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शुक्रवार, 30 जनवरी 2015

घर पर बनाएं जैविक खाद

घर पर बनाएं जैविक खाद
खेत की उर्वरकता बढ़ाएं आसानी से बनाएं जैविक खाद
किसान अपनी फसल की अच्छी पैदावार के लिये विभिन्न तरह की रसायनिक खादों का इस्तेमाल करते हैं। खेती में रसायनिक खादों के इस्तेमाल से फसल के साथ-साथ मिट्टी की उर्वरक क्षमता पर भी असर पड़ता है। ऐसे में किसान जैविक खाद अपना कर अपनी फसल की पैदावार के साथ-साथ जमीन की उर्वरता भी बढ़ा सकते हैं।
जैविक खाद बनाने का आसान तरीका
एक ड्रम में गोबर डालकर इसमें गोमूत्र मिलालें, फिर इसमें गुड़ (उपयोग में ना आने वाला गुड़) मिलाएं। इसमें पिसी हुई दालों व लकड़ी का चोकर डाल दें। आखिर में इस मिश्रण को एक किलो मिट्टी में सान लें।
• 10 किलो गोबर
• 10 लीटर गोमूत्रएक
• एक किलो गुड
• एक किलो लकड़ी का चोकर
• एक किलो मिट्टी

मिश्रण की मात्रा
इन पांच तत्वों को आपस मे (हाथ से या किसी लकड़ी के डंडे से) मिला दें। मिश्रण बन जाने के बाद इसमें एक से दो लीटर पानी डाल दें। अब इसे 20 दिनों तक ढक कर रख दीजिए। ध्यान रखें की इस ड्रम पर धूप न पड़े। अच्छी खाद पाने के लिए इस घोल को प्रतिदिन एक बार अवश्य मिलाएं। 20 दिन बाद ये खाद बन कर तैयार हो जाएगी। यह खाद सूक्ष्म जीवाणु से भरपूर रहेगी जो खेत की मिट्टी की सेहत के लिये अच्छी रहेगी।
जैविक खाद में पाए जाने वाले जीवाणुओं का महत्व
• पोधे की जड़ को आयरन उपलब्ध करना।
• नाइट्रोजन प्रदान करना।
• कैल्शियम की सही मात्रा सुनिश्चित करना।

रात में सोने से पहले न खाएं ये 10 खाद्य सामग्री

ये 10 खाद्य सामग्री रात में सोने से पहले न खाएं

आइसक्रीम
सोने से पहले आइसक्रीम न खाएं। आइसक्रीम में फैट और शुगर की मात्रा ज्‍यादा होती है जो शरीर में जाकर एकदम से हिट करती है और ऊर्जा का संचार होने लगता है, इस वजह से नींद का गायब होना स्‍वाभाविक है

टॉफी/ कैंडी
टॉफी में भी शुगर होती है इसी वजह से यह बॉडी को एनर्जी देती है। यह एनर्जी बहुत ज्‍यादा नहीं होती लेकिन नींद में खलल डालने के लिए काफी है।

लहसुन
लहसुन एक गर्म तासीर वाला हर्ब होता है जिसे खाने के शरीर में गर्मी यानि रक्‍त का संचार अच्‍छे से होता है, वहीं इसे खाकर तुरन्‍त लेट जाने पर पेट में गैस्ट्रिक प्रॉब्‍लम भी हो सकती है। ऐसे में इसे रात के भोजन में न खाना ही बेहतर ऑप्‍शन है।

रेड मीट
रेड मीट, आपके शरीर में दिनभर के पोषक तत्‍वों की कमी को पूरा कर सकता है लेकिन यह काफी प्रोटीन और फैट वाला खाद्य पदार्थ होता है जिसे पचाने में शरीर को काफी मशक्‍कत करनी पड़ती है। वहीं रेड मीट की एनर्जी भी बॉडी को हीट करती है, ऐसे में नींद की प्रक्रिया में खलल आना स्‍वाभाविक है।

शराब
रात में शराब पीने की आदत बहुत लोगों की होती है, उन्‍हे ऐसा लगता है इससे उन्‍हे अच्‍छी नींद आती है, लेकिन यह गलत है। शराब पीने से उनकी नींद आने की नैचुरल प्रक्रिया पर नकारात्‍मक असर पड़ता है। शराब पीकर सोने पर आपको वह सुबह उठकर सामान्‍य दिनों जैसी स्‍फूर्ति और ताजगी नहीं मिलती है। वहीं कई बार शराब के नशे में होश नहीं रहता है जिसे लोग बढि़या नींद समझ बैठते हैं।

डार्क चॉकलेट
डार्क चॉकलेट में कैफीन की मात्रा बहुत ज्‍यादा होती है, जो आपके शरीर को एकदम से बूस्‍ट अप कर देती हैं। वहीं कई बार डार्क चॉकलेट में थियोब्रोमाइन भी मिला होता है जो दिल को तेजी से धड़काने का काम और शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करता है, ऐसे में सोना थोड़ा मुश्किल होता है।

भारी भोजन
भारी भोजन न लें सोने से पहले, अगर आप वेज फूड भी खाते हैं तो हल्‍का और आसानी से पचने वाला खाना खाएं। जैसे- गेंहू के आटा के फुल्‍के, खिचड़ी। ज्‍यादा भारी भोजन करने से आपको ही पेट सम्‍बन्धित समस्‍याएं हो सकती हैं।

पिज्‍जा
पिज्‍जा, फास्‍ट फूड है जिसे खा तो आप बढ़े मजे से लेते है लेकिन आपके पेट को उसे पचाने में बहुत मशक्‍कत करनी पड़ती है। इसमें पड़ने वाला टुमैटो सॉस, एसिड से भरा हुआ होता है जो पेट में गैस की समस्‍या भी पैदा कर सकता है।

पास्‍ता
पास्‍ता भी फास्‍ट फूड है, जो मैदा का बना होता है। मैदा अनाज का पिसा का बहुत महीन रूप होती है जो पचने में ज्‍यादा समय लेती है। साथ ही इसे बनाने में यूज होने वाले सॉस और अन्‍य सामग्री भी बॉडी को रिलेक्‍स नहीं होने देती।

आजवाइन
आजवाइन से बना भोजन आपको सुनकर आश्‍चर्य होगा, लेकिन आजवाइन को रात के खाने में खाने से परहेज करें। आजवाइन एक प्रकार का प्राकृतिक मसाला है जिससे पेशाब बहुत ज्‍यादा आती है। यह काफी गर्म होती है जिसे कारण लोगों को ज्‍यादा पानी पीना पड़ता है। बार - बार पानी पीना और फिर पेशाब जाने से आपकी नींद में खलल आ सकता है।

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