष्मी की विशेष पूजा करते है।
मां लक्ष्मी मंत्र- ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद, ऊं श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥
सौभाग्य प्राप्ति मंत्र- ऊं श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा।।

अमावस्या तिथि प्रारम्भ: 04 नवंबर 2021 को प्रात: 06:03 बजे से.
अमावस्या तिथि समाप्त: 05 नवंबर 2021 को प्रात: 02:44 बजे तक
*पुजन शुभ मुहूर्त*
प्रातः 6:47 बजे से 8:10 तक शुभ का इस के बाद
चर 10:56 से 12:19 तक 
लाभ 12:19 से  1:42 तक
अमृत  1:42 से  3:03 तक 

इस दिन राहुकाल 01:30 से  3:00 तक रहेगा इस समय कोई भी शुभ कार्य नहीं कर सकते है।
इसके बाद फिर
शाम 4:38 से 6:03 तक शुभ का चौघड़िया 
6:03 से 7:30 तक अमृत का चौघड़िया
सर्वश्रेष्ठ मूहुर्त प्रदोषकाल सांयकाल 5:51 से 8:27 तक रहेगा।
प्रदोषकाल स्थिर लग्न वृषलग्न व कुम्भ का नवमांश रहेगा।
अमृत व चर का चौघड़िया शाम 5:51 से 9:06 रात्रि तक
रात्री 12:22 से 1:56 लाभ का चौघड़िया
लाभ मध्य रात्रि 12:19 से 1:55  तक अंतरात्रि शुभ व अमृत 03:32 से 6:47अगली सुबह तक रात्रि में श्रेष्ठ लग्न वृषलग्न सांय 6:32 से 8:27 सिंह लग्न मध्य रात्रि 12:59 से 3:13 इन मुहूर्त पूजन करना श्रेष्ठ रहेगा।

*गोवर्धन पूजा* 
05 नवंबर शुक्रवार
इस त्योहार में भगवान कृष्ण के साथ गोवर्धन पर्वत और गायों की पूजा का विधान है। इसी दिन भगवान कृष्ण को 56 भोग बनाकर लगाया जाता है।

गोवर्धन पूजा शुभ मुहूर्त -
प्रातः 06:35 से 08:47 तक
गोवर्धन पूजा का सायंकाल 3:21 से 5:33 तक

*भाई दूज* 
6 नवम्बर शनिवार
भाई दूज कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाईयों के माथे पर तिलक लगाकर उनकी लंबी आयु और सुख-समृद्धि की मनोकामनाएं मांगती हैं। इस त्योहार को भाई दूज या भैया दूज, भाई टीका, यम द्वितीया, भ्रातृ द्वितीया कई नामों से जाना जाता है।
 शुभ मुहूर्त
भाई दूज तिलक का समय  दोपहर 01ः10 से 03ः21 मिनट तक

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