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गुरुवार, 4 अगस्त 2022

हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत स्वतंत्रता दिवस अवसर पर देश भर में 20 करोड़ से अधिक घरों पर तिरंगा झंडा फहराया जाएगा

 इस अभियान के तहत प्रत्येक नागरिकों को अपने घरों में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराने के लिए सरकार प्रोत्साहित करेगी।

हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत स्वतंत्रता दिवस अवसर पर अगले महीने तक तीनों दिन तक ( 13 अगस्त से 15 अगस्त तक) देश भर में 20 करोड़ से अधिक घरों पर इस अभियान के तहत तिरंगा झंडा फहराया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश के सभी मुख्यमंत्री एवं केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और प्रशासकों के साथ आजादी के अमृत महोत्सव के तहत इस अभियान की तैयारी को लेकर समीक्षा की है। इस अभियान के अंतर्गत 13 से 15 अगस्त तक जनभागीदारी से सभी घरों में तिरंगा झंडा फहराया जाएगा। जिसमें सभी सरकारी एवं निजी प्रतिष्ठान शामिल होंगे। इसके साथ सभी नागरिकों को अपने फेसबुक, इंस्टाग्राम टि्वटर और अन्य सोशल मीडिया अकाउंट पर तिरंगा प्रदर्शित करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा।


हर घर तिरंगा फहराने का उद्देश्य | Purpose of Har Ghar Tiranga

भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आजादी के 75 वें वर्षगांठ पर आजादी के अमृत महोत्सव को मनाने के दौरान देश के प्रत्येक नागरिक को अपने घरों में तिरंगा लगाने और इसे फहराने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए हर घर तिरंगा अभियान शुरू किया  है। प्रधानमंत्री का कहना है कि इस अभियान के पीछे लोगों के दिलों में देशभक्ति की भावना को जागृत करना एवं जनभागीदारी की भावना से देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस के वर्षगांठ के अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव को मनाना है। 13 से 15 अगस्त के बीच प्रत्येक नागरिक द्वारी अपने घरों में तिरंगा झंडा फहराया जाएगा। इस अभियान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 जुलाई को ट्वीट करते हुए कहा है कि इस साल देश के प्रत्येक नागरिक आजादी के अमृत महोत्सव मनाने जा रहे हैं जिसमें हर घर 13 से 15 अगस्त के बीच भारत के प्रत्येक व्यक्ति अपने घरों में  तिरंगा को लहराएंगे। जिससे देश के प्रत्येक नागरिक के अंदर स्वतंत्रता आंदोलन और राष्ट्रीय ध्वज के प्रति जुड़ाव और लगाव अधिक गहरा होगा।

हर घर तिरंगा अभियान के तहत झंडा फहराने का नियम | Rule Of Har Ghar Tiranga

केंद्र सरकार ने 15 अगस्त को 20 करोड़ घरों में जनभागीदारी से तिरंगा झंडा फहराने के लिए राष्ट्रीय अभियान हर घर तिरंगा अभियान पहल शुरू की है। इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय ध्वज से जुड़े कुछ नियम निकाले हैं। आइए जानते हैं उन नियमों के बारे में – अगर कोई भी व्यक्ति इस नियम के अनुसार तिरंगा झंडा नहीं फहराता है, तब उन पर सख्त से सख्त कड़ी कार्यवाही भी हो सकती है। इसके लिए भारत सरकार द्वारा जारी फ्लैग कोड 2002 तैयार किया गया है। यह कोड राष्ट्रीय ध्वज के उपयोग, फहराने और प्रदर्शन से जुड़ी गाइडलाइन को बताता है और इस गाइडलाइन को 26 जनवरी 2002 में लागू किया था। इस अभियान के तहत हर घर तिरंगा अभियान में जनभागीदारी से तिरंगा झंडा फहराए जाना है।

1.हर घर तिरंगा अभियान में झंडे का प्रयोग किसी भी व्यावसायिक उद्देश्य के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
2. किसी व्यक्ति या वस्तु को सलामी देने के लिए भी झंडे को नहीं झुकाया जाएगा।
3. झंडे का प्रयोग किसी भी पोशाक, वर्दी के रूप में नहीं किया जाएगा, साथ ही झंडे को किसी भी रुमाल, तकिए या अन्य कपड़े पर नहीं छापा जाएगा।
4. झंडे का प्रयोग किसी भी भवन में पर्दा लगाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
5. किसी भी प्रकार के अधिसूचना, विज्ञापन, अभिलेख ध्वज पर नहीं लिखा जाना चाहिए।

6. इसके साथ-साथ झंडे को वाहन, रेलगाड़ी, वायुयान की छत को ढकने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।

7. इसके साथ-साथ किसी दूसरे झंडे को भारतीय झंडे के बराबर या उसके ऊंचाई पर नहीं फहराया जाएगा।

इस अभियान का उद्देश्य | Main Objective of This Mission

इसका मुख्य लक्ष्य नागरिकों के दिलों में देशभक्ति की भावना पैदा करना और राष्ट्रीय ध्वज के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। भारत में राष्ट्रीय ध्वज को कैसे नियंत्रित किया जाता है यह भारत के ध्वज संहिता 2002 भारत सरकार द्वारा तैयार किया गया है। यह राष्ट्रीय ध्वज के उपयोग, प्रदर्शनी और फहराने पर गाइडलाइन प्रोवाइड करता है। भारत का ध्वज संहिता 26 जनवरी 2002 को लागू किया गया था। जो कि प्राइवेट पब्लिक और गवर्नमेंट ऑर्गेनाइजेशन द्वारा ध्वज के प्रदर्शन को नियंत्रित करता है।

फ्लैग के साथ सेल्फी क्या है और संस्कृति मंत्रालय ने हर घर तिरंगा योजना के लिए वेबसाइट क्यों लॉन्च की है?

 केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने हर घर तिरंगा योजना के लिए लोगों को और अधिक उत्साहित एवं जागरूक करने के लिए एक वेबसाइट लॉन्च की है। जिसमें देश का कोई भी नागरिक झंडा लगा सकता है और अपने देशभक्ति को दिखाने के लिए तिरंगा झंडा के साथ सेल्फी लेकर इस वेबसाइट पर पोस्ट कर सकता है। इस साल स्वतंत्रता दिवस के 75 साल पूरा होने पर देश में आजादी का अमृत महोत्सव का पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुरू किया है। भारत के आजादी के 75 गौरवशाली सालों को मनाने के लिए इस महोत्सव की शुरुआत की गई है। जिसमें देश के 28 राज्यों, 8 केंद्र शासित प्रदेशों और 150 से अधिक देशों में 50,000 से अधिक इस आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत सफलतापूर्वक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। जो कि अब तक का सबसे बड़े कार्यक्रमों में से एक है।

केंद्र सरकार हर घर तिरंगा अभियान पर कितना और कैसे खर्च कर रही है

 केंद्र सरकार ने इस साल आजादी के अमृत महोत्सव अभियान के तहत देश के 20 करोड़ घरों में झंडा फहराने का लक्ष्य तय किया है। कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स सीएआईटी के अनुसार भारत में फिलहाल 4 करोड़ झंडे उपलब्ध है और बाकी के झंडों का आर्डर राज्य एवं केंद्र सरकार को अपने स्तर पर निर्माण कर बिक्री के जगह पहुंचाना होगा। केंद्र सरकार के अनुसार झंडे 3 साइज में उपलब्ध होंगे और तीनों की कीमत भी अलग-अलग तय की जाएगी। इन तीनों झंडों के साइज के अनुसार इनका कीमत ₹9, ₹18 और ₹25 रुपये केंद्र सरकार ने तय किया है।

झंडा बनाने वाली कंपनियां शुरुआत में केंद्र और राज्य सरकार को झंडा उधार पर उपलब्ध करवाएंगे। देश के उन सभी नागरिकों को अपने पैसे से झंडा खरीदना होगा। जो आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर अपने घरों में झंडा फहराएंगे। 1 अगस्त से डाक घरों पर भी झंडा उपलब्ध होगा। केंद्र सरकार के 20 करोड़ घरों पर झंडा फहराने के लक्ष्य में अगर झंडे का न्यूनतम कीमत ₹10 भी होता है। तो इस अभियान में कुल 200 करोड़ रुपए खर्च होने की उम्मीद है और यह 200 करोड़ उन्हीं लोगों के जेब से आएंगे जो झंडे खरीदेंगे और झंडा बनाने के लिए स्वयं सहायता समूह छोटे और मध्यम उद्योग जैसे से जुड़े व्यापारी और बिजनेस हाउस को झंडा बनाने के लिए टेंडर दिया गया है। ताकि ज्यादा से ज्यादा मात्रा में लोगों को झंडा उपलब्ध हो सके।

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