फिर भी मैं अपना एक अनुभव आपसे साझा करना चाहूंगा जो शायद आपको काम आएगा |
मेले
, बज़ारो जैसी जगहों पर अक्सर कुछ लोग एस.डी कार्ड बेचते दिखाई पड़ते हैं |
कीमत पूछो तो बहुत कम कीमत बताते हैं जिससे हम उनकी तरफ आकर्षित हों और
खरीदने के लिए हमारा मन व्याकुल हो जाये | एक ऐसा ही अनुभव मेरे साथ हुआ था
जब मैं सूरत शहर के शनिवारी बाजार में घूमने के लिए गया था |
मैं
जब शनिवारी बाजार में था वह कुछ लोग एस.डी. कार्ड बेचते लोग दिखाई पड़े |
उसे देख कर मैंनें 32GB की कीमत पूछी तो उन्होंने २५०रुपए के करीब बताई |
मैंने २०० रुपये में माँगा तो उन्होंने इंकार कर दिया | पर मुझे जरुरत थी
इस लिए मैंने लेने का फैसला कर लिया |
ऐसी
बात नहीं है कि मुझे शंका नहीं हुई, हां मुझे शक हुआ था की कही ये कार्ड
नकली तो नहीं | जब मैंने पूछा तो उन्होंने कहा की आप चेक कर सकते हैं | जब
मेने कार्ड मेरे फ़ोन में डाला और चेक किया तो उसमे 32GB की जगह बता रहा था |
इसलिए मैं संतुष्ट हो गया कि सब सही है | मैंने कार्ड खरीद लिया।
और
मैंने अपने फ़ोन की जो बड़ी फाइल्स थीं और मूवीज, वीडियोस जैसे चीज़े कार्ड
में डाल दी। मैं बहुत खुश था क्योंकि अब मैं अपने फ़ोन में बहुत सी पसंद की
चीज़े डाल सकता हूँ।
जब
शाम को मैं अपने घर लौटा तो देखा तो मेरे कार्ड में मैंने जो चीज़े डाली थी
वह गायब थी | मुझे कुछ नहीं समझ नहीं आ रहा था, आखिर ये क्या हुआ मैंने
कुछ और फाइल्स उसमे डाली और कुछ देर बाद देखा तो गायब थी | फिर जाकर मुझे
समझ में आया के मैं ठगा गया हूँ|
मैंने
इंटरनेट पर सर्च किया तो पता चला कि यह असल में १५ MB के कार्ड होते हैं
जिनको सॉफ्टवेर के द्वारा ३२GB,६४GB,१२०GB जितनी चाहो स्टोरेज दिखा सकते हो
|
यह है वह कार्ड :(
बोध :
ऐसी जगहों से मेमोरी कार्ड ना ले |
'सबक एक को, सीख सबको' :)
EDIT-2:
टिप्पणी मे Brijesh Sharma जी ने अपना रोचक अनुभव साझा किया जिसे आपको जरूर पढ़ना चाहिए |
धन्यवाद!
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