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शुक्रवार, 2 जुलाई 2021

How to make hanging basket jhula from plactic botel/ garden mekover ide...


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How to make hanging basket jhula from plactic botel/ garden mekover idea/ DIY planters

Patna की Nupur Prasad के पास कमाल की तकनीक, घर की छत पर बनाया खूबसूरत खे...



#PatnaTerraceGarden #NupurPrasad #GreenSide Patna की Nupur Prasad के पास कमाल की तकनीक, घर की छत पर बनाया खूबसूरत खेत । Green Side Bihar is the king of news, And this channel is all about to Give You Green Side of Bihar. Many Much thing U wanted to know And See. It is Dedicated to My Love For greenery, Plantation.

शिर्डी संस्थान को भंग करो. पुरानी खबर आज भी हैं असरदार..,क्योंकि देश में हो रहा हैं धर्म का व्यापार.

शिर्डी संस्थान को भंग करो. पुरानी खबर आज भी हैं असरदार..,
क्योंकि देश में हो रहा हैं धर्म का व्यापार.

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देश में कमिटी (COME+EATY) शब्द घातक हैं. आओं खाओं व लूटो..., यह देश में कमिटी का हाल हैं. यदि इसमें राजनितिक तड़का लग जाये, यदि वह धर्म का व्यापार बन जाये तो जनता भी अंधविश्वास से पागल हो जाती है.
इस कमिटी (COME+EATY) ने देश के हिन्दू व मुस्लिम के वफ्फ़ बोर्ड, सिख व इसाई धर्मो की जमीन कब सरका दी. धर्म की आड़ से जनता को पता ही नहीं चलता हैं |
आस्था शब्द का मूल हैं ”आ और स्थापित हो जा”, यदि हमें उसे ग्रहण करने की धनात्मक शक्ति होगी तो पत्थर की आस्था भी हममे समाहित होगी.
शुरू में तो शिर्डी का मंदिर भी धुल फाक रहा था. शिर्डी के साईं बाबा की चमक १९७७ में मनोज कुमार द्वारा बने गई फिल्म शिर्डी के साईं बाबा से बनी. धर्म के नाम से व्यापार का हुजूम शुरू हुआ. १९७५ में जय संतोषी माता फिल्म जो १ लाख से भी कम में बनी थी...इस फिल्म ने आस्था से ७ करोड़ से ज्यादा कमाए, तथा खासकर देश के महिलाओं में यह आस्था धर कर , लोगों में गहरे प्रभाव से मन्नते पुरी हो रही थी ..., तथा मनोज कुमार के फिल्म की चमक ने धीरे –धीरे फीका कर संतोषी माता को पछाड़ दिया.
१९९० के दशक में मीडिया का दौर शुरू हो रहा था , इस प्रचार से, इसका राजनैतिक करण से मुम्बई के शिर्डी के मंदिर ने, आज सिद्धीविनायक मंदिर को भी पछाड़ दिया
आज भी देश में हजारो शिर्डी जैसे आस्थात्मक प्रतीक हैं. वे सुदूर व सड़क क्षेत्र से काफी बाहर हैं..., उनका व्यापारिक व्यवसाय में कठिनाई होने से.., आज भी जनता अनजान है. इसका एक कारण है कि, यदि यह हजारो आस्था के प्रतीक लोगों में श्रद्धा का सबक बने तो देश में तिरुपति, साई बाबा मंदिर व अन्य धनाड्य मंदिरों के दान खटाई में पढ़ जाएँगे. याद रहे आज पद्मानाभन मंदिर दुनिया के अमीर मंदिरों में हैं .., जिसकी संपत्ती का राज हाल में ही खुला है , कारण राजा द्वारा प्रजा की जमा पूंजी को अंग्रेजों के हाथ में न जाने देने व अपने स्वाभिमान से अंग्रेजो के पिछलग्गू नही बनें, नहीं तो आज की तरह देश की राजनीति में जो नरेशो के महल को लूट कर उन्हें अंग्रेज काल से आज तक देश के सत्ता की भागेदारी मिली हैं उसमे पद्मनाभम के राजा का भी नाम होता था .
जनता हैं..., भूख की लाचारी से, आस्था के नाम से अपने अगले जनम के कर्म उन्नत करने के लिए अन्धविश्वास में देश की कमिटी (COME+EATY) के हाथो अपने व देश को लूटवा रही है.
स्वामी दयानंद सरस्वती ने कहा था, गंगा निर्मल हैं पानी की गुणवत्ता का कोई सानी नहीं है. हिन्दुओ को आवाहन किया था इस माँ कि पवित्रता का सन्मान करो और दूषित करने से बचाओ. अन्धविश्वास पर कहा था यदि गंगा में राख व मुर्दे बहाने से व आत्महत्या करने से स्वर्ग मिलता हैं तो गंगा में पैदा होने वाली मछली को स्वर्ग प्राप्ति होती हैं?. धर्म को विज्ञान की दृष्टी का शोध ही सनातन धर्म है.
बड़े दुःख के साथ लिखना पढ़ रहा है, हम अपने अतीत पर गर्व करते रहे लेकिन शोध को आगे न बढाते हुए वर्त्तमान में अतीत के भ्रम से अपने अगले जन्मो की सीढ़ी बना कर ऊपर चढ़ने के चक्कर में, और उसके ऊपर से राजनितिक कसाइयो को लूट का अधिकार मिला. तो उन्होंने वोट बैक बनाकर सनातन धर्म को, पश्चिम सभ्यता की आड़ में बैन करने का खेल , खेला जा रहा है ...
विदेशी लुटेरों ने हमारी शोध की पांडुलिपीया चुराकर, हमें जाती धर्म से बिखराकर , आज हमारी तकनीकी से हवाई जहाज तक बना लिए है...., जबकि हम उनके हवाई जहाज (तकनीकी) में आज तक पेट्रोल भर कर कर्ज में डूब रहें है...
याद रहें..., परमाणु बम के जनक अलबर्ट आइन्स्टीन ने कहा था, मेरे सफलता का श्रेय भारतीय ऋषी , मुनियों को जाता है..., जिनकी वजह से यह संभव हुआ


बुधवार, 30 जून 2021

त्वचा के लिए शहद से बनाए फेस मास्क

 

त्वचा के लिए हल्दी और शहद के साथ दूध से बना फेस मास्क

सामग्री :

  • एक चौथाई चम्मच हल्दी पाउडर
  • 1 चम्मच शहद
  • 2 चम्मच दूध

कैसे करें उपयोग :

  • एक बाउल में सभी सामग्रियों को अच्छी तरह से मिला लें।
  • अब इस पैक को चेहरे पर लगाएं।
  • 15-20 मिनट बाद जब यह पैक सूख जाए, तो चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें।

कैसे है फायदेमंद :

त्वचा के लिए हल्दी और शहद किस प्रकार लाभकारी हैं, ये हम ऊपर बता चुके हैं। वहीं, इसमें अगर दूध मिलाया जाए, तो यह फेस पैक और गुणकारी हो सकता है। दरअसल, विषय से जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि दूध का उपयोग चेहरे की चमक बढ़ाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, यह त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद कर सकता है। साथ ही त्वचा पर दाग-धब्बों को हटाने के साथ-साथ त्वचा को जवां बनाए रखने में भी सहायक साबित हो सकता है।

2. हल्दी, शहद और नींबू से बना फेस मास्क

सामग्री :

  • एक चौथाई चम्मच हल्दी पाउडर
  • 1 चम्मच शहद
  • आधा चम्मच नींबू का रस
  • 1 चम्मच पानी

कैसे करें उपयोग :

  • एक कटोरे में शहद और हल्दी डालकर अच्छे से मिलाएं।
  • अब इसमें नींबू के रस को डालें।
  • जरूरत पड़ने पर इसमें पानी भी मिला सकते हैं।
  • अब तैयार पैक को पूरे चेहरे और गर्दन पर लगाएं।
  • करीब 15 मिनट बाद गुनगुने पानी से चेहरे और गर्दन को धो लें।

कैसे है फायदेमंद :

हल्दी और शहद के साथ नींबू का उपयोग इस फेस पैक को त्वचा के लिए और भी प्रभावी बना सकता है। दरअसल, नींबू में विटामिन-सी पाया जाता है, जो त्वचा को कई मायनों में लाभ पहुंचाने का काम कर सकता है। विटामिन सी त्वचा को मुलायम बनाने में सहयोग कर सकता है। साथ ही यह एंटी-एजिंग प्रभाव दिखा सकता है और झुर्रियों को कम करने में मदद कर सकता है ।

3. हल्दी, शहद और चंदन से बना फेस मास्क

सामग्री :

  • दो चम्मच चंदन पाउडर
  • एक चौथाई चम्मच हल्दी
  • आधा चम्मच शहद
  • पानी या गुलाब जल (आवश्यकतानुसार)

कैसे करें उपयोग :

  • चंदन पाउडर में हल्दी और शहद मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • जरूरत पड़ने पर पानी या गुलाब जल मिलाया जा सकता है।
  • अब इस फेस पैक को चेहरे पर लगाएं।
  • लगभग 15 मिनट तक लगे रहने के बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।

कैसे है फायदेमंद :

त्वचा के लिए हल्दी और शहद के साथ चंदन का इस्तेमाल भी लाभकारी हो सकता है। विषय से जुड़े एक शोध में जिक्र मिलता है कि चंदन का उपयोग स्किन एलर्जी में कारगर हो सकता है। यह त्वचा पर कूलिंग और सूदिंग (त्वचा को आराम देने वाला) प्रभाव दिखा सकता है। साथ ही प्रदूषण के प्रभाव से भी त्वचा का बचाव कर सकता है। इसके अलावा, यह एक्ने को कम करने के साथ-साथ त्वचा ग्लोइंग और हेल्दी बनाने में मदद कर सकता है ।

4. हल्दी, शहद और दही से बना फेस मास्क

सामग्री :

  • एक चौथाई चम्मच हल्दी
  • 1 चम्मच शहद
  • दो चम्मच ताजा दही

कैसे करें उपयोग :

  • एक बाउल में सभी सामग्रियों को मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • अब इस पैक को चेहरे पर लगाएं।
  • जब फेस पैक सूख जाए, तो उसे गुनगुने पानी से धो लें।

कैसे है फायदेमंद :

स्किन के लिए हल्दी और शहद के औषधीय गुणों से तो हम आपको परिचित करवा चुके हैं। वहीं, बात करें इस फेस पैक में दही के इस्तेमाल की, तो दही का उपयोग त्वचा को कई तरह से लाभ पहुंचाने में मदद कर सकता है। दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में जिक्र मिलता है कि दही का उपयोग त्वचा की इलास्टिसिटी में सुधार करने के साथ-साथ त्वचा को चमकदार बना सकता है और त्वचा में नमी को बनाए रखने में मददगार हो सकता है ।

5. हल्दी, शहद और बेसन से बना फेस मास्क

सामग्री :

  • 1 चम्मच शहद
  • दो चम्मच बेसन
  • एक चौथाई चम्मच हल्दी
  • गुलाब जल (आवश्यकतानुसार)

कैसे करें उपयोग :

  • इस पैक को बनाने के लिए एक बाउल में बेसन, हल्दी-शहद और गुलाब जल को मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • अब इस पैक को चेहरे पर लगाएं और 15 मिनट तक सूखने दें।
  • 15 मिनट बाद चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें।

कैसे है फायदेमंद :

हल्दी और शहद के साथ बेसन का उपयोग त्वचा को कई तरह के लाभ प्रदान कर सकता है। दरअसल, एक अध्ययन से पता चलता है कि बेसन का उपयोग त्वचा को साफ करने और त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने में मदद कर सकता है। साथ ही यह त्वचा से अतिरिक्त तेल को हटाने में मदद कर सकता है और मुंहासों के जोखिम को भी कम कर सकता है। इसके अलावा, त्वचा पर बेसन का फेस पैक स्किन को निखारने में मदद कर सकता है।


त्वचा के लिए हल्दी और शहद का उपयोग जानने के बाद नीचे जानिए इनके उपयोग से जुड़ी सावधानियां।

त्वचा पर हल्दी और शहद के उपयोग से जुड़ी सावधानियां –

स्किन के लिए हल्दी और शहद का प्रयोग करते वक्त कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है। पढ़ें नीचे :

  • त्वचा के लिए हल्दी और शहद का इस्तेमाल करने से पहले चेहरे को अच्छी तरह पानी से साफ कर लें।
  • किसी भी फेस पैक को इस्तेमाल करने से पहले उसका पैच टेस्ट जरूर करें।
  • फेस पैक को ज्यादा देर चेहरे पर लगा न रहने दें।
  • फेस पैक में शहद होने की वजह से चिपचिपाहट महसूस हो सकती है। ऐसे में गुनगुने पानी से चेहरा धो लें।
  • अगर फेस पैक में इस्तेमाल होने वाली किसी भी सामग्री से एलर्जी है, तो उसके प्रयोग से बचें।
  • फेस पैक को आंखों के बिलकुल नजदीक इस्तेमाल न करें।
  • स्किन के लिए हल्दी और शहद के इस्तेमाल के बाद चेहरे पर मॉइस्चराइजर लगा सकते हैं।

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अमीर बनना कितना आसान है

अमीर बनना आसान


मैं बस में चढ़ गया।  अंदर भीड़ देखकर मैं परेशान हो गया।  बैठने की जगह नहीं थी।  तभी, एक व्यक्ति ने अपनी सीट खाली कर दी। खाली सीट के बगल में खड़ा आदमी वहाँ बैठ सकता था, लेकिन इसके बजाय उसने मुझे सीट की पेशकश की।
 अगले पड़ाव पर फिर वही काम हुआ।  उसने अपनी सीट दूसरे को दे दी।  पूरी यात्रा के दौरान 4 बार ऐसा हुआ।  वह आदमी एक सामान्य कार्यकर्ता की तरह लग रहा था, दिन भर काम करने के बाद घर लौट रहा था ...
आखिरी पड़ाव पर जब हम सभी उतर गए, मैंने उससे बात की।
 "हर बार खाली सीट मिलने पर आप किसी अन्य व्यक्ति को अपनी सीट क्यों दे रहे थे?"
 उनका जवाब मुझे आश्चर्यचकित कर गया।
 "मैंने अपने जीवन में बहुत अध्ययन नहीं किया है और न ही मुझे बहुत सी बातें पता हैं। मेरे पास ना तो बहुत पैसा नहीं है। इसलिए मेरे पास किसी को देने के लिए बहुत कुछ नहीं है। इसीलिए मैं यह रोज़ करता हूँ। यह एक ऐसी चीज़ है जो मैं कर सकता हूँ। आसानी से कर सकता हूं।
 "पूरे दिन काम करने के बाद भी मैं थोड़ी देर तक खड़ा रह सकता हूं। मैंने अपनी सीट आपको दे दी और आपने धन्यवाद कहा। इससे मुझे संतोष हुआ कि मैंने किसी के लिए कुछ किया है।"
 मैं इसे दैनिक तौर पर करता हूं और महसूस करता हूं कि मैं किसी तरह से अपना योगदान दे रहा हूं। मैं हर दिन घर में ताज़ा और खुश होकर आता हूं कि मैंने किसी को कुछ दिया। "
  मैं अवाक था!!!  दैनिक आधार पर किसी के लिए कुछ करने की चाहत ही अंतिम उपहार है।

इस अजनबी ने मुझे बहुत कुछ सिखाया -
 भीतर से अमीर बनना कितना आसान है!

 सुंदर कपड़े, बैंक खाते में बहुत सारे पैसे, महंगे गैजेट्स, सामान और विलासिता या शैक्षिक डिग्री - आपको अमीर और खुश नहीं कर सकते हैं;  लेकिन देने का एक छोटा सा कार्य आपको हर रोज़ समृद्ध और खुश महसूस करने के लिए पर्याप्त हैं।

मंगलवार, 29 जून 2021

क्या लिक्विड वैक्सीन में माइक्रोचिप लगाना भी संभव है?

ऊपर की सुई वह है जो एक कुत्ते में चावल के दाने से छोटा माइक्रोचिप को प्रत्यारोपित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। नीचे की सुई वह है जो आईएम वैक्सीन शॉट को प्रशासित करने के लिए उपयोग की जाती है।

"चिप" केवल स्कैनर द्वारा कुछ इंच दूर से पढ़ा जा सकता है इसलिए ट्रैकिंग डिवाइस के रूप में यह बेकार है।

उसके लिए, आपको इस आकार के बराबर कुछ चाहिए।

भविष्य में उज्जैन ऐसा होगा । महाकाल मंदिर व शहर जाने कैसा हो जायेगा ।

भविष्य में उज्जैन ऐसा होगा । महाकाल मंदिर व शहर जाने कैसा हो जायेगा ।

उच्च रक्तचाप रोग निदान और उपचार



उच्च रक्तचाप रोग निदान और उपचार


आजकल लोगों की जीवन शैली काफी बदल गयी है। मशीनों पर बढ़ती निर्भरता ने निश्चित ही हमारी जिंदगी को आसान बना दिया है, लेकिन इससे हमें कई बीमारियां भी मिली हैं। उच्चं रक्तसचाप इनमें से एक है। यह बीमारी भले ही छोटी लगती हो, लेकिन हृदयाघात और अन्यै हृदय रोग होने का यह प्रमुख कारण है। ऐसे में जरूरी है कि उच्च रक्तंचाप को नियंत्रित रखा जाए। आइए जानते हैं कुछ ऐसे घरेलू उपाय जो आपके रक्तचाप को संतुलित और नियंत्रित रखते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर के सामान्य लक्षण 😘
हाई ब्लड प्रेशर में चक्कर आने लगते हैं, सिर घूमने लगता है। रोगी का किसी काम में मन नहीं लगता। उसमें शारीरिक काम करने की क्षमता नहीं रहती और रोगी अनिद्रा का शिकार रहता है। इस रोग का घरेलू उपचार भी संभव है, जिनके सावधानीपूर्वक इस्तेमाल करने से बिना दवाई लिए इस भयंकर बीमारी पर पूर्णत: नियंत्रण पाया जा सकता है। जरूरत है संयमपूर्वक नियम पालन की। आइए जानें हाई ब्लड प्रेशर के लिए घरेलू उपाय।
.हाई ब्लड प्रेशर के लिए घरेलू उपाय....
.याद रखें उच्च रक्तचाप हमारी सेहत के लिए बेहद खतरनाक होता है।
यहां ऐसे सरल घरेलू उपचारों की चर्चा कर रहे हैं जिनके सावधानीपूर्वक प्रयोग करने से बिना गोली केप्सुल लिये इस भयंकर बीमारी पर पूर्णत: नियंत्रण पाया जा सकता है-
• सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रोगी को नमक🍚 का प्रयोग बिल्कुल कम कर देना चाहिये। नमक ब्लड प्रेशर बढाने वाला प्रमुख कारक है।
• उच्च रक्तचाप का एक प्रमुख कारण है रक्त का गाढा होना। रक्त गाढा होने से उसका प्रवाह धीमा हो जाता है। इससे धमनियों और शिराओं में दवाब बढ जाता है।
लहसुन🧄 ब्लड प्रेशर ठीक करने में बहुत मददगार घरेलू वस्तु है।यह रक्त का थक्का नहीं जमने देती है। धमनी की कठोरता में लाभदायक है। रक्त में ज्यादा कोलेस्ट्ररोल होने की स्थिति का समाधान करती है।
• एक बडा चम्मच आंवला 🍈का रस और इतना ही शहद 🍯मिलाकर सुबह -शाम लेने से हाई ब्लड प्रेशर में लाभ होता है।
• जब ब्लड प्रेशर बढा हुआ हो तो आधा गिलास मामूली गरम पानी में काली मिर्च पावडर🍷 एक चम्मच घोलकर 2-2 घंटे के फ़ासले से पीते रहें। ब्लड प्रेशर सही मुकाम पर लाने का बढिया उपचार है।
• तरबूज 🍉का मगज और पोस्त दाना दोनों बराबर मात्रा में लेकर पीसकर मिला लें। एक चम्मच सुबह-शाम खाली पेट पानी से लें। 3-4 हफ़्ते तक या जरूरत मुताबिक लेते रहें।
• बढे हुए ब्लड प्रेशर को जल्दी कंट्रोल करने के लिये आधा गिलास पानी में आधा निंबू 🍋निचोडकर 2-2 घंटे के अंतर से पीते रहें। हितकारी उपचार है।
• तुलसी 🍃की 10 पती और नीम 🌿की 3 पत्ती पानी के साथ खाली पेट 7 दिवस तक लें।
• पपीता 🥑आधा किलो रोज सुबह खाली पेट खावें। बाद में 2 घंटे तक कुछ न खावें। एक माह तक प्रयोग से बहुत लाभ होगा।
• 🚶🏼‍♂️🚶🏻‍♀️नंगे पैर हरी घास पर 15-20 मिनिट चलें। रोजाना चलने से ब्लड प्रेशर नार्मल हो जाता है।
• सौंफ़, जीरा, शकर तीनों बराबर मात्रा में लेकर पावडर बनालें। एक गिलास पानी में एक चम्मच मिश्रण घोलकर सुबह-शाम पीते रहें।
• उबले हुए आलू खाना रक्त चाप घटाने का श्रेष्ठ उपाय है। आलू में🥔 सोडियम (नमक) नही होता है।
• पालक 🥬और गाजर🥕 का रस मिलाकर एक गिलास रस सुबह-शाम पीयें। अन्य सब्जीयों के रस भी लाभदायक होते हैं।
• नमक दिन भर में 3 ग्राम से ज्यादा न लें।
• अण्डा 🍳और मांस🍗 ब्लड प्रेशर बढाने वाली चीजें हैं। ब्लड प्रेशर रोगी के लिये वर्जित हैं।
• करेला और सहजन की फ़ली उच्च रक्त चाप-रोगी के लिये परम हितकारी हैं।
• केला,अमरूद,सेवफ़ल ब्लड प्रेशर रोग को दूर करने में सहायक कुदरती पदार्थ हैं।
• मिठाई 🍨और चाकलेट🍫 का सेवन बंद कर दें।
*🍲सूखे मेवे :--* जैसे बादाम काजू, आदि उच्च रक्त चाप रोगी के लिये लाभकारी पदार्थ हैं।
🍚चावल:- (भूरा) उपयोग में लावें। इसमें नमक ,कोलेस्टरोल और चर्बी नाम मात्र की होती है। यह उच्च रक्त चाप रोगी के लिये बहुत ही लाभदायक भोजन है। इसमें पाये जाने वाले केल्शियम से नाडी मंडल की भी सुरक्षा हो जाती है।
🥐अदरक:- प्याज और लहसून की तरह अदरक भी काफी फायदेमंद होता है। बुरा कोलेस्ट्रोल धमनियों की दीवारों पर प्लेक यानी कि कैलसियम युक्त मैल पैदा करता है जिससे रक्त के प्रवाह में अवरोध खड़ा हो जाता है और नतीजा उच्च रक्तचाप के रूप में सामने आता है। अदरक में बहुत हीं ताकतवर एंटीओक्सीडेट्स होते हैं जो कि बुरे कोलेस्ट्रोल को नीचे लाने में काफी असरदार होते हैं। अदरक से आपके रक्तसंचार में भी सुधार होता है, धमनियों के आसपास की मांसपेशियों को भी आराम मिलता है जिससे कि उच्च रक्तचाप नीचे आ जाता है।
🌶️लालमिर्च:- धमनियों के सख्त होने के कारण या उनमे प्लेक जमा होने की वजह से रक्त वाहिकाएं और नसें संकरी हो जाती हैं जिससे कि रक्त प्रवाह में रुकावटें पैदा होती हैं। लेकिन लाल मिर्च से नसें और रक्त वाहिकाएं चौड़ी हो जाती हैं, फलस्वरूप रक्त प्रवाह सहज हो जाता है और रक्तचाप नीचे आ जाता है.!


Kailash Chandra Ladha
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सोमवार, 28 जून 2021

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भगवद् गीता के 9 वे अध्याय का 22 वाँ श्लोक


भगवद् गीता के ९वे अध्याय का २२वाँ श्लोक 

अनन्याश्चिन्तयन्तो मां ये जनाः पर्युपासते ।
तेषां नित्याभियुक्तानां योगक्षेमं वहाम्यहम्‌ ॥ 

भावार्थ :  जो अनन्यप्रेमी भक्तजन मुझ परमेश्वर को निरंतर चिंतन करते हुए निष्कामभाव से भजते हैं, उन नित्य-निरंतर मेरा चिंतन करने वाले पुरुषों का योगक्षेम (भगवत्‌स्वरूप की प्राप्ति का नाम 'योग' है और भगवत्‌प्राप्ति के निमित्त किए हुए साधन की रक्षा का नाम 'क्षेम' है) मैं स्वयं प्राप्त कर देता हूँ॥22॥ 

वृंदावन में एक कथा प्रचलित है कि एक गरीब ब्राह्मण बांके बिहारी का परम भक्त था। एक बार उसने एक महाजन से कुछ रुपये उधार लिए। हर महीने उसे थोड़ा- थोड़ा करके वह चुकता करता था। जब अंतिम किस्त रह गई तब महाजन ने उसे अदालती नोटिस भिजवा दिया कि अभी तक उसने उधार चुकता नहीं किया है, इसलिए पूरी रकम मय व्याज वापस करे।

ब्राह्मण परेशान हो गया। महाजन के पास जा कर उसने बहुत सफाई दी, अनुनय-विनय किया, लेकिन महाजन अपने दावे से टस से मस नहीं हुआ।
मामला कोर्ट में पहुंचा। कोर्ट में भी ब्राह्मण ने जज से वही बात कही,मैंने सारा पैसा चुका दिया है। महाजन झूठ बोल रहा है। जज ने पूछा, कोई गवाह है जिसके सामने तुम महाजन को पैसा देते थे। कुछ सोच कर उसने कहा, हां, मेरी तरफ से गवाही बांके बिहारी देंगे। अदालत ने गवाह का पता पूछा तो ब्राह्मण ने
बताया, बांके बिहारी, वल्द वासुदेव, बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन। उक्त पते पर सम्मन जारी कर दिया गया।

पुजारी ने सम्मन को मूर्ति के सामने रख कर कहा, भगवन, आप को गवाही देने कचहरी जाना है। गवाही के दिन सचमुच एक बूढ़ा आदमी जज के सामने खड़ा हो कर बता गया कि पैसे देते समय मैं साथ होता था और फलां- फलां तारीख को रकम वापस की गई थी। जज ने सेठ का बही- खाता देखातो गवाही सच
निकली। रकम दर्ज थी, नाम फर्जी डाला गया था।जज ने ब्राह्मण को निर्दोष
करार दिया। लेकिन उसके मन में यह उथल पुथल मची रही कि आखिर वह गवाह था कौन।

उसने ब्राह्मण से पूछा। ब्राह्मण ने बताया कि वह तो सर्वत्र रहता है, गरीबों की मदद के लिए अपने आप आता है। इस घटना ने जज को इतना उद्वेलित किया कि वह इस्तीफा देकर, घर-परिवार छोड़ कर फकीर बन गया।
बहुत साल बाद वह वृंदावन लौट कर आया पागल बाबा के नाम से।
आज भी वहां पागल बाबा का बनवाया हुआ बिहारी जी का एक मंदिर है।...

बोल वृंदावन बिहारी लाल की जय

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