ऊर्जा के स्त्रोत में नया अध्याय,गौ मूत्र से बिजली तैयार
गौ माता दूध देती है ये हम सब जानते है, लेकिन गाय बिजली भी पैदा कर सकती है. इस शोध से आप भी चकरा सकते है.
झारखंड में बोकारो के सरस्वती विद्या मन्दिर के छात्रों ने छात्रों ने गौ मूत्र से ऊर्जा के नए स्रोत को ढ़ूंढ़ा है.
कम होते ऊर्जा के स्रोत में जुड़ा नया अध्याय.
अब गौ मूत्र से जलेगी बिजली. छात्रों की ये पहल सराहनीयहै.
गौ मूत्र से कैसे बनेगी बिजली?
गाय का गोबर वायरस को नष्ट करता है और गौ मूत्र सभी औषधियों में श्रेष्ठ
माना गया है. इस तरह अब गौमूत्र से बिजली पैदा की तैयारी होरही है. गाय के
दूध का सर्फेस टेंशन कम होता है.
एक काँपर और एक जिंक इलेक्ट्राड का प्लेट गौ मूत्र में डालने के बाद इलेक्ट्रान का प्रवाह होता है. छात्रों ने अपने शोध में इसे करके दिखा भी दिया.
बिजली संकट
ऊर्जा उत्पादन के लिए जरुरी संसाधनों के घटते भण्डार से देश चिन्तित है. जबकि इसका उपाय शुद्धदेसी आसान और कम खर्च में अपने देश में ही मौजूद है.
सरस्वती विद्या मन्दिर के छात्रों ने ऊर्जा के नए स्रोत ढ़ूंढकर गाय की महानता और उपयोगिता में एक नया अध्याय जोड़ दिया है.
गौ मूत्र वैसे भी यूँ ही बेकार चला जाता है. छात्रों के इस प्रयास को बड़े स्तर पर अपनाया जाए तो ऊर्जा की कमी को रोका जा सकता है.
पुराणों , ग्रंथों में कहा गया है कि गौ मूत्र धन्वन्तरी है और इस शोध से यह साबित भी होता है.
जय गौ माता
एक काँपर और एक जिंक इलेक्ट्राड का प्लेट गौ मूत्र में डालने के बाद इलेक्ट्रान का प्रवाह होता है. छात्रों ने अपने शोध में इसे करके दिखा भी दिया.
बिजली संकट
ऊर्जा उत्पादन के लिए जरुरी संसाधनों के घटते भण्डार से देश चिन्तित है. जबकि इसका उपाय शुद्धदेसी आसान और कम खर्च में अपने देश में ही मौजूद है.
सरस्वती विद्या मन्दिर के छात्रों ने ऊर्जा के नए स्रोत ढ़ूंढकर गाय की महानता और उपयोगिता में एक नया अध्याय जोड़ दिया है.
गौ मूत्र वैसे भी यूँ ही बेकार चला जाता है. छात्रों के इस प्रयास को बड़े स्तर पर अपनाया जाए तो ऊर्जा की कमी को रोका जा सकता है.
पुराणों , ग्रंथों में कहा गया है कि गौ मूत्र धन्वन्तरी है और इस शोध से यह साबित भी होता है.
जय गौ माता
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