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सोमवार, 13 सितंबर 2021

आखिर यह डार्क वेब क्या बला है ?


डार्क वेब से सामान्य लोग अनजान बने रहें यही उनके लिए अच्छा है क्यों? क्योंकि यह जगह उनके लिए है ही नहीं, यह तो लॉ एनफोर्समेंट एजेंसीज़, जासूस, हैकर इत्यादि लोगों के लिए है। यहाँ जो काम होते हैं उनसे सामान्य जन का कोई सरोकार नहीं होता।

डार्क वेब क्या है यह जानने के पहले कुछ बातें पता होनी चाहिए। इंटरनेट पर जितना भी डाटा संग्रहित है उसे सामान्यतः तीन भागों में विभाजित किया गया है जिनके नाम इस प्रकार हैं -

सरफेस वेब, डीप वेब और डार्क वेब

चलिए तीनों के बारे में संक्षेप में जानते हैं

सरफेस वेब - दैनिक जीवन में हम इंटरनेट पर सर्च इंजन के माध्यम से जो भी काम करते हैं जैसे-कि ऑनलाइन खरीदी करना, कोरा पर प्रश्न करना उनके उत्तर पढ़ना, यह सारे क्रियाकलाप सरफेस वेब पर हो रहे होते हैं। माना जाता है कि वेब का ४% भाग ही सरफेस वेब कहलाता है।

डीप वेब - सभी प्रकार के डेटाबेस जो डाटा स्टोर करते हैं वह सब डीप वेब का भाग होता है इसे केवल अधिकृत लोग ही एक्सेस कर सकते हैं।

डार्क वेब - डीप वेब के अंतर्गत ही एक छिपी हुई दुनिया है इसे हम इंटरनेट का अंडरवर्ल्ड कह सकते हैं। इसको डार्क वेब इसीलिए कहते हैं क्योंकि यहाँ काले काम होते हैं, काले काम जैसे-कि मानव तस्करी, नशीले पदार्थों की खरीद-बिक्री, अवैध हथियारों की खरीद-बिक्री, कॉन्ट्रैक्ट किलिंग के लिए कॉन्ट्रैक्ट लेने-देने इस प्रकार के काम यहाँ होते हैं। हैकर लोग जो डेटा चुराते हैं उसको वे डार्क वेब पर ही बेचते हैं और कुछ लोग हैं जो यह डेटा खरीदते भी हैं।

हम दैनिक जीवन में हम गूगल क्रोम, माइक्रोसॉफ्ट एज, फायरफॉक्स इत्यादि वेब ब्राउज़र्स का उपयोग करते हैं इनके द्वारा डार्क वेब पर मौजूद वेबसाइट्स को एक्सेस नहीं किया जा सकता इसके लिए हमें विशेष सॉफ्टवेयर्स की आवश्यकता होती है जैसे-कि tor ब्राउज़र।

डार्क वेब पर सामान्य लोगों का जाना कितना खतरनाक है

डार्क वेब का एक्सेस करने के लिए आपको किसी की अनुमति नहीं टेक्नोलॉजी चाहिए होती है। टेक्नोलॉजी जो आपको इंटरनेट की इस अँधेरी दुनिया में ले जाए और सुरक्षित भी रखे। सामान्य सर्च इंजन जैसे-कि गूगल; याहू; बिंग; डक डक गो इत्यादि और वेब ब्राउज़र यथा- क्रोम; एज; मोजिला इत्यादि डार्क वेब का एक्सेस नहीं दे सकते क्योंकि यहाँ उपस्थित वेबसाइट्स का डोमेन .com न होकर .onion होता है, जिन्हें एक्सेस करने के लिए विशेष सॉफ्टवेयर बनाए गए हैं जिनमें से एक तो है टोर, द अनियन राऊटर ( इस पर एक अलग से उत्तर लिख रहा हूँ, बहुत ही जल्द आपको पढ़ने को मिलेगा )

डार्क वेब में स्वयं को सुरक्षित रखना अति आवश्यक है क्योंकि डार्क वेब वह जगह है जहाँ हर प्रकार के अवैध काम होते हैं, हो सकता है जब आप डार्क वेब की सैर पर हों तो वहां आप स्वयं को डिस्काउंट रेट पर बिकते हुए देखें। कहने का तात्पर्य है कि बुरे हैकर्स लोगों से उनका निजी डाटा चुराकर डार्क वेब पर बेचने के लिए डाल देते हैं और लोग इसे खरीदते भी हैं।

डार्क वेब पर जाना खतरे से खाली नहीं होता यहाँ हानिकारक सॉफ्टवेयर की भरमार होती है जो वेबपेजेस के पीछे छिपे होते हैं, गलती से आपने किसी ऐसे पेज पर क्लिक कर दिया तो वह मैलवेयर आपके सिस्टम में प्रवेश कर सकता है।

यहाँ यदि आपने सावधानी नहीं रखी तो आपकी पहचान चोरी हो सकती है, इसीलिए यहाँ जाने के लिए छद्म नाम चाहिए होता है।


वैसे भी आम आदमी को डार्क वेब में जाने की क्या आवश्यकता! यह तो हैकर; लॉ इंफोर्स्मेंट एजेंसी; जासूस और अपराधियों इत्यादि के लिए है। सरफेस वेब में ही बहुत सारा कंटेंट भरा पड़ा है उसका आनंद लीजिए।

चित्र स्रोत [1]

फुटनोट

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