मुकदमे में विजय प्राप्ति के लिए -
पवन तनय बल पवन समाना| बुधि विवेक बिमयान निधाना |
कवन सो काज जग माही | जो नहीं होई तांत तुमह पाहि ||
पवन तनय बल पवन समाना| बुधि विवेक बिमयान निधाना |
कवन सो काज जग माही | जो नहीं होई तांत तुमह पाहि ||
मस्तिक की पीढा दूर करने की लिए -
हनुमान अंगद रन गाजे| हाक सुनत रजनीचर भाजे ||
हनुमान अंगद रन गाजे| हाक सुनत रजनीचर भाजे ||
खोई वस्तु पुनः प्राप्त करने के लिए -
गई बहोर गरीब नेवाजू सरल सबल साहिब रघुराजू ||
गई बहोर गरीब नेवाजू सरल सबल साहिब रघुराजू ||
विवाह के लिए -
तब जनक पाई बशिस्थ आयसु ब्याह साज संवारिके |
मांडवी श्रुत कीरति उरमिला कुंआरी लई हैकारिके ||
तब जनक पाई बशिस्थ आयसु ब्याह साज संवारिके |
मांडवी श्रुत कीरति उरमिला कुंआरी लई हैकारिके ||
बिक्री बढ़ाने का यंत्र -
भवर वीर तू चेला मेरा, खोल दुकान कहाकर मेरा ,
उठे जो डंडी बिके जो माल, भंवर वीर सोखे नहीं जाए ||
भवर वीर तू चेला मेरा, खोल दुकान कहाकर मेरा ,
उठे जो डंडी बिके जो माल, भंवर वीर सोखे नहीं जाए ||
Dukaan me vriddhi ke mantra btaye
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