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गुरुवार, 14 दिसंबर 2023

गाते समय बार-बार गला बैठ जाता है, क्या करें?

गाते समय बार-बार गला बैठ जाता है, क्या करें?



आपको अपनी गायन तकनीक बदलने की जरूरत है शायद। गला बार बार बैठना ये दर्शाता है कि आप गाते समय गले पर ज्यादा जोर दे रहे हैं जबकि आपको गाते समय नाभि पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए संगीत की भाषा में इसे कहते हैं पेट से गाना वास्तव में इसका अर्थ होता है गहरी सांस के साथ गाना ।शायद आपने अपने प्रारंभिक अभ्यास ठीक से नहीं किए या सीधे गाना गाना ही शुरू कर दिए हैं तो बेहतर होगा कि सबसे पहले किसी संगीत के गुरु से आधारभूत जो अभ्यास होते हैं उनको सीखिए और उनका नियमित अभ्यास करिए और इसके अलावा आपको अपनी जो गायन की रेंज है उसे भी समझना होगा। बहुत बार आप कोई गाना सुनते हैं जो कि ऊपर के स्वर में गाया गया है सुनकर अच्छा लगता है बहुत जल्दी उसे गाने का प्रयास करने लगते हैं जबकि आपको हमेशा अपनी जो आपकी सामान्य आपके गले का विस्तार है उसके अंतर्गत ही गाना चाहिए कम से कम शुरू में प्रारंभिक वर्षों में इसका बहुत ध्यान देने की आवश्यकता है फिर धीरे-धीरे कुछ वर्षों में अभ्यास करते करते आप अलग-अलग स्केल पर भी गा सकेंगे और अभ्यास करते समय सबसे जरूरी है नियमित अभ्यास प्रतिदिन दूसरी चीज की अपने विश्राम का भी ध्यान दीजिए ।कई बार हल्का गुनगुना पानी पीने से समस्या कम हो जाती है लेकिन तकनीक बहुत महत्वपूर्ण है। ज्यादा जल्दी बाजी ना करें क्योंकि गले को सही से तैयार होने में थोड़ा समय लगता है आप ज्यादा से ज्यादा इतना कर सकते हैं कि सुबह और शाम दोनो वक्त अभ्यास करिए लेकिन गले को बाकी समय पर विश्राम दीजिए।

नाभी से गाने पर ध्यान दीजिए।

थोड़ा आसन प्राणायाम करिए।

भोजन पर ध्यान दीजिए।

विश्राम पर ध्यान दीजिए।

अपना अभ्यास धीरे धीरे बढ़ायें।

गाते समय गाला बैठ जाने के शरीरिक और मानसिक दोनों तरह के कारण हो सकते हैं।

शारीरिक कारण-

•अपनी क्षमता से अधिक ऊंचे स्वर में गाना

• गला खराब होना

•टॉन्सिल्स की समस्या

•टी.बी. / गले में गिल्टी/अन्य कोई बीमारी

•कान के अंदर कोई समस्या

•गले की नसों का कमज़ोर होना

•अंदरूनी रूप से शारीरिक कमज़ोरी

•लंबी बीमारी

• खाना खाने के बाद तुरंत गाना

•ठंडी व खट्टी वस्तुओं का अत्यधिक सेवन

•काफी देर तक गाने के बाद तुरंत ठंडा पानी पी लेना।

मानसिक कारण—

•आत्मविश्वास कम होना

•भीड़ का भय

•खुद को नकार दिए जाने का डर

•ध्यान केंद्रित न कर पाना

• भूलने की समस्या

•तनाव

•चिंता

•जानकारी व रियाज़ की कमी

•खुद को कमतर समझना

•दब्बू प्रवृत्ति

•बेमन से गाना

• अपनी क्षमता से अधिक करने की कोशिश का असफल हो जाना

•आलोचना न सहन कर पाना

•मूड अच्छा न होना

ऐसे अन्य कई कारण हो सकते है। परंतु यदि आप ठान लें तो इन सब कारणों पर विजय पाई जा सकती है।धीरे धीरे स्तिथियां क़ाबू में आने लगती है तो आपका आत्मविश्वास भी बढ़ जाता है और गाते समय आपका गला नहीं बैठता।

अकेले में गा कर अपनी आवाज़ को रिकॉर्ड करके उसका विश्लेषण करना ,कमियां ढूढ़ना, और उन्हें दुरुस्त कर के गाने की प्रक्रिया सुधार की ओर ले जाती है।

आलोचना को स्वस्थ रूप से ग्रहण करते हुए खुद में सुधार करने को अपनी आदत बनाएं।जहां कहीं भी मौका मिले उसे सीखें न कि कॉपी करें।

गाना गाने के लिए अपने गले को कैसे ठीक करें?
गीत गाने के लिए मन में दृढ़ता और धैर्य का होना जरूरी है | अपने स्वरों को मीठा बनाने के लिए हर रोज कम से कम 1 घंटा वक्त दें यानि बिना नागा रियाज़ करें | स्वरों की लोच पर ध्यान दें | गाना आपके दिल की गहराइयों से निकले और उसमें ऐसी कशिश हो कि सुनने वाला आपके गाने का लोहा मान ले |

आवाज को मीठा बनाने के लिए लौंग, मुलहठी, काली मिर्च, अदरक, मीठी सौंफ इनमें से कोई एक चीज मिश्री के साथ चूसें | इससे गले में रुकावट डालने वाला कफ साफ हो जाता है और गला भी मीठा हो जाता है | पंसारियों के पास एक जड़ मिलती है, जिसे वरा या वर्रे कहा जाता है | इसका नाम वचा भी है | १ रत्ती शहद के साथ दिन में सिर्फ एक बार चाटें | 40 दिन में आपकी आवाज कोयल की तरह मीठी हो जाएगी | तली चीजें, आचार आदि खट्टा, दही, लाल मिर्च न खाएं |

बैठा गला ठीक करने के घरेलू उपाय | 
Sore Throat Home Remedies 

नमक का पानी 
बैठे गले की दिक्कत को दूर करने में नमक का पानी (Salt Water) बेहद असरदार होता है. नमक के पानी से गरारा करने पर गला साफ होता है, इंफ्लेमेशन कम होती है और मुंह में जमा बैक्टीरिया निकल जाता है. गले में अगर बलगम जमी होती है तो उसे दूर करने में भी नमक का पानी फायदा दिखाता है. 

अदरक की चाय 
छोटे टुकड़ों में अदरक (Ginger) को काटिए और एक कप पानी में उबालकर पी लीजिए. इसमें स्वाद के लिए हल्का शहद भी डाला जा सकता है. इससे बैठा गला ठीक होने लगता है और सूजन से भी राहत मिल जाती है. 


अदरक और नींबू का रस 
अदरक और नींबू के रस के साथ सेवन से गले को आराम मिलता है. आपको 2 से 3 चम्मच अदरक का जूस और बराबर मात्रा में ही नींबू का रस साथ लेकर मिलाना है. इस मिश्रित रस को पीने पर गले की दिक्कतें दूर होती हैं. दिन में 2 बार इस नुस्खे को आजमाया जा सकता है. 

लहसुन और शहद 
लहसुन सूजन को कम करने में असर दिखाता है. गला सूज गया है या फिर गला बैठने (Gala Baithne) के साथ-साथ गले में दर्द है तो लहसुन को हल्का भूनकर शहद के साथ खाया जा सकता है. लहसुन को सादा भी भूनकर खा सकते हैं.  

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