फिल्म का नाम है हवाएँ (Hawayein) जो 1984 के सिख नस्लकुशी दंगों पर आधारित है। जब य़ह फिल्म आई थी तब मैं 17 साल की थी और इस फिल्म ने मुझपर गहरा असर डाला। खास तौर पर वो दृश्य जिन में सिख ल़डकियों और औरतों को दंगाइयों की भीड़ उठा ले जा रहे हैं, उनके के साथ सामुहिक बलात्कार कर रहे हैं, उनके कपड़े उतार उन्हें नंगी कर उनकी इज्ज़त लूट रहे हैं।
वो दृश्य मैं आज तक नहीं भूली हालांकि इस फिल्म को आए 18 साल हो गये हैं।
य़ह लिंक इसी फिल्म का है :
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