स्त्री हो या पुरुष, सुबह बिस्तर से उठते ही करना चाहिए ये 7 काम
पुरानी परंपराओं के अनुसार सुबह-सुबह यहां बताए गए काम जो भी व्यक्ति करता है उसका पूरा दिन अच्छा रहता है। साथ ही पैसों से जुड़ी परेशानियां भी खत्म होती हैं और लंबी उम्र प्राप्त होती है।
1. सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठना स्वास्थ्य और धर्म के लिए काफी लाभदायक रहता है। जैसे ही नींद खुलती है तो सबसे पहले व्यक्ति को अपने दोनों हाथों को देखना
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पुरानी परंपराओं के अनुसार सुबह-सुबह यहां बताए गए काम जो भी व्यक्ति करता है उसका पूरा दिन अच्छा रहता है। साथ ही पैसों से जुड़ी परेशानियां भी खत्म होती हैं और लंबी उम्र प्राप्त होती है।
1. सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठना स्वास्थ्य और धर्म के लिए काफी लाभदायक रहता है। जैसे ही नींद खुलती है तो सबसे पहले व्यक्ति को अपने दोनों हाथों को देखना
चाहिए।
2. हाथों को देखते समय यह मंत्र बोलना चाहिए- कराग्रे वसते लक्ष्मी, करमूले सरस्वती, करमध्ये तू गोविंद प्रभाते कर दर्शनं। इस मंत्र व्यक्ति को महालक्ष्मी, सरस्वती और भगवान श्रीहरि की कृपा प्राप्त होती है। व्यक्ति कभी भी पैसों की तंगी का सामना नहीं करता है।
3. बिस्तर से उठने के बाद मूत्र त्याग करना चाहिए, इसके बाद 2-3 गिलास पानी पीना चाहिए। ऐसा करने पर व्यक्ति को कब्ज, अपच एवं पेट संबंधी कई बीमारियों से मुक्ति मिल जाती है।
4. प्रतिदिन नियमित रूप से योगा करना चाहिए। योग करने वाले लोगों को लंबे समय तक बुढ़ापे की बीमारियों का सामना नहीं करना पड़ता है। इसके साथ दिनभर के कार्यों में ऊर्जा बनी रहती है। आलस्य दूर रहता है।
5. सुबह-सुबह टहलना सेहत के लिए बहुत अच्छा रहता है। उस समय वातावरण शुद्ध रहता है और हमें सांस क लिए ताजी हवा प्राप्त होती है जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होती है।
6. सुबह के सभी कार्यों से निवृत्त होकर स्नान आदि करने के बाद पवित्र हो जाने के बाद देवी-देवताओं की पूजा-आराधना करनी चाहिए।
7. माता-पिता एवं वृद्धजनों का आशीर्वाद लेना चाहिए। इसके साथ ही घर से निकलने से पूर्व दही अवश्य खाएं। धर्म की दृष्टि से यह बहुत शुभ माना जाता है।
2. हाथों को देखते समय यह मंत्र बोलना चाहिए- कराग्रे वसते लक्ष्मी, करमूले सरस्वती, करमध्ये तू गोविंद प्रभाते कर दर्शनं। इस मंत्र व्यक्ति को महालक्ष्मी, सरस्वती और भगवान श्रीहरि की कृपा प्राप्त होती है। व्यक्ति कभी भी पैसों की तंगी का सामना नहीं करता है।
3. बिस्तर से उठने के बाद मूत्र त्याग करना चाहिए, इसके बाद 2-3 गिलास पानी पीना चाहिए। ऐसा करने पर व्यक्ति को कब्ज, अपच एवं पेट संबंधी कई बीमारियों से मुक्ति मिल जाती है।
4. प्रतिदिन नियमित रूप से योगा करना चाहिए। योग करने वाले लोगों को लंबे समय तक बुढ़ापे की बीमारियों का सामना नहीं करना पड़ता है। इसके साथ दिनभर के कार्यों में ऊर्जा बनी रहती है। आलस्य दूर रहता है।
5. सुबह-सुबह टहलना सेहत के लिए बहुत अच्छा रहता है। उस समय वातावरण शुद्ध रहता है और हमें सांस क लिए ताजी हवा प्राप्त होती है जो कि स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होती है।
6. सुबह के सभी कार्यों से निवृत्त होकर स्नान आदि करने के बाद पवित्र हो जाने के बाद देवी-देवताओं की पूजा-आराधना करनी चाहिए।
7. माता-पिता एवं वृद्धजनों का आशीर्वाद लेना चाहिए। इसके साथ ही घर से निकलने से पूर्व दही अवश्य खाएं। धर्म की दृष्टि से यह बहुत शुभ माना जाता है।
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