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सोमवार, 7 सितंबर 2020

मोदी जी अपनी अगली पूजा अर्चना अब वो कैलाश मानसरोवर पर्वत पर करेगें

नरेद्र मोदी जी ने दाढी क्यों बढाई, कब काटेंगें???? 
भारत का सीक्रेट मिशन, जिसने चीन से छुडाई कब्जाई जमीन
जानिए मोदी जी क्या है प्रतिज्ञा??? 

मैनें पहले भी मोदी जी की दाढी का रहस्य का हिंट लिखा था , किन्तु आज खुलासे का समय आ गया है, सो खोल रहा हूं ၊
मोदी जी अपनी अगली पूजा अर्चना अब वो कैलाश मानसरोवर पर्वत पर करेगें.

शिव स्थली को पुनः प्राप्त करने के राजसूय यज्ञ की ओर बढ़ रहा हिन्दुराजा...... नर + इंद्र मोदी....

जिस प्रकार राम मंदिर निर्माण कार्य से पूर्व मोदी जी  अयोध्या नगरी नहीं गये थे, क्योंकि उन्होंने शपथ ली थी , ठीक उसी प्रकार  नरेंद्र मोदी जी कैलाश मानसरोवर यात्रा पर भी नही गए, जबकि वो शिव जी के परम भक्तों में हैं ၊
ये चीन से अक्साई भारत पुनः प्राप्त करने के बाद ही बाबा शिव के दर्शनार्थ कैलाश मानसरोवर पूजा अर्चना के लिए जाएंगे

चीन के विघटन की तैयारी करता हिन्दुराजा नरेंद्र मोदी....
18देशों के गुप्त साथ के समर्थन के बाद अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप को पुनः सत्ता में लाने के लिए एक युद्ध बहुत जरूरी हो गया है और इस बार अमेरिका ने मोदी के साथ मिलकर चीन के विघटन की तैयारी शुरू कर दी है....
जल्द चीन के आधिपत्य वाले ताइवान व तिब्बत के तेवर भी तेज रफ्तार पकड़ने वाले हैं....
उसके अलावा18 देश जिनसे चीन विस्तारवादी नीतियों के षड्यंत्र के तहत उनकी सीमाओं पर कब्जा जमा बैठा है उनको भी जल्द रणनीतिक व कूटनीतिक समर्थन नरेंद्र मोदी देने वाले हैं

चीन के विघटन के बाद एशिया जम्बूद्वीप में अखण्ड भारत में बहुत बड़ा भारत भूमि का खण्ड पुनः प्राप्त करने के साथ ही अखण्ड भारत की आधारशिला नरेंद्र मोदी जी सेना के पराक्रम की शक्ति के बल पर पुनर्स्थापित करेंगे

इजरायल से अनेक प्रकार के गुप्त हथियार भारत में लाए जा रहे हैं जिनका अमेरिका के अलावा अन्य को कोई आभास नहीं है

 नरेंद्र मोदी के आदेश पर गुप्त ठिकानों पर ब्रह्मोस परमाणु हथियारों की तैनाती की गई है और सुखोई लड़ाकू विमानों की तैनाती की गई है
इसके अलावा स्वदेशी तोप धनुष की तैनाती बड़ी संख्या में कई स्थानों पर की गई है

चिनूक मालवाहक हेलीकॉप्टर से भीष्म टैंक चीनी टैंकों को उड़ाने वाली रेंज में तैनात किए गए हैं

आस्ट्रेलिया के भी युद्धक जंगी युद्धपोतों को चाइना सी की ओर मोड़ दिया गया है.

हिन्द महासागर में विश्व का सबसे शक्तिशाली विमानवाहक युद्धपोत रोनाल्ड रीगन अपने पूरे बैटल ग्रुप के 50 से ज्यादा युद्धपोत के साथ तैनात किया गया है

रोनाल्ड रीगन के बाद 2 और परमाणु हथियारों से लैस अमेरिकी विमानवाहक युद्धपोतों को भी पिछले सप्ताह चीनी सागर में तैनात कर दिया गया है

चीन के अन्य देशों से सीमा विवादित क्षेत्रों में सम्बंधित देशों ने अपनी अपनी सीमा सुरक्षा बलों की जगह फ़ंट्रीयर कोर डिविजन की तैनातियों की तैयारी शुरू कर दी है

इन सब तैयारियों को पूरा करने के बाद ही 29व 30 सितंबर की रात में सिर्फ 5 घण्टे के समय में  4 हजार मीटर ऊंचाई पर स्थित ब्लैक टॉप पर कब्जा करने के लिए अजित डोभाल की स्पेशल फोर्स व सिख इंफेक्ट्री को जिम्मा सौंपा गया था, जिन्होंने तय समय से 1 घण्टे पहले ही शीर्ष छोटी पर स्थापित चीनी बंकर को कब्जे में लेकर वहां पर लगे चाइना के CCTV၊  कैमरे व सेटेलाईट सर्विलांस उपकरणों को उखाड़ फेंका और ब्लैक टॉप पर कब्जा जमा लिया
ये आपरेशन इतना गुप्त था कि सेना के प्रमुख को भी नही बताया गया था , क्योंकि टाप पोस्टों पर बैठे कुछ कांग्रेसी, वामपंथी विचारधारा के लोग भी??????? सकते थे

पूरा आपरेशन मोदी जी और अजीत डोभाल के संचालन में हुआ था ၊

इस प्रकार पहले टॉप पर पहुंच चुके सैनिकों ने चीनी टुच्चीयों को आधे रास्ते से ही वापस खदेड़ दिया
इसमें एक बारूदी सुरंग की चपेट में आने के कारण एक सैनिक वीरगति प्राप्त हुआ.
जिनके बलिदान पर हिन्दुओ को गर्व है

उनके अदम्य साहस व चुस्ती फुर्ती के कारण ही बिना कोई हिंसक झड़प के ही हिन्दू सेना ब्लेक टॉप पर कब्ज़ा करने में सफल हो सकी

सैन्य शक्ति व रणनीतिक मोर्चे पर चीन के खिलाफ बहुत से गुप्त मोर्चो पर तैयार हो गए हैं और जल्द विश्व में चीन के खिलाफ बहुत सारे मोर्चो पर कम्युनिस्ट पार्टी के वजूद को मिटाने का काम शुरू किया जाएगा.

चीन की गर्दन में हाथ डालकर नरेंद्र मोदी जी ने नेपाल, श्री लंका, पाकिस्तान व बांग्लादेश की वामपंथी दलों की फड़फड़ाहट को भी खत्म करने का मन बना लिया है၊၊
पिछले सौ सालों में अखण्ड भारत में से खंडित हुए भारत भूमि के अनमोल खंडों को पुनः हिन्दू राष्ट्र में समाहित करने के राजसूय यज्ञ का प्रारंभ  नरेंद्र मोदी जी  सेना के साथ मिलकर शुरू करेंगे  ၊

इसी कड़ी में ब्रह्मदेश, श्री लंका,भूटान, बांग्लादेश, बलूचिस्तान, सिंध, मुज्जफराबाद आदि में अजित डोभाल जी के स्पेशल कंमाडो ने अपना काम शुरू कर दिया है,

इसी कारण तो इन देशों के ग़द्दार कांग्रेसियों और वामपंथी दलों व अन्य ग़द्दार दलों के नेताओं के भारत विरोधी बयानों में एकाएक से तेजी आ गई है.

वर्तमान  नरेंद्र मोदी जी का सैन्य शक्ति का प्रचंड शक्ति सामर्थ्य पड़ोसी देशों को दिखा रहे हैं ,उसके बाद अगले प्रधानमंत्री के रूप में  योगी आदित्यनाथ जी अखण्ड भारत में से खंडित जम्बूद्वीप के खंड भूखंडों को पुनः भारत में भगवा ध्वज तले समाहित करने के अश्वमेध यज्ञ का प्रारंभ करेंगे.

योगी आदित्यनाथ के पुरुषार्थ का कीर्तिमान स्थापित करने के लिए ही तो उत्तरप्रदेश में संयोग के साथ प्रयोग किये जा रहे हैं,

ताकि आने वाले कालखंड के हिन्दुराजा योगी आदित्यनाथ की यम नियमों वाली राजधर्म की शासन व्यवस्था व नेतृत्व नीति का लौहा पूरा जम्बूद्वीप मानने लगे.....
इसी नीति के तहत  नरेंद्र मोदी जी अपने बाद के राजनीतिक उत्तराधिकारी के रूप में योगी आदित्यनाथ को स्थापित कर रहे हैं ၊
विश्व में हिंदी भाषा में उद्बोधन देना नरेद्र मोदी जी का शक्ति प्रदर्शन ही है  ၊
 शिवभक्त नरेद्र मोदी जी अगले कुछ ही दिनों में
कैलाश मानसरोवर जाकर जल्द ही (नवम्बर २०२० से पहले) महादेव का शिव तांडव स्त्रोतम गुंजायमान करेंगे ၊
और उसकी वापसी के बाद ही दाढी के बालों का त्याग होगा ၊

राज

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