लोगों को ठगने का नया तरीका
चित्र में जो वेबपेज दिख रहा है ये सीआरपीएफ के नाम से है, इसमें लिखा है कि मेरा डिवाइस लॉक कर दिया गया है क्योंकि मैंने ऐसा पेज खोलना चाहा है जो भारतीय नियमों के अंतर्गत प्रतिबंधित है। यदि मुझे लैपटॉप अनलॉक करना है तो अर्थदंड भरना पड़ेगा तैंतीस हजार रुपए।
यदि मैं अर्थदंड भरे बिना लैपटॉप को अनलॉक करता हूँ तो बिलासपुर पुलिस की रैपिड रेस्पॉन्स टीम मुझे गिरफ्तार कर लेगी।
अब इसमें ठगाने जैसा क्या है ?
यह जो वेबपेज है वह खुलने पर फुल स्क्रीन हो जाता है जिसके कारण जब कोई व्यक्ति पेज के बैक बटन पर क्लिक करता है तो वह काम नहीं करता। मैंने भी पहले यही किया था, मैं सोचा बैक काहे नहीं हो रहा है और क्लोज भी नहीं हो रहा है चक्कर क्या है !!!
मेरी जगह कोई और होता तो वह यही समझता कि उसका कंप्यूटर सही में लॉक हो गया है और अब तक शायद अपना डेबिट कार्ड निकाल लेता अर्थदंड भरने के लिए। किंतु मैं भी ऐसा करूँ तो साइबर सिक्योरिटी पढ़ने का लाभ क्या हुआ। मैंने कीबोर्ड पर Esc बटन दबा दिया तो पेज फुल स्क्रीन मोड से बाहर आ गया, तब मुझे समझ में आया ये चक्कर है रे बाबा।
वास्तव में यह वेबपेज किसी chaturbatte.store का है सीआरपीएफ का नहीं। पुलिस से बचने के लिए लोग पैसे भरेंगे ही यह सोच के किसी ने इसे बनाया है।
यही है सोशल इंजीनियरिंग, जिसमें चोर लोग मानवीय भावनाओं का उपयोग अपने लाभ के लिए करते हैं।
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