कैंसर भगाए तुलसी और पुदीना
राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम से जुड़े एक शोधकर्ता चिकित्सक ने कहा है कि भारतीय जनजीवन में प्राचीन समय से ही लोकप्रिय रहे तुलसी और पुदीना कैंसर जैसे गंभीर रोगो से लडने में काफी मददगार साबित हो सकते हैं।
डॉ. नरेश पुरोहित ने इस बारे में किए गए शोध के आधार पर बताया कि तुलसी और पुदीना के पौधे कैंसररोधी गुणों से भरपूर है।
राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम से जुड़े एक शोधकर्ता चिकित्सक ने कहा है कि भारतीय जनजीवन में प्राचीन समय से ही लोकप्रिय रहे तुलसी और पुदीना कैंसर जैसे गंभीर रोगो से लडने में काफी मददगार साबित हो सकते हैं।
डॉ. नरेश पुरोहित ने इस बारे में किए गए शोध के आधार पर बताया कि तुलसी और पुदीना के पौधे कैंसररोधी गुणों से भरपूर है।
उन्होंने बताया कि शोध के दौरान त्वचा कैंसर ग्रस्त चूहों को दो समूहों
में विभाजित कर एक पर रासायनिक लेप और दूसरे समूह के चूहों पर तुलसी व
पुदीना का लेप लगाया गया गया।
ग्यारह महीने बाद देखा गया तो रासायनिक लेप वाले समूह के चूहों की तुलना में तुलसी व पुदीना के लेप वाले समूह के चूहों की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ गई थी। इसके पूर्व त्वचा कैंसर पर पुदीना एवं तुलसी के असर का अध्ययन भी किया गया था।
डॉ. पुरोहित ने अपने शोध में निष्कर्ष निकाला कि जिन चूहों को पुदीना एवं तुलसी का लेप नियमित तौर पर लगाया गया, उनकी कैंसर से लड़ने की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ गई।
उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति को कैंसर तब होता है, जब शरीर में पाए जाने वाले फ्री रेडिकल किसी कोशिका की आनुवांशिक बनावट को असंतुलित बना देते हैं।
ग्यारह महीने बाद देखा गया तो रासायनिक लेप वाले समूह के चूहों की तुलना में तुलसी व पुदीना के लेप वाले समूह के चूहों की रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ गई थी। इसके पूर्व त्वचा कैंसर पर पुदीना एवं तुलसी के असर का अध्ययन भी किया गया था।
डॉ. पुरोहित ने अपने शोध में निष्कर्ष निकाला कि जिन चूहों को पुदीना एवं तुलसी का लेप नियमित तौर पर लगाया गया, उनकी कैंसर से लड़ने की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ गई।
उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति को कैंसर तब होता है, जब शरीर में पाए जाने वाले फ्री रेडिकल किसी कोशिका की आनुवांशिक बनावट को असंतुलित बना देते हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी करें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.