पन्ना रत्न गहरे हरे रंग का होता है। बुध ग्रह की पीड़ा शांत करने के लिए पन्ना धारण करने की सलाह दी जाती है। इसे मरकत मणि, हरितमणि, एमराल्ड (Emerald ), पांचू आदि नामों से जाना जाता है। हीरा और नीलम के बाद इसे तीसरा सबसे खूबसूरत रत्न कहा जाता है। पन्ना (Emerald or Panna) बेहद कीमती होता है।
ज्योतिष में, पन्ना एक प्रकार का रत्न है जिसके बारे में माना जाता है कि इसमें कुछ ज्योतिषीय गुण होते हैं और पहनने पर कुछ लाभ प्रदान करने में सक्षम होते हैं। पन्ना रत्न बुध ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है, इसे धारण करने से व्यक्ति जीवन में समझदार और बौद्धिक बनता है। पन्ना क्रिएटिविटी बढ़ाता है, संचार शक्ति बढ़ाता है, धन वृद्धि में सहायक माना जाता है, शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है।प्रसिद्धि पाने में मददगार होता है। इसे आत्मविश्वास बढ़ाने, संचार कौशल में सुधार करने और धन और सौभाग्य को आकर्षित करने में भी सहायक माना जाता है। वृष और तुला राशि के जातकों के लिए भी यह शुभ माना जाता है। पन्ना रत्न आमतौर पर अंगूठी के रूप में पहना जाता है, यह त्वचा के करीब पहना जाने पर सबसे प्रभावी माना जाता है। महिलाएं पन्ना रत्न को अपने बाएं हाथ की छोटी उंगली में भी पहन सकती हैं। पन्ना रत्न को अनामिका अंगुली में भी पहना जाता है। एक, जब बुध आदित्य योग बनता है, जहां बुध और सूर्य एक शुभ भाव में युति करते हैं। या जब राशि परिवर्तन योग की घटना होती है - सूर्य और बुध के बीच संकेतों का आदान-प्रदान होता है।
पन्ना रत्न:इसका रंग हल्का से गहरा हरा हो सकता है। इस बात को लगभग सभी जानते हैं कि बुध ग्रह वाणी, युवा, व्यापार, हाजमा आदि का कारक होता है और बुध ग्रह की दो राशियाँ होती है मिथुन और कन्या। जिन लोगो की कुंडली में मिथुन राशि तृतीय भाव में होती है एंव कन्या छंठे भाव में पड़ी होती है। ऐसे लोगों के लिए पन्ना बहुत लाभदायक होता है। आइए जानते है कि इसको पहनने से और क्या क्या लाभ होते है।
पन्ना को कैसे पहचाना जाए
पन्ना की असल पहचान करने के लिए लकड़ी पर रत्न को रगड़ने से इसकी चमक ओर अधिक खिलती है।
यह मुलायम हरी घास की भांति होता है जिसके ऊपर पानी की बूंद रखने से बूंद उसी समान रहती है।
पन्ना के लिए राशि कौन सी उपयुक्त रहती है
मिथुन तथा कन्या राशि के जातकों के लिए पन्ना रत्न अत्याधिक लाभकारी माना जाता है।
पन्ना पहनने के लाभ
आप अपने गुस्से को काबू नहीं कर पाते तो गुस्से पर काबू करने और मन में एकाग्रता बढ़ाने के लिए पन्ना का प्रयोग करना चाहिए।
जो जातक व्यापार तथा अंकशास्त्र संबंधित कार्य कर रहें हों उनके लिए पन्ना लाभकारी साबित होता है।
बुध ग्रह को स्मरण शक्ति और विद्या आदि का कारक माना जाता है। पन्ना धारण करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। छात्रों के लिए यह विशेष रत्न साबित होता है।
स्वास्थ्य लाभ के लिए पन्ना का प्रयोग
माना जाता है कि पन्ना पौरुष शक्ति को बढ़ाता है।
यह रत्न दमा के मरीजों तथा गर्भवती महिलाओं के लिए अत्याधिक लाभकारी माना गया है।
मिर्गी के दौरे से पीड़ित रोगियों के लिए भी पन्ना लाभकारी माना जाता है।
कैसे करें पन्ना धारण ताकि ये अपना असर दिखाए
ज्योतिषी मानते हैं कि पन्ना बुधवार के दिन धारण करना चाहिए। पन्ना धारण करते समय मनुष्य को अपनी कुंडली में बुध की स्थिति पर भी ध्यान देना चाहिए। रत्न का वजन बेहद अहम होता है। कितने रत्ती का रत्न धारण करें, यह कुंडली का विश्लेषण कर सुनिश्चित करना चाहिए।
पन्ना व्यापार को बढ़ाने वाला रत्न है, पन्ना धारण करके व्यक्ति की वाक शक्ति यानी कम्युनिकेशन स्किल्स/Communication skills Develop
होती है, जिससे व्यक्ति लाभ अर्जित करता है, पन्ना को छोटी उंगली में बुधवार के दिन धारण करना चाहिए ।
असर देखने हेतु
- पन्ना रत्न को बुधवार के दिन धारण करें।
- बुधवार के दिन अगर अश्लेषा, ज्येष्ठा या रेवती नक्षत्र हो तो पन्ना रत्न को धारण करना अति उत्तम माना जाता है।
- पन्ना लगभग 45 दिन बाद से अपना शुभाशुभ प्रभाव दिखाने लगता है।
मूल स्रोत : इस उत्तर का मूल स्रोत है ज्योतिष के साथ मेरा रत्नों का ज्ञान। चित्र सोर्स है गूगल इमेजेस।
असर दिखाने की समय अवधि इन कारणों से प्रभावित होती है
- रत्न की शुद्धता एवं वजन,
- दिनमान (समय) पक्ष, नक्षत्र, होरा, चौघड़िया आदि मुहूर्त
- कुंडली में बुध ग्रह का अंश (डिग्री), भाव (हाऊस), राशि (युति दृष्टि) आदि के कारण और साथ ही धारण विधि – इन सब के कारण प्रभाव (असर) प्रदर्शन में भी लगने वाले समय में अंतर आ सकता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी करें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.