विटामिन शरीर में विभिन्न अंगों के स्वस्थ तरीके से काम करने के लिए जरूरी होते हैं। इनकी कमी से बहुत सी स्वास्थ्य समस्याएं होना शुरू हो जाती है।
बाल झड़ना
,ड्राई स्किन,आंखों में कमजोरी,बारिश के दिनों में एडिया फटना,जीभ लाल होना, असमय थकान,खून की कमी, जोड़ों और हड्डियों में दर्द मूड स्विंग आदि लक्षन विटामिंस की कमी के कारण दिखाई देना शुरू हो जाते हैं।
विटामिन ए
विटामिन ए की कमी से रतौंधी सहित अन्य प्रकार के आंखों के रोगों
की आशंका बढ़ जाती है। इससे हड्डियां, दांत,बाल, मांसपेशियां, नाखून आदि भी प्रभावित होते हैं।
विटामिन बी
यह b1, b2,b3,b5,b6, b7,b9 एवं b12 का समूह होता है। यह मेटाबॉलिज्म,कोलेस्ट्रॉल, त्वचा, ब्लड शुगर
कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन ,आर बी सी ,डी एन ए, आर एन ए, तंत्रिका तंत्र आदि पर प्रभाव डालते हैं। इसके लिए सीड्स,नट्स,फलियां, डेयरी प्रोडक्ट,मशरूम,साबुत अनाज,फल,दूध,केला,आलू, हरी पत्तेदार सब्जियां ,सोयाबीन,शतावरी,संतरे का रस आदि इसके लिए उपयुक्त स्रोत हैं।उन्हें अपने रूटीन डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।
विटामिन सी
यह विटामिन इम्यूनिटी
पर असर डालता है। नींबू,आंवला, संतरा, मिर्च, खरबूजे सहित खट्टे फलों में यह पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है।
विटामिन डी
शरीर में कैल्शियम के अवशोषण के लिए विटामिन डी बहुत जरूरी होता है। यह दांत और हड्डियों की कमजोरी
आदि को दूर करता है। धूप।दूध।मक्खन आदि इसक अच्छे स्रोत हैं।
विटामिन ई
यह एंटीऑक्सीडेंट्स की तरह काम करता है। बारिश में एडिया फटना भी इसकी कमी के लक्षण है। यह वनस्पति तेल अनाज आदि में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
विटामिन के
यह विटामिन शरीर में रक्त के प्रवाह को प्रभावित करता है। रक्तचाप
को सामान्य रखने में सहायक होता है। यह रक्त के थक्के नहीं बनने देता है। विटामिन के पालक, ब्रोकली, सहित हरी पत्तेदार सब्जियों में खूब पाया जाता है।
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