समाज में होते जबरदस्त बदलाव कि बानगी देखिए.... जिसको लेकर मुस्लिम समाज भी अचंभित और सदमे में है......
1- भारत मे जितनी भी दरगाहें है वहां का 80% खर्चा हिन्दुओं से चलता हैfacebook और WhatsApp की वजह से हिंदुओं मे एकता औऱ जागरुकता आने लगी है ?
जिसकी वजह से अजमेर दरगाह पर जाने वाले हिंदुओं की संख्या 30% तक कम हो गया है। इस बात को लेकर वहां के खादिम लोग बहुत परेशान हैं........*सोर्सेज टॉप फाइव इंडिया लीडिंग ट्रेवल एजेंसीज* ।।
2. अब हिंदू भाई बहन लोग इतने जागरुक हो गए हैं कि कोई भी सामान सिर्फ हिंदू भाई की ही दुकान से खरीद रहे हैं, क्योंकि उन्हें यह एहसास हो गया है कि उनके द्वारा शांति दूतों के दुकान से की गई खरीदारी कहीं ना कहीं उनके अपनों के पलायन का कारण बनेगी। इस बात को लेकर सभी बड़े मस्जिदों में मंथन का दौर चल रहा है।
3. अभी तक किसी भी उपद्रव होने पर शांत रहने वाले हिंदू भाई पलट कर मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं , इसको लेकर भी शांति दूतों की फटी पड़ी है।।
4. सभी इलाकों से मिली जानकारी के अनुसार इस बार ईद पर जबरदस्त तरीके से मुसलमानों के घरों का सेवइयों का बाँयकाट किया गया है । मस्जिदों में नमाज के बाद ज्यादा से ज्यादा हिंदुओं से दोस्ती करने को औऱ उनको अपने में घर बुलाकर खाना खिलाने का जोर दिया जा रहा है।।
5. मुस्लिम एक्टर्स और देश विरोधी बयान देने वाली हीरोइनों कि फिल्मों के इनकम में भी जबरदस्त डाउन फाल आया है,
6. यह पॉइंट तो जबर्दस्त है और बिलकुल शत प्रतिशत सही है कि2014 तक मुस्लिम बनने की होड़ 2019 तक हिन्दू बनने की होड़ में तब्दील हो गई
पांच सालों में कितना बदल गया मेरा भारत
मोदी है तो यह मुमकिन हुआ है कि कोई भी सेकुलर नेता जालीदार टोपी नही पहिना पूरे चुनाव में
सोशल मीडिया से जबरदस्त फायदा हुआ है ।हिन्दू समाज को
मोबाइल नहीं यह महासमर का यंत्र सुत्र है
यह सब तेजी से फेलाना चाहिए कि
आप सबके मिलकर काम करने का नतीजा है कि पूरे चुनाव में हर पार्टी के नेता सिर्फ मंदिर की चौखट पर माथा रगड़ा है , दिग्विजय सिंह जैसा मादरजात धर्म विरोधी नेता भी हिन्दू धर्म के विरुद्ध हिम्मत नहीं जुटा पाया, इसी तरह आप की एकता बनीं रही तो बो दिन दूर नहीं रहेगा जब हर राजनैतिक पार्टी आप से पूंछ कर टिकट तय करेंगी।
ये सही लिखा किसी ने .....
जिस नरेंद्र मोदी ने
कांग्रेस-सीपीआई एक कर दी।
यूपी मे बसपा-सपाई एक कर दी।
पाकिस्तान की तबियत से धुलाई एक कर दी।
भिन्न-भिन्न टैक्स की भराई GST एक कर दी।
मुस्लिम और ईसाई की दुहाई एक कर दी।
अब्दुल की चार थी, लुगाई एक कर दी।
उस मोदी जी को Divider in Chief कह रहे हो ??
यह बदलाव अच्छा है , बदलते भारत की बदलती तस्वीर
काँग्रेस होती तो यह सब होने नहीं देती सामाजिक सद्भावना रूपी जहर के नाम पर
रामजी करें कि बस एक बात और हो जाये। आत्मरक्षा के लिए भी सब जल्दी से जल्दी आत्मनिर्भर हो जाएं।
हिन्दुओं एकता और बढ़ाओ, सन्डे वाले दिन एक निश्चित समय पर मन्दिर जाना शुरू कीजिये, रेजिडेंट्स वैलफेयर सोसायटी इसमें अहम रोल निभा सकती हैं।
आज से ही शुरू कीजिये.... Because tomorrow never comes...
सहमत हैं तो शेयर कीजिये
1- भारत मे जितनी भी दरगाहें है वहां का 80% खर्चा हिन्दुओं से चलता हैfacebook और WhatsApp की वजह से हिंदुओं मे एकता औऱ जागरुकता आने लगी है ?
जिसकी वजह से अजमेर दरगाह पर जाने वाले हिंदुओं की संख्या 30% तक कम हो गया है। इस बात को लेकर वहां के खादिम लोग बहुत परेशान हैं........*सोर्सेज टॉप फाइव इंडिया लीडिंग ट्रेवल एजेंसीज* ।।
2. अब हिंदू भाई बहन लोग इतने जागरुक हो गए हैं कि कोई भी सामान सिर्फ हिंदू भाई की ही दुकान से खरीद रहे हैं, क्योंकि उन्हें यह एहसास हो गया है कि उनके द्वारा शांति दूतों के दुकान से की गई खरीदारी कहीं ना कहीं उनके अपनों के पलायन का कारण बनेगी। इस बात को लेकर सभी बड़े मस्जिदों में मंथन का दौर चल रहा है।
3. अभी तक किसी भी उपद्रव होने पर शांत रहने वाले हिंदू भाई पलट कर मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं , इसको लेकर भी शांति दूतों की फटी पड़ी है।।
4. सभी इलाकों से मिली जानकारी के अनुसार इस बार ईद पर जबरदस्त तरीके से मुसलमानों के घरों का सेवइयों का बाँयकाट किया गया है । मस्जिदों में नमाज के बाद ज्यादा से ज्यादा हिंदुओं से दोस्ती करने को औऱ उनको अपने में घर बुलाकर खाना खिलाने का जोर दिया जा रहा है।।
5. मुस्लिम एक्टर्स और देश विरोधी बयान देने वाली हीरोइनों कि फिल्मों के इनकम में भी जबरदस्त डाउन फाल आया है,
6. यह पॉइंट तो जबर्दस्त है और बिलकुल शत प्रतिशत सही है कि2014 तक मुस्लिम बनने की होड़ 2019 तक हिन्दू बनने की होड़ में तब्दील हो गई
पांच सालों में कितना बदल गया मेरा भारत
मोदी है तो यह मुमकिन हुआ है कि कोई भी सेकुलर नेता जालीदार टोपी नही पहिना पूरे चुनाव में
सोशल मीडिया से जबरदस्त फायदा हुआ है ।हिन्दू समाज को
मोबाइल नहीं यह महासमर का यंत्र सुत्र है
यह सब तेजी से फेलाना चाहिए कि
आप सबके मिलकर काम करने का नतीजा है कि पूरे चुनाव में हर पार्टी के नेता सिर्फ मंदिर की चौखट पर माथा रगड़ा है , दिग्विजय सिंह जैसा मादरजात धर्म विरोधी नेता भी हिन्दू धर्म के विरुद्ध हिम्मत नहीं जुटा पाया, इसी तरह आप की एकता बनीं रही तो बो दिन दूर नहीं रहेगा जब हर राजनैतिक पार्टी आप से पूंछ कर टिकट तय करेंगी।
ये सही लिखा किसी ने .....
जिस नरेंद्र मोदी ने
कांग्रेस-सीपीआई एक कर दी।
यूपी मे बसपा-सपाई एक कर दी।
पाकिस्तान की तबियत से धुलाई एक कर दी।
भिन्न-भिन्न टैक्स की भराई GST एक कर दी।
मुस्लिम और ईसाई की दुहाई एक कर दी।
अब्दुल की चार थी, लुगाई एक कर दी।
उस मोदी जी को Divider in Chief कह रहे हो ??
यह बदलाव अच्छा है , बदलते भारत की बदलती तस्वीर
काँग्रेस होती तो यह सब होने नहीं देती सामाजिक सद्भावना रूपी जहर के नाम पर
रामजी करें कि बस एक बात और हो जाये। आत्मरक्षा के लिए भी सब जल्दी से जल्दी आत्मनिर्भर हो जाएं।
हिन्दुओं एकता और बढ़ाओ, सन्डे वाले दिन एक निश्चित समय पर मन्दिर जाना शुरू कीजिये, रेजिडेंट्स वैलफेयर सोसायटी इसमें अहम रोल निभा सकती हैं।
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