पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सेन फ्रांसिस्को में बोतल का पानी बंद
कोका कोला और पेप्सीको जैसी कंपनी ने इस कानून का विरोध किया,
अमेरिका कासेन फ्रांसिस्को एकमात्र ऐसा शहर बन गया है, जहां सार्वजनिक स्थलों पर बोतल बंद पानी खरीदना और बेचना अब अपराध है। यहां के स्थानीय प्रशासन ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को पेयजल मुहैया कराने और पानी व्यर्थ बहाने से बचने के लिए यह कानून बनाया है। इसका एक महत्वपूर्ण उद्देश्य पर्यावरण की सुरक्षा करना है। इस कानून को वहां 11-0 के मत से पारित किया गया। दुनियाभर में बड़ी मात्रा में प्लास्टिक की बोतलें सड़कों या खाली मैदानों में फेंकी जाती हैं, जिससे गंदगी होती है और बीमारियां फैलती हैं। सिर्फ सेन फ्रांसिस्को में ही सालभर में एक से डेढ़ करोड़ प्लास्टिक की बोतलें हर साल एकत्र की जाती हैं।
पर्यावरण को सेहतमंद बनाए रखने के लिए यह कदम उठाने वाला सेन फ्रांसिस्को दुनिया का पहला शहर है। वर्ष 2020 तक यहां 'जीरो वेस्ट' का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रशासन के बोर्ड ऑफ सुपरवाइजर्स ने एक प्रस्ताव में कहा है कि वे इसे पूरे देश में लागू करने की कोशिश करेंगे। यहां वर्ष 2007 में ऐसा एक कानून पारित किया था, जिसे अब स्थायी रूप दे दिया गया है। हालांकि मैराथन, अन्य खेल गतिविधियों तथा विमानतल पर यह कानून लागू नहीं होगा। कोका कोला और पेप्सीको जैसी कंपनी ने इस कानून का विरोध किया, लेकिन उनकी दलीलें खारिज कर दी गईं।
कोका कोला और पेप्सीको जैसी कंपनी ने इस कानून का विरोध किया,
अमेरिका कासेन फ्रांसिस्को एकमात्र ऐसा शहर बन गया है, जहां सार्वजनिक स्थलों पर बोतल बंद पानी खरीदना और बेचना अब अपराध है। यहां के स्थानीय प्रशासन ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को पेयजल मुहैया कराने और पानी व्यर्थ बहाने से बचने के लिए यह कानून बनाया है। इसका एक महत्वपूर्ण उद्देश्य पर्यावरण की सुरक्षा करना है। इस कानून को वहां 11-0 के मत से पारित किया गया। दुनियाभर में बड़ी मात्रा में प्लास्टिक की बोतलें सड़कों या खाली मैदानों में फेंकी जाती हैं, जिससे गंदगी होती है और बीमारियां फैलती हैं। सिर्फ सेन फ्रांसिस्को में ही सालभर में एक से डेढ़ करोड़ प्लास्टिक की बोतलें हर साल एकत्र की जाती हैं।
पर्यावरण को सेहतमंद बनाए रखने के लिए यह कदम उठाने वाला सेन फ्रांसिस्को दुनिया का पहला शहर है। वर्ष 2020 तक यहां 'जीरो वेस्ट' का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रशासन के बोर्ड ऑफ सुपरवाइजर्स ने एक प्रस्ताव में कहा है कि वे इसे पूरे देश में लागू करने की कोशिश करेंगे। यहां वर्ष 2007 में ऐसा एक कानून पारित किया था, जिसे अब स्थायी रूप दे दिया गया है। हालांकि मैराथन, अन्य खेल गतिविधियों तथा विमानतल पर यह कानून लागू नहीं होगा। कोका कोला और पेप्सीको जैसी कंपनी ने इस कानून का विरोध किया, लेकिन उनकी दलीलें खारिज कर दी गईं।