!! *सूर्यनारायणाय नमः* !!
*🌞🔥25 मई से प्रारंभ होकर 2 जून तक रहेगा नौतपा*
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*🌞🔥नौतपा यानी वे 9 दिन जब सूर्य धरती के ज्यादा करीब आ जाते हैं, जिससे गर्मी अधिक पड़ती है। नौतपा 25 मई शुरू हो रहा है और 2 जून तक रहेगा। नौतपा के दौरान प्रचंड गर्मी होती है, जिससे मानसून बनता है।*
*🌞🔥अगर इन 9 दिनों में बारिश होने लगे तो नौतपा का गलना कहा जाएगा। ऐसा होने पर अच्छी बारिश की संभावना नहीं होती। माना जाता है कि नौतपा खूब तपा तो उस साल अच्छी बारिश होती है। क्योंकि तपन की वजह से समुद्र के जल का तेजी से वाष्पीकरण होता है, जिससे बादल बनते हैं और बारिश करते हैं।*
*🌞सर्व तपै जो रोहिनी, सर्व तपै जो मूर*
*परिवा तपै जो जेठ की, उपजै सातो तूर*
*🌞🔥घाघ के इस दोहे का अर्थ है… रोहिणी नक्षत्र में भरपूर गर्मी हो, मूल भी पूरा तपे और जेठ की प्रतिपदा पर भी भीषण गर्मी हो तो सातों प्रकार के अन्न पैदा होंगे।*
*🔥🌞मौसम और खेती के लिहाज से इस साल यह दोहा एकदम सटीक साबित हो सकता है।*
*🌞🔥ज्योतिष विद्वानों के मुताबिक, जेठ के इन नौ दिनों में गर्मी का प्रकोप बढ़ता जाएगा। इसके साथ धूल भरी आंधी भी चलने के आसार हैं। नौतपा में भीषण गर्मी पड़ने से इस साल अच्छी बरसात होगी। इससे खाद्यान्न उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी।*
*🌞🔥ऐसे शुरू होता है नौतपा*
*🌞🔥ज्योतिष विद्वानों के मुताबिक, ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि पर यानी 25 मई को सूर्य कृतिका से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। दोपहर 02 बजकर 52 मिनट पर सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ नौतपा शुरू हो जाएगा और वहां वह 8 जून को सुबह 06 बजकर 40 मिनट तक रहेंगे। इसके बाद 15 दिनों तक सूर्य की किरणें धरती पर लंबवत पड़ेंगी।*
*🌞🔥इसके शुरुआती नौ दिनों को नौतपा कहते हैं। इन नौ दिनों को गर्मी का चरम माना जाता है।*
*🌞🔥ग्रह-नक्षत्रों की चाल*
*🌞🔥मौजूदा समय में सूर्य शुक्र की राशि वृषभ राशि में गोचर कर रहे हैं। साथ ही शुक्र नौतपा से पहले मेष में आ गए हैं और मंगल व गुरु एक ही नक्षत्र में विराजमान रहेंगे। पूरे नौतपा के दौरान मेष, वृषभ और मीन राशि में तीन ग्रहों की युति रहेगी अर्थात नौतपा के दौरान हर दिन त्रिग्रही योग बनेगा, जिससे मौसम में बदलाव आएगा*
*🌞🔥अच्छी बारिश की मान्यता*
*🌞🔥ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, चंद्रमा जब ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष में आर्द्रा से स्वाति नक्षत्र तक अपनी स्थितियों में हो और तीव्र गर्मी पड़े तो वह नौतपा है। रोहिणी के दौरान बारिश हो जाती है तो इसे रोहिणी नक्षत्र का गलना भी कहा जाता है। इस बार मॉनसून में अच्छी बारिश के अनुकूल योग हैं। इस वर्ष मेघेश बुध हैं और वह सूर्य के नक्षत्र में स्थित हैं। इससे वर्षा समयानुकूल होने के योग बन रहे हैं।*
*🌞🔥यह है नौतपा का विज्ञान*
*🌞🔥नौतपा के दौरान सूर्य घूमते हुए मध्य भारत के ऊपर आ जाता है। जब यह कर्क रेखा के पास पहुंच जाता है, तब 90 डिग्री की स्थिति में होता है। इससे सूर्य की किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ती हैं। इससे तापमान बढ़ जाता है।*
*🌞🔥नौतपा के दौरान बरतें ये सावधानी*
*🌞🔥नौतपा के समय कुछ भी खाए-पिए घर से नहीं निकलना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। ऐसा करने से शरीर में नौतपा के दौरान जल की कमी नहीं रहती।*
*🌞🔥नौतपा के समय हमेशा टोपी पहने, कानों को ढ़ककर रखें और आंखों पर चश्मा लगाएं। हर दिन सत्तू पिएं और मौसमी फल, फलों का रस, दही, मट्ठा, छाछ आदि का सेवन करें।*
*🌞🔥नौतपा के समय तैलीय और मसालेदार भोजन से दूरी बनाकर रखें। साथ ही हल्का व शीघ्र पचने वाला भोजन करें, इससे पेट खराब नहीं होता है।*
*🌞🔥नौतपा के समय गर्मी अधिक होती है इसलिए लू से बचकर रहें और घर में रहें। पंखा, एसी और कूलर से निकलने के बाद एकदम गर्मी में न जाएं।*
संकलित ...
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