किसी का फोन आया.... माँ ने फोन पर बात
करने के बाद रूआसे अंदाज में बेटे से बोली....
बेटा मैंने आज तक तुमसे एक बात छुपायी थी, मैं
जवानी में एक लड़के से प्रेम करती थी और हमारे
बीच शारीरिक सम्बन्ध भी थे तुम उसी आदमी के
बेटे हो, राकेश जी तुम्हारे असली पिता नहीं है....
बेटे के पैरों तले जमीन खिसक जाती है,
माँ को कोसता हुआ कहता है ये तूने
क्या किया माँ, ये कैसा पाप, कैसा अनर्थ कर
बैठी ?
तूने तो माँ शब्द को मिट्टी में मिला दिया, इससे
अच्छा तो मैं अनाथ होता....
माँ : बेटा मैं अपनी गलती मानती हूँ लेकिन तुमसे
बहुत प्यार करती हूँ दुर्भाग्यवश मेरी उससे
शादी नहीं हो पायी परन्तु आज वो तुम से बात
करना चाहते है....
बेटा : मैं उससे बात जरुर करूंगा और उसे
इतनी गलियां बकुंगा की वो कभी दुबारा किसी की जिंदगी से
नहीं खेलेगा....
फोन वाला आदमी : हेलो बेटा , मैं रिलायंस
का मालिक मुकेश अम्बानी बोल रहा हूँ
तुम्हारा असली बाप मुझे म........
बेटा : ओह !! ओह माय गॉड.... यू आर माय
रियल डैड....!! ग्रेट मोम.... यू आर
रियली ग्रेट....!!
लव यु सो मच मोम.... लव यु वैरी मच डैड....
टुडे आई ऍम सो सो मच हैपी....!!
निष्कर्ष : बाप बड़ा ना भैया सबसे
बड़ा रुपैया....!!!
उपहास था या परिहास या नैतिकता और
संस्कारों का पतन , समझ नहीं पा रहा हूँ....??
हरि ॐ... वन्दे मातरम्....
जय जय सिया राम...... जय जय माँ भारती ....
जय हिंद... जय हिन्दुस्तान...
करने के बाद रूआसे अंदाज में बेटे से बोली....
बेटा मैंने आज तक तुमसे एक बात छुपायी थी, मैं
जवानी में एक लड़के से प्रेम करती थी और हमारे
बीच शारीरिक सम्बन्ध भी थे तुम उसी आदमी के
बेटे हो, राकेश जी तुम्हारे असली पिता नहीं है....
बेटे के पैरों तले जमीन खिसक जाती है,
माँ को कोसता हुआ कहता है ये तूने
क्या किया माँ, ये कैसा पाप, कैसा अनर्थ कर
बैठी ?
तूने तो माँ शब्द को मिट्टी में मिला दिया, इससे
अच्छा तो मैं अनाथ होता....
माँ : बेटा मैं अपनी गलती मानती हूँ लेकिन तुमसे
बहुत प्यार करती हूँ दुर्भाग्यवश मेरी उससे
शादी नहीं हो पायी परन्तु आज वो तुम से बात
करना चाहते है....
बेटा : मैं उससे बात जरुर करूंगा और उसे
इतनी गलियां बकुंगा की वो कभी दुबारा किसी की जिंदगी से
नहीं खेलेगा....
फोन वाला आदमी : हेलो बेटा , मैं रिलायंस
का मालिक मुकेश अम्बानी बोल रहा हूँ
तुम्हारा असली बाप मुझे म........
बेटा : ओह !! ओह माय गॉड.... यू आर माय
रियल डैड....!! ग्रेट मोम.... यू आर
रियली ग्रेट....!!
लव यु सो मच मोम.... लव यु वैरी मच डैड....
टुडे आई ऍम सो सो मच हैपी....!!
निष्कर्ष : बाप बड़ा ना भैया सबसे
बड़ा रुपैया....!!!
उपहास था या परिहास या नैतिकता और
संस्कारों का पतन , समझ नहीं पा रहा हूँ....??
हरि ॐ... वन्दे मातरम्....
जय जय सिया राम...... जय जय माँ भारती ....
जय हिंद... जय हिन्दुस्तान...
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी करें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.