वो बीते हुए दिन ....
कुछ बाते भूली हुई ,
कुछ पल बीते हुए ,
हर गलती का एक नया बहाना ,
और फिर सबकी नज़र में आना ,
एक्जाम की पूरी रात जागना ,
फिर भी सवाल देखके सर खुजाना ,
मौका मिले तो क्लास बंक मरना ,
फिर दोस्तों के साथ कैंटीन जाना
उसकी एक झलक देखने रोज कॉलेज जाना ,
उसको देखते देखते attendance भूल जाना ,
हर पल है नया सपना ,
आज जो टूटे फिर भी है अपना ,
ये कॉलेज के दिन ,
इन लम्हों में जिंदगी जी भर के जीना ,
याद करके इन पलों को ,
फिर जिंदगी भर मुस्कुराना
कुछ बाते भूली हुई ,
कुछ पल बीते हुए ,
हर गलती का एक नया बहाना ,
और फिर सबकी नज़र में आना ,
एक्जाम की पूरी रात जागना ,
फिर भी सवाल देखके सर खुजाना ,
मौका मिले तो क्लास बंक मरना ,
फिर दोस्तों के साथ कैंटीन जाना
उसकी एक झलक देखने रोज कॉलेज जाना ,
उसको देखते देखते attendance भूल जाना ,
हर पल है नया सपना ,
आज जो टूटे फिर भी है अपना ,
ये कॉलेज के दिन ,
इन लम्हों में जिंदगी जी भर के जीना ,
याद करके इन पलों को ,
फिर जिंदगी भर मुस्कुराना
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