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शनिवार, 21 सितंबर 2013

नाक व पलक की फुंसी :-

नाक व पलक की फुंसी :-

नाक की फुंसी
पेट की खराबी और बढ़ी हुई उष्णता के कारण कभी-कभी नाक के अंदर फुंसी हो जाती है, जिससे नाक के ऊपर हल्की-सी सूजन आ जाती है।

इस फुंसी के कारण नाक के आसपास तनाव सा बना रहता है। इसका घरेलू इलाज इस प्रकार है-

* सुबह मोगरे के ताजे 2-3 फूल 2-3 बार गहरी लम्बी साँस लेते हुए सूँघें और फूल फेंक दें। कई बार तो एक ही बार सूँघने से फुंसी मुरझा जाती है। जरूरत पड़ने पर तीन दिन लगातार यह प्रयोग करें।

पलक की फुंसी : कभी-कभी आँख की पलक पर या नीचे के हिस्से में फुंसी उठ आती है। इसे गुहेरी कहते हैं। इसके होने का कारण भी बड़ा अजीब बताया जाता है, जो स्त्री-पुरुष अपने गुप्तांग को प्रतिदिन पानी से धोकर साफ नहीं करते, उन्हें यह फुंसी होती है। कारण जो भी हो, इसका घरेलू उपचार इस प्रकार है-

* किसी पुरानी कच्ची दीवार में चिपके हुए कोयले का टुकड़ा ले आएँ। कच्ची दीवार यानी मिट्टी की दीवार से है। एक साफ पत्थर पर थोड़ा सा पानी डालकर कोयले को घिसें, अनामिका अंगुली से इस लेप को आईने में देखते हुए सिर्फ फुंसी पर ही लगाएँ, इधर-उधर न लगने दें। थोड़ी देर में ही फुंसी का तनाव मिट जाएगा व फुंसी मुरझा जाएगी। जरूरत पड़े तब दूसरी बार भी लगा सकते हैं

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