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रविवार, 29 मई 2022

समाज के अविवाहित युवकों और युवतियों की आयु बढ़ती जा रही है।

 *कृपया ज़रूर पढ़ें*



          समाज में *कुंडली* मिलन के साथ साथ  *inquiry* भी एक वजह बनती जा रही है जिस कारण समाज के *अविवाहित युवकों और युवतियों* की *आयु* बढ़ती जा रही है।

     कुंडली मिलान पर कई बार चर्चाएं हुई पर inquiry पर कोई चर्चा सुनने में नहीं आती है।

  आजकल कई केसेस आ रहे हैं जहां  *समाज से inquiry गलत* मिलने पर बात आगे नहीं बढ़ पाती *मुलाकात* तक नहीं होती।

ध्यान देने की बात यह है कि आप जिस व्यक्ति से inquiry निकाल रहे हैं, वह किसी *तीसरे* व्यक्ति को कॉल करता है, तीसरा किसी *चौथे* व्यक्ति को कॉल करता है ... अगर पार्टी के *दोस्त* को कॉल लग गया तो inquiry अच्छी अगर *दुश्मन* को कॉल लगा तो inquiry गलत।

        इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि मनुष्यों में एक दूसरे के प्रति *ईर्ष्या* बहुत बढ़ गई है, ऐसे बहुत कम रिश्ते बचे हैं जिनमें खटास नहीं है।

          कुछ लोग इस *खुश फहमी* में रहते हैं कि उनकी  inquiry गलत नहीं निकल सकती.. तहकीकात करने पर पता चलता है कि इनके *प्रिय जन* और उनके *करीबी मित्र* ही इनके बारे में *गलत* बातें कहते हैं।

       यह वही *समाज* है जिसने किसी समय *प्रभु राम* , *मां सीता* से लेकर *कृष्ण* पर भी लांछन लगाए थे।

          याद रखें कि *राजा जनक* ने सीता माता को सूझबूझ कर हि प्रभु राम को सौंपा था।

   अच्छे-अच्छे घरों के पढ़े-लिखे लड़के लड़कियां 32 34 36 की उम्र तक बैठे हैं ... *कुंडली के साथ-साथ लोग inquiry में फंस रहे हैं,*

      याद रखें भगवान कृष्ण के *मामा* *कंस* थे और पांडवों के *चाचा* *धृतराष्ट्र* थे.... तो हम किस खेत की मूली है।

      *कई जगह inquiry सही मिलने के बावजूद कुछ हफ्तों में सगाई टूट रही है और कुछ महीनों में शादी टूट रहि है, इसकी वजह क्या है?...*

हमे सचेत रहने की आवश्यकता है..  *केवल बाहर की सजावट पर ध्यान ना दें  ..*

              *बच्चियों के अभिभावकों* को ज्यादा चिंता होती है क्यूकि समाज में कन्याओं की बदनामी बड़े आसानी से हो जाती है .. *कन्या* जवाब देती है तो *तेज* कहलाती है चुप रहती है तो उनको अधिक *प्रताड़ित* करते है।     
 
ध्यान रखें *फलों से लदे वृक्ष* को ही *पत्थर* मारे जाते हैं ...

       *अंततः सिर्फ और सिर्फ *मुलाकात* *करने पर ध्यान दें inquiry में ना फंसे** ...   

 इंटरेस्टेड परिवार से *मुलाकात करें* उनके घर पर जाए दुकान पर जाकर मिले और अपने *अनुभव* से जांच पड़ताल करें *अपनी बुद्धि* से डिसीजन ले .. किसी दूसरे या तीसरे की बुद्धि से डिसीजन ना लें

         *केवल मोबाइल पर व्हाट्सएप-व्हाट्सएप खेलने से कुछ नहीं होगा।*

    यदि आप 15 दिन में भी एक परिवार से *मुलाकात* करते हैं तो *साल में 26 परिवारों* से मिलना होगा और हमारे युवकों युवतियों के विवाह में शायद इतना कष्ट ना हो..

-- *एक सेवक*
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ऊपर लिखी बातें किन्ही महानुभावो को असामयिक लग सकती है,फिर भी मेंरे विचार  में यथार्थ पूर्ण है, इसे केवल काॅपी पेस्ट न कर सामाजिक मंच पर विचार विमर्श कर तथ्य परक निर्णय लिया जाना चाहिए।🙏 जय महेश


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