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बुधवार, 10 अगस्त 2011

भारत के मान्धाताओं की आँख कब खुलेगी ??


इडियट बॉक्स (टी.वी.) का प्रभाव
आज टी.वी. विडियो चेनलों से भरपूर पापाचारों के युग में धर्म और संस्कृति का तो निकंदन निकल रहा है | मर्यादा की मोत हुई जा रही है
इसे भयंकर विषम समय में इंसान अपने बुद्धिबल से या किसी भी तरह अपनी संतान को बचा पायेगा क्या. ????
इडियट बॉक्स की उपमा प्राप्त टी.वी. विडियो और चेनल के दृश्य आत्मा की परलोक में क्या दशा करेंगे यह बात सोचते ही आप चोंक उठेंगे
टी.वी. का आजकल की पीढ़ियों पर जो असर है उसे देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा की
टी.वी. ब्रह्मा, टी.वी. विष्णु, टी.वी. देवो महेश्वरः |
टी.वी. साक्षात् परम ब्रह्मा, तस्मे श्री टी.वी.गुरुवे नमः ||
आज का इंसान बीवी छोड़ने को तैयार हो सकता है पर टी.वी. नहीं छोड़ेगा | ओ पूज्य पप्पाओं और ओ परम पूज्य कहलाने वाली मम्मियों !! जागो और समझो ....
यदि आपको अपने बच्चे प्यारे है, उनका भविष्य आप सोच सकते हैं इसी बोद्धिक क्षमता है तो टी.वी. का बहिष्कार करो
आज की ताजा खबर : केनेडा की एक मासूम १४ साल की कन्या पर कुछ नराधमो ने दुष्कर्म किया| इस बर्बर कृत्य के सभी हतप्रभ रह गए | रो रो कर आँखे सूज गई और उस कन्या ने निदान किया अ
इस पापाचार का मूल टी.वी. के भयंकर सेक्सी दृश्य है | २.५ करोड़ की केनेडा की जनता है लाख हस्ताक्षर इकट्ठे करके ओटोवा में प्राईम मिनिस्टर को हाथो हाथ पत्र लिखकर अवगत कराया और धमकी भरे शब्द में विनती की कि यदि टी.वी. पर अश्लील और हिंसक दृश्य बंद नहीं किये तो भयंकर परिणाम की चेतावनी दी | पूरी सेनेट ने पात्र को खूब गंभीरता से लिया और पुरे देश में अश्लील और हिंसक प्रसारण पर रोक लगा दी
(भारत के मान्धाताओं की आँख कब खुलेगी ??????)

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