कंगना के घर के मलबे का बोझ उठाना शिवसेना को कैसे भारी पड़ेगा?
जब पूरी सरकार किसी एक व्यक्ति के खिलाफ हो जाये तो सरकार का ही नुकसान होता है।
कंगना ने उद्धव ठाकरे को "तू" बोल दिया अब घर भी गिरा कर इज़्ज़त नही आने वाली। bjp ने उसको Y कैटेगरी की सुरक्षा दे ही दी है। जनता में तो कंगना हीरोइन बन ही गई।
राजनीति सत्ता का खेल है। पिछले बिहार चुनाव में bjp और नीतीश ने एक दूसरे को भर-भर के गालियां दी । इनके समर्थक आपस मे जम के लड़ लिए, 2 साल बाद इन दोनों ने हाथ मिला लिया।
हो सकता है 6 महीने बाद bjp- सेना एक साथ हो जाएं और कंगना को साइड में कर दें। बड़े नेता पावर के लिए ईगो छोटा कर लेते हैं।
अभी के लिए तो कंगना ने महाराष्ट्र सरकार को शह और मात दे दी।
ये भी मुम्बई के हाल हैं,BMC इस पर काम करे तो ज्यादा अच्छा हो।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
टिप्पणी करें
टिप्पणी: केवल इस ब्लॉग का सदस्य टिप्पणी भेज सकता है.