अंगूर के 4 AMAZING FACTS...खाने के ये हैं BENEFITS
अंगूर एक ऐसा फल है जो विश्व के लगभग सभी क्षेत्रों में पैदा होता है और बहुत से लोग इसे अत्याधिक पसन्द करते हैं। अंगूर बेल पर लगने वाला फल है।अंगूर को संस्कृत में द्राक्षा, बंगला में बेदाना या मनेका, गुजराती में धराख, फारसी में अंगूर, अंग्रेजी में ग्रेप रैजिन्स और लैटिन में विटिस विनिफेरा कहते हैं।अंगूर में ग्लूकोज और डेक्स्ट्रोज पाए जाते है, जो शरीर के अंदर ऊर्जा उत्पन्न करते हैं। शरीर को अच्छी मात्रा में फाइबर उपलब्ध कराते हैं और सुपाच्य होते हैं।
दुनिया में अंगूर की 8,000 किस्में पाई जाती हैं। अंग्रेजी में ग्रेप और ग्रेप फ्रूट दो अलग-अलग जातियों के फल हैं। ग्रेप अंगूर को कहते हैं, जबकि ग्रेप फू्रट संतरे की जाति का फल है।अंगूर लाल, गुलाबी, नीले, बैंगनी, सुनहरे और सफेद रंग के भी होते हैं। इसमें पॉली फेनोलिक फाइटोकेमिकल पाया जाता है जो एंटी ऑक्सिडेंट है। यह शरीर को वायरल इंफेक्शन से लडऩे की भी क्षमता देता है।
इसमें कई और विटामिन भी पाए जाते हैं। इस लिहाज से सुबह के समय अंगूर खाना ज्यादा लाभदायक होता है। किडनी और दिल को स्वस्थ रखने में यह अहम भूमिका निभाता है।कोलेस्ट्रॉल कम करने में यह मददगार होता है। यह खूनमें नाइट्रिक एसिड की मात्रा भी बढ़ाता है। इसमें 80 फीसदी पानी होता है। अंगूर फैक्ट्स दिल का दोस्त इसमें विटामिन सी और ग्लूकोज पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। काले अंगूर को सुखाकर मुनक्का बनाया जाता है, जो सेहत के लिए अच्छा है।
लाल अंगूरों में एंटीबैक्टिरियल विशेषता पाई जाती है जो की इन्फेक्शन से बचाने में हमारी मदद करता है। कोलेस्ट्राल लेवल को कम करने में मदद करता है। अंगूर सभी लोगो को खाने चाहिए लेकिन शुगर के मरीजों को अंगूर नहीं खाना चाहिए। अंगूर शरीर के गुर्दों को स्वस्थ रखता है। अभी हाल के ही अध्ययन से पता चला है की अंगूर ब्रेस्ट कैंसर को रोकने में मदद करता है।अंगूर में एंटी कैंसर की विशेषता पाई जाती है जिससे कैंसर को ठीक करने में मदद मिलती है।
इसके सेवन से भूख बढ़ती है और पाचन शक्ति भी ठीक रहती है। यह खून बढ़ाता है और कमजोरी दूर करता है। अंगूर का रस माइग्रेन के दर्द में राहत पहुंचाताहै। माना जाता है कि अंगूर जितने गहरे रंग का होता है, उतना ही पौष्टिक होता है।
अंगूर एक ऐसा फल है जो विश्व के लगभग सभी क्षेत्रों में पैदा होता है और बहुत से लोग इसे अत्याधिक पसन्द करते हैं। अंगूर बेल पर लगने वाला फल है।अंगूर को संस्कृत में द्राक्षा, बंगला में बेदाना या मनेका, गुजराती में धराख, फारसी में अंगूर, अंग्रेजी में ग्रेप रैजिन्स और लैटिन में विटिस विनिफेरा कहते हैं।अंगूर में ग्लूकोज और डेक्स्ट्रोज पाए जाते है, जो शरीर के अंदर ऊर्जा उत्पन्न करते हैं। शरीर को अच्छी मात्रा में फाइबर उपलब्ध कराते हैं और सुपाच्य होते हैं।
दुनिया में अंगूर की 8,000 किस्में पाई जाती हैं। अंग्रेजी में ग्रेप और ग्रेप फ्रूट दो अलग-अलग जातियों के फल हैं। ग्रेप अंगूर को कहते हैं, जबकि ग्रेप फू्रट संतरे की जाति का फल है।अंगूर लाल, गुलाबी, नीले, बैंगनी, सुनहरे और सफेद रंग के भी होते हैं। इसमें पॉली फेनोलिक फाइटोकेमिकल पाया जाता है जो एंटी ऑक्सिडेंट है। यह शरीर को वायरल इंफेक्शन से लडऩे की भी क्षमता देता है।
इसमें कई और विटामिन भी पाए जाते हैं। इस लिहाज से सुबह के समय अंगूर खाना ज्यादा लाभदायक होता है। किडनी और दिल को स्वस्थ रखने में यह अहम भूमिका निभाता है।कोलेस्ट्रॉल कम करने में यह मददगार होता है। यह खूनमें नाइट्रिक एसिड की मात्रा भी बढ़ाता है। इसमें 80 फीसदी पानी होता है। अंगूर फैक्ट्स दिल का दोस्त इसमें विटामिन सी और ग्लूकोज पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। काले अंगूर को सुखाकर मुनक्का बनाया जाता है, जो सेहत के लिए अच्छा है।
लाल अंगूरों में एंटीबैक्टिरियल विशेषता पाई जाती है जो की इन्फेक्शन से बचाने में हमारी मदद करता है। कोलेस्ट्राल लेवल को कम करने में मदद करता है। अंगूर सभी लोगो को खाने चाहिए लेकिन शुगर के मरीजों को अंगूर नहीं खाना चाहिए। अंगूर शरीर के गुर्दों को स्वस्थ रखता है। अभी हाल के ही अध्ययन से पता चला है की अंगूर ब्रेस्ट कैंसर को रोकने में मदद करता है।अंगूर में एंटी कैंसर की विशेषता पाई जाती है जिससे कैंसर को ठीक करने में मदद मिलती है।
इसके सेवन से भूख बढ़ती है और पाचन शक्ति भी ठीक रहती है। यह खून बढ़ाता है और कमजोरी दूर करता है। अंगूर का रस माइग्रेन के दर्द में राहत पहुंचाताहै। माना जाता है कि अंगूर जितने गहरे रंग का होता है, उतना ही पौष्टिक होता है।
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