किसी
भी वास्तु , व्यक्ति, प्रतिक या निशान को देखने पर उनके आभामंडल से एक
प्रकार की उर्जा प्रसारित होती है जो हमारे विचारों और सिद्धांतो को भी
प्रभावित कर देती है. ॐ (ओम) एक ऐसा निशान है जी प्राचीन समय में ऋषियों ने
मानव समाज में उत्साह, आनंद , उर्जा , एक नई चेतना का संचार करने वाला
सेम्बोल ॐ (ओम) की महत्ता को समझा / खोजा ... इसी निशान को ओरा / आभा
विशेश्यग्य वैज्ञानिकों का मानना है की ॐ (ओम) निशान को देखने से उपरोक्त
प्रकार की 70,000 बोविस पोजिटिव उर्जा प्रसारित होती है.
माहेश्वरियों के गुरुओं ने माहेश्वरी समाज का जो निशान हजारों वर्ष पहले
बनाया था उस निशान में भी ॐ (ओम) का बड़े ही अदभुत अंदाज में प्रयोग किया
है. उस माहेश्वरी निशान के बारेमे अधिक जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक
करें >
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माहेश्वरियों के गुरुओं ने माहेश्वरी समाज का जो निशान हजारों वर्ष पहले बनाया था उस निशान में भी ॐ (ओम) का बड़े ही अदभुत अंदाज में प्रयोग किया है. उस माहेश्वरी निशान के बारेमे अधिक जानकारी के लिए इस लिंक पर क्लिक करें >
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