इस नवविवाहिता की तस्वीरें देखिए,इन तस्वीरों को फेसबुक और इंस्टाग्राम पर देखकर किसी को भी इसकी खुशकिस्मती पर रश्क हो सकता है।
सुंदर परिधानों का चुनाव,सुरुचिपूर्ण मेकअप आधुनिकता और भौतिकता की शोभा बढ़ा रहा है।
कितनी आदर्श और प्यार से भरी जोड़ी लग रही है।संग जीने मरने की कसमें खाती हुई,साथ साथ enjoy करती हुई।
इनका रोमांटिक अंदाज प्रेम को उसकी परिभाषा बता रहा है कि जनम जनम का साथ है हमारा तुम्हारा।
कुछ और तो नहीं चाहिए होता एक अच्छी जिन्दगी में। आपको कोई कमी दिख रही है?
ये फेसबुक की इनकी ये तस्वीरें देखकर दूसरे पति पत्नी एक दूसरे को उकसाएंगे कि हमें भी इसी तरह का जीवन जीना है किन्तु क्या आपको पता है ??
इन मोहक और सुखी दिखने वाली तस्वीरों की कड़वी और वीभत्स सच्चाई ?
- इस लड़की नैन्सी की इसके ही पति यानी इसी लड़के साहिल के हाथों इसके सिर में गोली मारकर हत्या कर दी गई है।इन दोनों ने कुछ समय लिव इन रिलेशनशिप में रहने के बाद कुछ महीने पूर्व ही धूमधाम से प्रेम विवाह किया था।
हत्या करने का कारण कि पति इसके चरित्र पर शक करता था।नैन्सी के खुले विचार और मित्रों की संख्या उसको क्रोधित करती थीाजब भी वह इसको गुस्सा करके समझाता,वह दहेज के मुकदमें में फंसाने की धमकी देती थी। साहिल का कारोबार चल नहीं रहा था, वह इसकी फिजूलखर्ची से तंग आ गया था।
दूसरी ओर नैन्सी की हत्या के बाद उसके परिवार जनों ने यही इल्जाम साहिल पर लगाया कि दहेज के कारण साहिल ने नैन्सी को मारा।वह अपनी ड्रग्स के लिए नैन्सी से पैसे देने को कहता था,न मिलने पर झगड़ा किया और पत्नी को मार दिया।
पहली नजर में ये तस्वीरें दम्पत्ति के खुशहाल जीवन को दर्शाती हैं।
साहिल की सुनें तो नैन्सी दोषी लगती है कि बेचारा कितने दिन चरित्रहीन और फिजूलखर्च पत्नी को झेलता ?
नैन्सी के परिवार वाले अपना दुखड़ा बता रहे हैं कि वह दहेज के कारण उससे मारपीट व दुर्व्यवहार करता था। उनकी बेटी में ऐसा कोई दोष नहीं था।
राम जाने कि सच्चाई क्या है?
- बढ़ता भौतिकवाद,अनावश्यक खुलापन और विवेकहीनता इस दुर्घटना की जिम्मेदार है कि जिन्दगी पहले तो उलझती है और फिर जिस चक्रव्यूह में खुद ही फंसे थे,उससे निकलने और मन की शान्ति पाने के लिए कल तक जो अपने थे,उन्हीं के लोग जानी दुश्मन बन जाते हैं।
- नेट पर अपनी सुख सुविधापूर्ण सुखी जिन्दगी का प्रदर्शन करने वाले चित्र अक्सर प्रश्न उठाते हैं कि क्या वाकई इनका जीवन इतना खुशहाल है या पीतल पर चढ़ी हुई सोने की पॉलिश है?
- हम सब किसी के भी कार, कोठी, बंगले और बैंक बैलेंस से प्रभावित होने से पहले यह सोचें कि ये चीजें खुशी का कारण नहीं है।
- खुशी की चाबी सम्बन्धों के प्रेम और सौहार्द के पास होती है,जहाँ छोटी छोटी खुशियाँ बड़े उत्सव का सा आभास दे जातीं हैं।
- घर के अन्दर सुविधाओं के भंडार हों किन्तु उनको भोगने वाले लोग ही आपस में खुश न हों और अपनी तसल्ली के लिए जितनी मर्जी फोटोज खींच कर नेट पर डाल कर दूसरों को जलाते रहें,इससे उनके जीवन की गुणवत्ता को कोई फर्क नहीं पड़ता।
- अंगारों को यदि खूबसूरत चमकीले कपड़े से ढक दिया जाए तो थोड़ी देर के लिए सुंदर आभास हो सकता है किन्तु देर-सबेर उसमें आग लगती ही है।
इसीलिए यह कहा जाता है कि "हर आँखों देखी और कानों सुनी बात सच्ची नहीं होती।"
पहले विवेक से काम लें,फिर विश्वास करें।
चित्र और समाचार स्रोत:
Nancy Murder Case: पुरानी फोटो देख नैंसी पर शक करने लगा था साहिल, रची हत्या की खौफनाक साजिश
नैंसी हत्याकांड में चौंकाने वाला खुलासा, आरोपी ने शव ठिकाने लगाने के बाद यहां खड़ी की थी कार
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