मौत खड़ी थी सर पर
इसी इंतजार में थी
ना झूकेगा ध्वज मेरा
15 अगस्त के मौके पर
तू ठहर इंतजार कर
लहराने दे बुलंद इसे
मैं एक दिन और लड़ूंगा
मौत तेरे से
मंजूर नही है कभी मुझे
झुके तिंरगा स्वतंत्रता के मौके पे 😢😢
🙏 *कोटि कोटि नमन* 🙏
*भारत रत्न वाजपेयी जी*
💐💐🌷🌷💐💐
*अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़े तथ्य- हरदिल अजीज राजनेता के रूप में रही उनकी छवि*
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी खराब स्वास्थ्य के कारण दिल्ली के एम्स में भर्ती हैं। देश उनकी सलामती की दुआएं कर रहा है। तीन बार प्रधानमंत्री रहे,हरदिल अजीज राजनेता अटल जी वाजपेयी की लोकप्रिय राजनेता,ओजस्वी कवि, सम्मानित समाजसेवी और नरम हिंदूत्ववादी के रूप में कई छवियां हैं।आरएसएस में शामिल होने से पहले वह साम्यवाद से प्रभावित थे,पर बाद में बाबासाहेब आप्टे से प्रभावित होकर साल 1939 में आरएसएस से जुड़ गए। उनके स्वभाव और व्यक्तित्व का ऐसा जादू रहा है कि अपनी पार्टी के लोगों के साथ-साथ विपक्ष भी उनकी प्रशंसा और सम्मान करता है।उन्हें भारत सरकार की ओर से पद्म विभुषण और भारत रत्न का सम्मान मिल चुका है। आज हम लाए हैं अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़ी प्रमुख खास बातें-
🔶 अटल जी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को मध्यप्रदेश के ग्वालियर में हुआ था। उनके पिता पंडित कृष्ण बिहारी वाजपेयी कवि और अध्यापक थे और मां कृष्णा देवी घरेलू महिला थीं। अटल जी अपने माता-पिता की सातवीं संतान हैं।
🔶 उनकी प्रारंभिक शिक्षा बड़नगर, गोरखी के सरस्वती शिशु मंदिर से हुई। उन्होंने ग्वालियर के विक्टोरिया कॉलेजियट स्कूल से इंटरमीडिएट तक और विक्टोरिया कॉलेज से स्नातक की डिग्री ली। उन्होंने एमए डीएवी कॉलेज, कानपुर से किया।
🔶 वो बचपन से ही प्रतिभा संपन्न थे और वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में भाग लेते थे व कविताएं भी लिखते थे। उन्होंने कॉलेज जीवन से ही राजनीतिक गतिविधियों में भाग लेना शुरू कर दिया था। पहले वह छात्र संगठन से जुड़े फिर आरएसएस के शाखा प्रभारी के रूप में कार्य किया।
🔶 अटल जी ने राष्ट्रधर्म नामक अखबार में बतौर सह सम्पादक और पांचजन्य, वीर अर्जुन व स्वेदश जैसे अखबारों में भी संपादन किया अटल जी और उनके पिता ने कानपुर के डीएवी कॉलेज से एक साथ कानून की पढ़ाई की थी। इतना ही नहीं दोनों ने एक ही क्लास में दाखिला लिया था। दोनों को हॉस्टल में भी एक ही कमरा दिया गया था पर राजनीति में आने के कारण वो लॉ की डिग्री ले नहीं पाए।
🔶 साल 1996 चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। सबसे बड़ी पार्टी के नेता के तौर पर अटल जी को सरकार बनाने का न्योता मिला। पहली बार प्रधानमंत्री बने अटलजी विश्वास प्रस्ताव रखने के लिए खड़े हुए और भूल गए कि वो खुद प्रधानमंत्री बन चुके हैं। जैसे ही उन्होंने लोकसभा में खड़े होकर कहा, ‘प्रधानमंत्री जी’, वैसे ही पूरा सदन हंसी से गूंज उठा।
🔶 अटल सबसे लम्बे समय तक सांसद रहे हैं और जवाहरलाल नेहरू व इंदिरा गांधी के बाद सबसे लम्बे समय तक गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री भी। वह पहले प्रधानमंत्री थे जिन्होंने गठबन्धन सरकार को न केवल स्थायित्व दिया बल्कि सफलता पूर्वक संचालित भी किया।
🔶 साल 2001 में जब अटल जी प्रधानमंत्री थे, तब उनके दाएं घुटने का ऑपरेशन हुआ था। वहीं, साल 2009 में अटल जी को आघात (स्ट्रोक) लगा था और इसके बाद उन्हें बोलने में समस्या होने लगी। बाद में वे डिमेंशिया से भी पीडि़त हो गए।
🔶 अटल ही पहले विदेश मंत्री थे जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में हिन्दी में भाषण देकर देश को गौरवान्वित किया था। उन्हें भारतीय नृत्य और संगीत बेहद पसंद रहे हैं, उन्हें प्रकृति से भी बहुत प्यार है। उनकी प्रमुख रचनाओं में 'मृत्यु या हत्या', अमर बलिदान, कैदी कविराय की कुण्डलियां, संसद में तीन दशक, मेरी इक्यावन कविताएं आती हैं।
विनम्र श्रधांजलि....
क्रूर काल के हाथो से देखो हम फिर से छले गए ।
राजनीति के शिखर हिमालय अटल बिहारी चले गए ।
अपनी शर्तों पर जिए सदा कोई टुकड़ा डाल नही पाया ।
अटल, अटल ही रहे सदा कोई उनको टाल नही पाया ।
देश धर्म की बात आए तो मुद्दे पर तन जाते थे ।
देशद्रोहियों के सम्मुख वो स्वयं आग बन जाते थे ।
आँख मूँदकर तीन रंग का कफ़न लपेटा चला गया ।
मन आहत है भारत माँ का प्यारा बेटा चला गया ।
चालीस साल रहे विपक्षी, मंत्री पद भी पाते थे ।
चाहे कोई सरकार रहे सब अटल को गले लगाते थे ।
राजनीति की परिभाषा और उत्कर्षों का नाम अटल है ।
पैरों के छालें ना देखे,, संघर्षों का नाम अटल है ।
जिससे भारत रोशन था वो रवि भी चला गया ।
राजनेता के साथ साथ में एक कवि भी चला गया ।
वह अग्निपुंज भारत माँ का मृत्यु से हार नही सकता ।
अटल अमर है दुनिया में कोई उनको मार नही सकता ।
जो जो सपने देखे तुमने सबको सफल बनाएँगे ।
और तिरंगा दुनिया के हर कोने में लहराएँगे ।
भारत रत्न मेधावी कवि परम राष्ट्रभक्त भारत माता के वीर पुत्र पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेई को भावपूर्ण श्रद्धांजलि एवं शत शत नमन 💐💐 आप सदैव हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे एवं आपके विचार हमेशा अजर अमर रहेंगे!
🙏🙏वंदे मातरम भारत माता की जय🙏🙏
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