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रविवार, 27 जुलाई 2014

वो दिन दूर नही कि कोई तुम्हारी बहनो के फोटो पर भी ऐसा कमेंट करता मिले.

एक आवश्यक बात आज मैं
चाहूँगा कि यदि मेरी बात आप को उचित लगे
तो समर्थन में कमेंट जरूर आयें और गलत लगे

तो विरोध करें शाम का समय था ! विजय अपने
दोस्त सौरभ और अन्य दोस्तों के साथ चौराहे में
चाय की दुकान में चाय पी रहा था . तभी एक
लड़की अपनी माँ के साथ वहाँ से निकली ..!
विजय का दोस्त सौरभ ऊँची आवाज में बोला -
"अरे वाह क्या आइटम है भाई अरसा बीत
गया इतना आइटम देखे हुए .."
विजय -"भाई शांत हो जा .. मत कर यार .."
पर सौरभ एक नहीं माना और दो चार गंदे कमेंट
और मार दिए ..विजय वहाँ से उठ कर घर
चला गया .. बाद में सौरभ को उसके दोस्त ने
बताया कि जिसे तू कमेंट कर रहा था ..वो विजय
की बहन थी और उसके साथ उसकी माँ थी !
.
दोस्तों मैं बहुत सारे लोगों को फेसबुक पे
देखता हूँ , वो लड़कियों की आईडी से चुरा कर
फोटो डाल के खूब मज़े से कमेंट मारते है वाह
क्या माल है वाह जुगाड़, है और भी बहुत कुछ
जो लिख नही सकता । मै उन लोगों को फ्री मे
एक सलाह देना चाहता हूँ कि अगर
ऐसा होता रहा तो वो दिन दूर नही कि कोई
तुम्हारी बहनो के फोटो पर भी ऐसा कमेंट
करता मिले.
और अपना जूता अपने सर लगे,कई लोग
तो नीचता की हद पार कर जाते हैं
ये लड़की की ही फेक आईडी बना के और
किसी की भी लड़की की आईडी का फोटो चुराकर
डालते हैं, और कहते है- मैं कैसी लग रही हूँ और नीचे
के कमेंट ऐसे होते हैं कि उसे पढ़ कर मुर्दा भी शर्म
खाये।। "दोस्तो आप से नम्र निवेदन हैं कि आप
कभी भी ऐसा ना करे ..
जो ऐसा करते हैं उन्हें
ऐसा करने से रोकें आखिर
वो भी तो किसी की बहन
या बेटी होगी जिनकी फोटो डालकर ये लोग
गंदे गंदे कमेंट करते ह
Sanwariya के बात से किसी को चोट पहुची है मुझे माफ
करना दोस्तो

पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सेन फ्रांसिस्को में बोतल का पानी बंद

पर्यावरण की सुरक्षा के लिए सेन फ्रांसिस्को में बोतल का पानी बंद
कोका कोला और पेप्सीको जैसी कंपनी ने इस कानून का विरोध किया,
अमेरिका कासेन फ्रांसिस्को एकमात्र ऐसा शहर बन गया है, जहां सार्वजनिक स्थलों पर बोतल बंद पानी खरीदना और बेचना अब अपराध है। यहां के स्थानीय प्रशासन ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को पेयजल मुहैया कराने और पानी व्यर्थ बहाने से बचने के लिए यह कानून बनाया है। इसका एक महत्वपूर्ण उद्देश्य पर्यावरण की सुरक्षा करना है। इस कानून को वहां 11-0 के मत से पारित किया गया। दुनियाभर में बड़ी मात्रा में प्लास्टिक की बोतलें सड़कों या खाली मैदानों में फेंकी जाती हैं, जिससे गंदगी होती है और बीमारियां फैलती हैं। सिर्फ सेन फ्रांसिस्को में ही सालभर में एक से डेढ़ करोड़ प्लास्टिक की बोतलें हर साल एकत्र की जाती हैं।
पर्यावरण को सेहतमंद बनाए रखने के लिए यह कदम उठाने वाला सेन फ्रांसिस्को दुनिया का पहला शहर है। वर्ष 2020 तक यहां 'जीरो वेस्ट' का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रशासन के बोर्ड ऑफ सुपरवाइजर्स ने एक प्रस्ताव में कहा है कि वे इसे पूरे देश में लागू करने की कोशिश करेंगे। यहां वर्ष 2007 में ऐसा एक कानून पारित किया था, जिसे अब स्थायी रूप दे दिया गया है। हालांकि मैराथन, अन्य खेल गतिविधियों तथा विमानतल पर यह कानून लागू नहीं होगा। कोका कोला और पेप्सीको जैसी कंपनी ने इस कानून का विरोध किया, लेकिन उनकी दलीलें खारिज कर दी गईं।

इस तथा कथित "सहिषुणता " और मानसिक बीमारी को भक्ति कह सकते हे क्या ?????

साईं की एक तस्वीर जिसमे उसे सीधे विष्णु जी के रूप में शेषनाग पर बिठा दिया गया हे !"
हो सकता हे की कल किसी साईं भक्त का दिमाग चले और ????
लक्ष्मी माँ को साईं के पैर दबाते हुए चित्र बनादे ?????!!!!
फिर किसी और साईं भक्त का दिमाग चले और साईं के हाथ में "श्री कृष्ण का महाशस्त्र सुदर्शन चक्र" थमा दे।
और किसी महामूर्ख भक्त का दिमाग चले तो वह अनादिकाल "शिव परिवार" के साथ
माँ दुर्गा और समस्त परिवार के बीच से अनंत शिव को हटाकर इस साईं को परिवार और माँ दुर्गा का पति परमेश्वर और कार्तिकेय जी व् विनायक जी का पिता भी घोषित कर दे।?????!!!!!
अंध भक्ति और मार्केटिंग की होड़ में यह घटना होना भी आप हे और यह बिचारे करे भी तो क्या इनका यह रूप होना आम हे!!!!!!! और इनके द्वारा !"ॐ साईं राम" "ॐ साईं कृष्ण" का उदघोष करते हे ।।।

फिर मशीनरी "चर्च" द्वारा फेलाये जा रहे भ्रम और साईं भक्तो द्वारा फेलाया जा रहा अंध विश्वास में क्या अंतर हे ।???????
इस तथा कथित "सहिषुणता " और मानसिक बीमारी को भक्ति कह सकते हे क्या ?????

"श्रीमदभगवत गीता"अध्याय-6 श्लोक दूसरा "भक्त में तुझे तेरे कर्मो का फल उसी उचित समय दूंगा जब में उसे तेरे हित कार्य में समझू और कोई भी शक्ति मेरे इस जीवन फल कार्य के आड़े नही आ सकती ।।अर्थात यह टेलीब्रांड को मानने वाले की उनके सारे कार्य वहा से होते हे तो उस कब्र की आस्था फिर से एक बार हमारी"गीता "का अपमान करते हे

हर चैनल हर एंकर बिकता है

एक बार 3 लोग बैठ के बातें कर रहे थे और बड़ी जोर जोर से हंस रहे थे, उन में से एक किसी मीडिया चैनल का मालिक था, एक विदेशी था,एक नेता था

सब से पहले विदेशी बोला -

यहाँ के लोग तो मुर्ख हैं,हमारा कूड़ा खाते हैं,
हमारे कुत्तो की साबुन से नहाते हैं
हमारे बनाये कीटनाशक को अमृत समझ के पीते हैं,
इनकी ही गौ माता को मार कर हम
मेग्गी,lays, और सभी सामानों में मिलाते हैं
ये मुर्ख ब्रांडेड समझ के मजे से खा जाते हैं
नीम की दातुन को छुडवा के लगा दिया कोलगेट घिसने पे
जो बनती है जानवरों की हड्डी पिसने पे
दिवाली जैसे त्योहारों पे भी
अब ये हमारी चोकलेट कुरकुरे खाते हैं
और अपनी गौ माता के दूध में मिलावट बताते हैं
हम यहाँ बैठ कर इनक्को अपने इशारे पे नचवाते हैं
राम सेतु आदि यहाँ बैठ के तुड्वाते हैं
यह थे कभी दुनिया के मालिक, आज नोकर इनको बना दिया
आसमान से पटक कर मिटटी में इनको मिला दिया

पर अक्ल इन मूर्खो अभी भी नही आई

आज भी ब्रांडेड से नहाते हैं, ब्रांडेड खाते हैं
ब्रांडेड चलाते हैं, ब्रांडेड पहनते हैं
हा हा हा हाहा

पुरे कमरे में गूंज रही ठहाको की फुलवारी थी
अब विदेशी के बाद नेता की बारी थी

दारु का गिलास उठा के नेता बोला
अरे विदेशी भाई तुमने हमको कम तोला

ये लोग तुम्हारे गुलाम न होते
हम अगर आपके साथ न होते

हमने सोने की चिड़िया को रुलाया है
यहाँ का राज हमने ही तुम्हे दिलाया है

तुमने तो सिर्फ पैसा और सामान दिया है
असली पागल तो इनको हमने किया है
कभी जात के नाम पे कभी धर्म के नाम पे
हमने भाई भाई को लड़ाया है

हम देश को निचोड़ के बेच देंगे तुम इत्मीनान रखना
बस पैसा कम न हो जाये मेरे स्विस खाते का ख्याल रखना

इसी बिच मीडिया वाला चिलाया तोड़ दारु की बोतल जोर से बडबढाया

तुम दोनों कुछ भी न होते हम अगर आपके साथ न सोते

तुम्हारी हर नीच हरकत हम छुपाते हैं
पकड़ के किसी बेकसूर को ज़ालिम ज़ालिम चिल्लाते हैं

ब्रांडेड आपके इसलिए बिकते हैं, क्यूँ की हर ब्रेक में हमारे दीखते हैं
विदेशी सामान का असली सच हम दिखाते नही हैं
इसलिए लिए अच्छे सव्देशी प्रोडक्ट टिक पाते नही हैं

अच्छे भले संतो को हम फसा रहे हैं
इसलिए आप के धर्म वाले लोगों को इसाई बना रहे हैं

हर चैनल हर एंकर बिकता है
इसलिए सुबह 6 बजे हर जगह यीशु दीखता है

अगर सिर्फ 24 घंटे हम इमानदारी से खबरें चला दें
तुम दोनों को एक दिन में जेल भिजवा दें

वो 56 इंची हिंदू राष्ट्रवादिता का सीना कहाँ है...?

मुझे मेरे धर्म, मेरे हिंदुत्व और मेरे लोगों की कीमत पर तुम्हारा थोथा और हिंदू विरोधी / हिंदुत्व संहारी विकास नहीं चाहिए मोदी सरकार ...तुम अपना कम्प्यूटर कुरान वालों के हाथ में ठूंसते रहो, अब हम तुम्हारे और तुम्हारी पार्टी के पैरों के नीचे से जनाधार की जमीन निकालेंगे जो तुम्हारे बहकावे में आ कर हम हिंदू राष्ट्रवादियों ने दिनरात एक करके जोती थी अन्यथा रमजान नाथ गैंग और पूरी भाजपा की औकात ही क्या थी....??

हम निशुल्क निस्वार्थ राष्ट्रवादी कार्यकर्तागण थे जो हिंदुओं के प्रति दुराग्रहों और होते कुकर्मों समेत भ्रष्टता, और लूट से परेशान थे, राष्ट्रीय सम्मान के खत्म होते अस्तित्व से हलकान थे ...किंतु आज दो माह में ही पूत के पग पालने में सुस्पष्टता से दृश्यमान है और अब हम आपके बहकावे में आकर, मौनी बाबाओं और उनकी अकर्मण्यता को दिन प्रतिदिन सहन करते ही जाये, क्षमा करें इतना महाबली धीरज धरने लायक ना आपके कर्म हैं ना हम लायक बचे हैं।

अब हम पैरों तले जमीन खीचेंगे और जानना चाहेगे कि वो 56 इंची हिंदू राष्ट्रवादिता का सीना कहाँ है...?
कहाँ है वो ...???

भारतीय किसान और स्थानीय व्यापरियों को व्यापारिक फायदा पहुंचाए।

साथियों....
हिन्दू धर्म के प्रमुख त्यौहारों में से एक रक्षाबन्धन का त्यौहार आने वाला है।
बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने भारतीय न्यूज ट्रेडर्स के साथ मिलकर षड्यंत्र रचा है।
अगले 8-10 दिनों में हर न्यूज चैनल भारतीय बाजार में मिलने वाली हर मिठाई को दूध
और मावा की मिलावट का प्रदर्शन करेंगे और साथ साथ ही कैडबरी चोकलेट और कोका कोला पेप्सी कंपनियां रिश्तों के भावनात्मक विझापन दिन रात हर चैनल पर प्रसारित  करेंगी
मेरा हर भारतीय से निवेदन है कि रक्षाबन्धन के लेन देन में ऐसी वस्तुओं का प्रयोग करें
जिनसे सीधा फायदा भारतीय उत्पादकों को हो जैसे फल, बिस्कुट,बेकरी प्रोडक्ट तथा अन्य स्थानीय उत्पाद साथियों चलो इस बार हम सभी भारतीय मिलकर कैडबरी और  कोका कोला-पेप्सी और कोई भी विदेशी कंपनी को जबरदस्त व्यापार घाटा और अपने भारतीय किसान और स्थानीय व्यापरियों को व्यापारिक फायदा पहुंचाए।
धन्यवाद...

हिन्दुस्थानी संस्कृति के अनुसार :-जन्मदिन मनाया जाय

निस्संदेह अपना जन्मदिन अपने लिए सबसे बड़ी खुशी का दिन है और जिस प्रकार हर वर्ष सामाजिक त्योहार मनाये जाते हैं, उसी प्रकार हमें अपना, अपने प्रियजनों का जन्मदिन मनाना चाहिए। जन्मदिन के अवसर पर मित्र-मिलन, के साथ पार्टी का आयोजन भी करते है हम। अपना जन्मदिन उल्लासपूर्ण वातावरण में मनाएँ ही-साथ ही अपने अनन्य मित्रों को भी उसके लिए अवश्य उत्साह एवं प्रेरणा दें।
१) पाश्चर्य संस्कृति के अनुसार :->

इन्विटेशन कार्ड [ invitation card ] , केक, मोमबत्ती , आइसक्रीम , चॉकलेट ,पिज़ा , सॉफ्ट ड्रिंक्स , रिटर्न गिफ्ट ,और जोरदार DJ का घोंघाट ! और उछल+कूद या फिल्म का प्रोग्राम ! बड़े लोगो के ले लिए शराब [ मदिरापान ] इत्यादि ....
इस में मुझे कई बात अच्छी न लगती एक तो मोमबत्ती को जलाओ फिर उसे फूंक मार के बुजादो ! अरे , केक सब खाने वाले है यानी उसे शुद्ध होना जरुरी है , और जिसका जन्म दिन है वो और उसके नजदीकी लोग भी उसे फूंक मारके बुझाते है उस समय उनके मुँह से निकली दुर्गंध वो भी बेक्टेरिया के साथ जो सूक्ष्म होती है वे केक पर चिपक जाती है ! कभी कभी तो थूंक के छींटे भी चिपक जाते है ! और वही केक सबको परोसा जाता है ! रिटर्न गिफ्ट ठीक है जिसकी जैसी आर्थिक शक्ति .... लेकिन देखा देखि में सब खींचे जाते है अपना सामजिक स्टेट्स दिखाने के लिए !
नकल में अक्ल का अभाव साफ़ दिखाई देता है। कई लोगो की मानसिकता ऐसी है की जो गोर लोग करे वही सत्य और आधुनकता है … ज्यादा पढ़े लिखे लोगो में यह बिमारी वायरल होगी है।
२)
हिन्दुस्थानी संस्कृति के अनुसार :->

सूर्योदय से पहले नित्य काम पूरा करके पूजा पाठ ,सूर्य दर्शन के साथ प्रार्थना , मातापिता और अपने से बड़ो का आशीर्वाद लेना , और पाठशाला में गुरूजी का आशीर्वाद लेना दिन चर्या में दान+दक्षिणा भी करना , लड्डू खाना मित्रो के साथ [ बुला कर ] आनंद + भोजन करना इत्यादि …

हिन्दुस्थान की संस्कृति में दीपक [ दिया ] प्रकाश का प्रतिक मान जाता हे जो अंधकार को दूर करता है। जिसे कभी कोई फूंक मारके नहीं बुझाता । प्रकाश हमारे जीवन में छिपे अँधक|र को दूर करने की प्रेरणा देता है।
ओर भी कई काम होते है जन्म दिन के लिए ........

समाज में प्रचलित प्रथाओं के अनुसार एवं अपनी स्थिति के अनुरूप जन्म दिन को एक हर्षोत्सव के रूप में मनाते है हम। अपने देश में भी यह प्रचलन सदा से था। मध्यकालीन अंधकार भरी अव्यवस्था में जहाँ हमने अपनी अनेक विशेषताएँ खोईं, वहाँ इस प्रेरणा पर्व का स्वरूप भी भूल गये। अब समय आ गया कि उस महत्त्वपूर्ण परंपरा का पुनः प्रचलन किया जाए।

जिसका जन्मदिन मनाया जाय उसके लिए यह आवश्यक है कि एकान्त में बैठकर आत्मचिन्तन करे। अपने आप से यह प्रश्र पूछे कि
(१)उसके जीवन का उद्देश्य क्या है ?
(२)क्या वह उस उद्देश्य की पूर्ति के लिए उचित प्रयत्न कर रहा है ?
(३) यदि नहीं, तो उस भूल को कैसे सुधारा जाए ?
( ४ ) हमने हमारे समाज और राष्ट्र के लिए क्या योगदान दिया है ?

इन चार प्रश्रों पर जितनी ही गहराई के साथ विचार + मंथन किया जाएगा, जितना ही सही उत्तर ढूँढ़ निकाला जायेगा, जितना ही साहस भूलों को सुधारने के लिए एकत्रित किया जा सकेगा, उतना ही जन्मदिन मनाने का वास्तविक उद्देश्य पूरा होता चलेगा।

इन आयोजनों से जीवन का स्वरूप, जीवन का उद्देश्य, जीवन का सदुपयोग और उसकी सफलता का मार्ग जानने में बहु मूल्य सहायता मिलेगी और यदि भूला हुआ मनुष्य अपने लक्ष्य की दिशा में सुव्यवस्थित रीति से चल पड़ा, तो इस संसार का, समाज का, संस्कृति का स्वरूप ही बदल जायेगा और धरती पर स्वर्ग अवतरण की, युग निर्माण की संभावना बढ़ेगी।

हमें ही नक्की करना है क्या सही है ……

वंदे मातरम ……

Media अगर ईमानदार है ! तो सबका सच एक साथ दिखाये !!

media ने कभी ये बताया ??
nestle कंपनी खुद मानती है कि वे अपनी चाकलेट kitkat मेबछड़े के मांसका रस मिलाती है !
और सबका धर्म भ्रष्ट कर रही है !

media ने कभी ये बताया ???
की मद्रास high cout मे fair and lovely कंपनी पर जब case किया गया था ! तब कंपनी ने खुद माना था !
हम cream मे सूअर की चर्बी का तेल मिलाते है !!

media ने कभी ये बताया ????
की ये colgate कंपनी जब अपने देश america मे colgate बेचती है तो उस पर warning लिखती है !!अमेरिका और यूरोप में जब कोलगेट बेचा जाता है तो उस पर चेतावनी (Warning) लिखी होती है | लिखते अंग्रेजी में हैं, मैं आपको हिंदी में बताता हूँ, उस पर लिखते हैं "please keep out this Colgate from the reach of thechildren below 6 years" मतलब "छः साल से छोटे बच्चों के पहुँच से इसको दूर रखिये/उसको मत दीजिये", क्यों?
क्योंकि बच्चे उसको चाट लेते हैं, और उसमे कैंसर करने वाला केमिकल है, इसलिए कहते हैं कि बच्चों को मत देना ये पेस्ट और आगे लिखते हैं " In case of accidental ingestion , pleasecontact nearest poison control center immediately , मतलब" अगर बच्चे ने गलती से चाट लिया तो जल्दी से डॉक्टर के पास ले के जाइए" इतना खतरनाक है, और तीसरी बात वो लिखते हैं"If you are an adult then take this paste on your brush inpea size " मतलब क्या है कि " अगर आप व्यस्क हैं /उम्र में बड़े हैं तो इस पेस्ट को अपने ब्रश पर मटर के दाने के बराबर की मात्रा में लीजिये" और आपने देखा होगा कि हमारे यहाँ जो प्रचार टेलीविजन पर आता है उसमे ब्रश भर के इस्तेमाल करते दिखाते हैं | हमारे देश में बिकने वालेपेस्ट पर ये"warning" नहीं होती 

media ने कभी बताया 
कि ये vicks नाम कि दवा यूरोप के कितने देशो मे ban है ! वहाँ इसे जहर घोषित किया गया है ! पर भारत मे सारा दिन tv पर इसका विज्ञापन आता है !!

media ने कभी बताया ??कि life bouy न bath soap है न toilet soap ! ये जानवरो को नहलाने वाला cabolic soap है !यूरोप मे life bouy से कुत्ते है!और भारत मे 9 करोड़ लोग इससे रगड़ रगड़कर नहाते हैं 


media ने कभी बताया ! ??????????? 
की ये coke pepsi सच मे toilet cleaner है ! और ये साबित हो गया है इसमे 21 तरह के अलग अलग जहर है ! और तो और संसद की कंटीन मे coke pepsi बेचना ban है ! पर पूरे देश मे बिक रही है 

media ने कभी बताया ????
कि ये healt tonic बेचने वाली विदेशी कंपनिया boost,complan ,horlics,maltova ,protinx , इन सबका delhi के all india institute (जहां भारत की सबसे बड़ी लैब है ) वहाँ इन सबका test किया गया ! और पता लगा ये सिर्फ मुगफली के खली से बनते है ! मतलब मूँगफली का तेल निकालने के बाद जो उसका waste बचता है !जिसे गाँव मे जानवर खाते है ! उससे ये healthtonic बनाते है !!

media ने कभी बताया ??????अमिताभ बच्चन का जब आपरेशन हुआ था और 10 घंटे चला था !तब डाक्टर ने उसकी बड़ी आंत काटकर निकली थी !! और डाक्टरमे कहा था ये coke pepsi पीने के कारण सड़ी है ! और अगले ही दिन से अमिताभ बच्चन ने इसका विज्ञापन करना बंद कर दिया था और आजतक coke pepsi का विज्ञापन नहीं करता नहीं करता !

Media अगर ईमानदार है ! तो सबका सच एक साथ दिखाये !!

पूरी post आपने पढ़ी बहुत बहुत.thanks !!

आप सबसे निवेदन है कीचुटुकले सायरी भेजने की बजाय यहसन्देश सबको भेजे ताकि लोगजान सके ।

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