लैपटॉप अब हमारे दैनिक जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है | चूँकि आजकल सारे कार्य इसी के माध्यम से होते हैं इसलिए हमें यह जानना बहुत ही ज़रूरी है कि हम इसकी देखभाल किस तरह करें जिससे लैपटॉप लम्बे समय तक हमारा साथ दे सके |
अगर अपनी बात करूँ तो अब तक मैं चार लैपटॉप का उपयोग कर चुका हूँ जिसमे सोनी, एसर , डैल से लेकर अब HP शामिल हैं | मैं इसका उपयोग मुख्यतः फोटो एडिटिंग , विडियो एडिटिंग , गेम्स और ऑफिस के कामों के लिए करता हूँ |
मुख्य विषय पर जाने से पहले यह जानना ज़रूरी है कि आप लैपटॉप का उपयोग किस लिए कर रहे हैं क्योंकि यह भी लैपटॉप के जीवन पर बहुत प्रभाव डालता है | हम एक एक कर के उन विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालेंगे जो लैपटॉप का जीवन बढाने में सहायक हो सकते हैं |
१. हार्ड डिस्क की देखभाल करें
मेरे इन 15 सालों का लैपटॉप अनुभव यह कहता है कि हार्ड डिस्क ख़राब होने (corrupt / bad sectors) के कारण बहुत सारे लैपटॉप लम्बे समय तक साथ नहीं दे पाते | ये तो तयं बात है कि किसी भी हार्ड डिस्क का जीवन निर्धारित रहता है |
यदि हम हार्ड डिस्क कंपनियों जैसे Seggate , WD, Toshiba इत्यादि की बात करें तो पाएंगे कि उनका औसत जीवन लगभग 4–6 वर्ष होता है क्योंकि उनके सेक्टर पर read/write की सीमा नियत रहती है |
एक बहुत बड़ी बैकअप कंपनी ‘बैक ब्लेज़ ‘ ने अपने रिसर्च (25,000 हार्ड डिस्क पर ) में यह खुलासा किया है कि चार सालों के बाद तकरीबन 80 % हार्ड डिस्क ही जीवित रहते हैं |
इसका क्या मतलब हुआ कि मेरी हार्ड डिस्क चार सालों में ही ख़राब हो जाएगी ? हो भी सकता है और नहीं भी और यह सब निर्भर करता है हमारे रख रखाव पर |
- लैपटॉप /कंप्यूटर को कभी भी सीधे बंद न करें उन्हें सही से शट डाउन करें |
- एंटीवायरस का प्रयोग करें जिससे bad sectors न आयें |
- हार्ड डिस्क का पार्टीशन करें | नए कंप्यूटर बस एक ही हार्ड ड्राइव पार्टीशन - C: -के साथ आते है इसलिए ज़रुरत के हिसाब से २ या ३ पार्टीशन करें | वैसे तो हम लोग विंडोज से भी पार्टीशन कर सकते है पर कुछ फ्री सॉफ्टवेर भी हैं जिनका प्रयोग मैं करता हूँ | Active Partition Manager
- विंडोज में दिए गए CHKDSK टूल का प्रयोग करें और error को दूर रखें | अपनी हार्ड डिस्क के पार्टीशन पर राईट क्लिक करें और - Properties > Tools > Error check पर जाएँ | इसे महीने में दो बार प्रयोग करें |
- CHKDSK से उन्नत एक टूल है जिसका नाम है SMART - मतलब - Self-Monitoring, Analysis and Reporting Technology | आज कल की SSD-हार्ड डिस्क (Solid State Drive) इस फीचर से लैस रहती है जो साधारण हार्ड डिस्क से भिन्न रहती है | इस तकनीक के भीतर कई टूल रहते हैं जो समय समय पर अपने आप हार्ड डिस्क को चेक कर के उनकी रिपोर्ट देते रहते हैं | ख़राब होने के तयं समय से पहले ही यह सूचना दे देता है कि हार्ड डिस्क बदलने का समय आ गया है | यदि आप के पास SSD है तब यहाँ से SMART एप्लीकेशन डाउनलोड कर सकते हैं |
- ’ का प्रयोग करें | यह मेरे लैपटॉप का एक स्क्रीनशॉट है -
२. बैटरी पर ध्यान दें
यह भी लैपटॉप का एक बहुत ही आवश्यक भाग है जिसपर ध्यान देना ज़रूरी है | हार्ड डिस्क की तरह ही सभी बैटरियों का charge cycle निर्धारित रहता है (500–600 बार )| charge cycle मतलब एक बार पूरा चार्ज से लेकर पूरा डिस्चार्ज होना | इसे जान कर हम अपनी बैटरी की दशा बता सकते हैं |
अपने विंडोज के सर्च बार पर जा कर ‘CMD’ टाइप करें और कमांड प्रांप्ट खोलें | फिर वहां टाइप करें - powercfg /batteryreport
नीचे मेरे लैपटॉप का स्क्रीनशॉट देखें
इसके बाद पूरी बैटरी रिपोर्ट - C:\Users\USERNAME\battery report.html पर सेव हो जाएगी जिसे आप देख सकते हैं जिसमे बैटरी के बारे में कई जानकारियाँ रहेंगी जैसे - कितने बार चार्ज और डिस्चार्ज हुई, बैटरी की डिजाईन कैपेसिटी इत्यादि
मेरे लैपटॉप का स्क्रीनशॉट देखें -
- अब इसका क्या मतलब हुआ ? इसका मतलब हुआ कि charge cycle बचाइए और बैटरी बचाइए | मतलब ज़रुरत पड़ने पर ही चार्ज करें | इसे पूरे समय चार्जिंग पर लगाने से बचें | न तो इसे फुल चार्ज करें न ही पूरा ख़तम करें | अधिक चलने के लिए करीब 80 % तक चार्ज करें और 35 % तक जाने दें फिर दोबारा चार्ज करें | मेरे सोनी लैपटॉप की बैटरी ज़रुरत से अधिक चार्ज के कारण ही दो साल में ख़त्म हो गयी थी | फिर इन तरीकों के उपयोग से मेरे 5 साल पुराने डैल लैपटॉप की बैटरी अभी भी करीब 45 मिनट से 1 घंटे का बैकअप दे जाती है |
- बैटरी को बहुत गर्म होने से बचाएं और लैपटॉप को अपेक्षाकृत ठन्डे स्थान पर रखें |
- समय समय पर बैटरी की दशा चेक करते रहें | मैं इसके लिए BATExpert
- का भी उपयोग करता हूँ |
३. बढ़िया इलेक्ट्रिक कनेक्शन का प्रयोग करें |
इसका मतलब आप बढ़िया गुणवत्ता वाला surge protector और extension cable का प्रयोग करें जिससे किसी भी प्रकार की शार्ट सर्किट की समस्या न आये |
४. एक बढ़िया पॉवर सेवर प्लान बनायें |
लैपटॉप को लम्बे समय तक चलाने के लिए अपने पॉवर सेटिंग को बदलें | कण्ट्रोल पैनल में जा कर power option को खोलें और recommended सेटिंग पर रखें | इसको आप अपनी ज़रुरत के हिसाब से बदल भी सकते हैं |
५. विंडोज और सॉफ्टवेर को हमेशा अपडेट रखें |
- आप विंडोज को हमेशा ऑटो अपडेट में रखें जिससे समय समय पर यह अपडेट हो सके | इसके अलावा सारे सॉफ्टवेर और ड्राईवर को भी अपडेट रखें | वैसे तो ड्राईवर को अपडेट रखने के लिए कई सारे पेड सॉफ्टवेर हैं जैसे driver booster , driver easy इत्यादि पर मैं मुख्यतः एक फ्री टूल का उपयोग करता हूँ जिसका नाम है - Free Driver Scout
- भी इनस्टॉल कर सकते हैं |
६. लैपटॉप का दैनिक मेंटेनेंस करते रहें |
इसके लिए या तो आप कोई सॉफ्टवेर जैसे Iolo System Mechanic या AVG TuneUp का प्रयोग कर सकते हैं जो एक पेड टूल है | मैं AVG TuneUp का प्रयोग करता हूँ |
यदि आप कोई पेड टूल नहीं प्रयोग करना चाहते हैं तब आप ये सब कार्य खुद ही कर सकते हैं -
- अनावश्यक स्टार्टअप प्रोग्राम को चालू होने से रोकें | अपने टास्कबार पर राईट क्लिक कर के टास्क मेनेजर खोलें और start up तब में जाएँ | जो अनावश्यक हो उसे डिसएबल कर दें | इससे आपका कंप्यूटर जल्दी बूट होगा और उसका जीवन भी बढेगा |
- अनचाही सर्विस चालू होने से रोकें | इसके लिए विंडोज सर्च बार पर जा कर ‘MSCONFIG’ टाइप करे और फिर सर्विसेज पर जाये | अनचाही सर्विस यहाँ से बंद कर सकते हैं | नीचे स्क्रीनशॉट देखें
- विंडोज का "Disk Cleanup" और "Defragment" टूल का महीने में दो बार प्रयोग करें |
७ . आम रख- रखाव
- धूल और गन्दगी से बचाएं
- स्क्रीन गार्ड और कीबोर्ड गार्ड का प्रयोग करें |
- कोई भी पेय पदार्थ नज़दीक न ले जाएँ |
- बाहर ले जाने के लिए लैपटॉप बैग का प्रयोग करें |
- अपने लैपटॉप को किसी बड़े इलेक्ट्रॉनिक वस्तु के पास न रखें |
- स्क्रीन को कभी भी किसी क्लीनर से साफ न करें | इसके लिए केवल साफ और सूखे सूती कपड़े का ही प्रयोग करें |
- हवा के सही बहाव के लिए लैपटॉप कूलर पैड का प्रयोग करें |
मेरे हिसाब से इन सब तरीकों का प्रयोग कर के आप निश्चित ही अपने लैपटॉप/कंप्यूटर का जीवन बढ़ा सकते हैं |
इसके अलावा कोई और युक्ति जो छूट गयी हो तो आप कमेंट कर के बताएं