इस गांव के सभी लोग अंधे हैं यहां तक इस गांव के जानवर भी अंधे हैं।
आज हम बात करेंगे कि इस गांव के लोगों के अंधेपन की वजह क्या है?
तो आइए इस गांव के विषय में विस्तार से जानकारी लेते हैं।
क्यों खास है टिल्टेपक गांव?
मेक्सिको देश में बसा है यह गांव, यह गांव काफी छोटा है इस गांव में केवल 70 झोपड़ी है जिसमें कुल मिलाकर 300 के आसपास लोग रहा करते हैं इस गांव में जोपोटेक नाम की जनजाति रहती है।
टिल्टेपक गाँव के सभी लोग अंधे हैं यहां तक कि जीव- जंतु पशु -पक्षी भी अंधे हैं ।ऐसा नहीं है कि यह सभी लोग जन्मजात अंधे होते हैं जब यहां के बच्चे का जन्म होता है तब बच्चा कुछ दिनों तक सामान्य रहता है फिर उसकी आंखों की रोशनी चली जाती है।
यहां के पक्षी भी अंधे हैं जिसकी वजह से वह उड़ नहीं पाते अगर कोई पक्षी उड़ने का प्रयास भी करता है तो वह पेड़ों से टकरा जाता है और उसकी मौत हो जाती है।
गांव के किसी भी झोपड़ी में खिड़की नहीं है क्योंकि उन्हें उजाले से कोई मतलब नहीं है सभी लोग लाठियों के सहारे अपना सभी काम करते हैं
क्या श्रापित पेड़ की वजह से इस गांव के लोग अंधे हैं?
गांव के लोगों के अनुसार उनके अंधेपन की वजह एक श्रापित पेड़ है उसे देखने के बाद लोगों की आंखें चली जाती है हालांकि इस बात को वैज्ञानिकों ने सिरे से नकार दिया वैज्ञानिकों ने गांव के लोगों को अंधेपन की कुछ अलग वजह बताई।
तो क्या है गांव के लोगों की अंधेपन की असली वजह?
वैज्ञानिकों ने अपने शोध में पाया कि क्या गांव के लोगों के अंधेपन की वजह कोई श्रापित पेड़ नहीं है, बल्कि एक मक्खी है।
जी हां, आपने बिल्कुल सही पढ़ा गांव के आस पास पाए जाने वाली जहरीली मक्खी के काटने से वहां के लोग अंधे हो जाते हैं।
जिस मक्खी का जहर आंखों के द्वारा दिमाग को भेजे गए सिग्नल को रोक देता है जिससे व्यक्ति देख नहीं पाता है।
यही वजह है कि गांव के नए जन्मजात बच्चे देख पाते हैं और कुछ ही दिनों बाद उन्हें वह मक्खी काटने की वजह से उनकी दृष्टि चली जाती है।
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