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शुक्रवार, 7 जुलाई 2023

जीवन में गुरु का क्या महत्व है ?

 

चींटी कितनी छोटी

उसको यदि हरिद्वार से ऋषिकेश यात्रा करना हो तो लगभग तीन-चार जन्म लेना पड़ेगा लेकिन यही चींटी हरिद्वार जाने वाले व्यक्ति के कपड़े पर चढ़ जाए तो सहज यही तीन-चार घंटे में ऋषिकेश पहुंच जाएगी।

ठीक इसी प्रकार अपने प्रयास से भवसागर पार करना कितना कठिन पता नहीं कई जन्म लग सकते हैं इसकी अपेक्षा यदि हम गुरु का हाथ पकड़ ले और उनके बताए सन्मार्ग पर श्रद्धा पूर्वक चलें तो आसानी से आपको भवसागर पार करा सकते हैं। मैंने ज्योतिष शास्त्र अपने गुरुदेव ज्योतिषाचार्य आशुतोष वार्ष्णेय प्रयागराज से सीखा जिसके कारण कोरा पर मेरे इतने सारे फॉलोअर हो गए

यह सारा श्रेय उनके द्वारा सिखाई गई ज्योतिष विद्या एवं मेरे द्वारा मेहनत करके लिखी गई ज्योतिष पर उत्तर को जाता है यानी कि भाग्य प्लस कर्म मिलकर सफलता दिलाता है यही इस उत्तर का मूल स्रोत है ।चित्र सोर्स है गूगल इमेजेस।

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