अभी पिछले ही साल 24 अक्टूबर 2022 में एक फ्रांसीसी 12 साल की लड़की लोला डेवियट के बेरहम कत्ल पर पूरा फ्रांस शांत था जबकि फ्रांसीसीयों को तभी सड़कों पर उतर जाना चाहिए था।
12 साल की लोरा डेवियट एक फ्रेंच लड़की थी।
24 अक्टूबर 2022 को उसका शरीर एक सूटकेस में मिला जो टुकड़े-टुकड़े में था सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि एक अल्जीरियन मूल की मुस्लिम 25 साल की लड़की जो फ्रांस में अवैध रूप से आई थी वह उसे ले जा रही है।
अल्जीरियन मूल की मुस्लिम लड़की अपने बहन के अपार्टमेंट में रहती थी और जब पुलिस ने उसके अपार्टमेंट की तलाशी ली तब वहां लोला डेनियल के कुछ अंग मिले और वह चाकू मिला जिससे उसे काटा गया था और जब पुलिस ने जब अल्जीरिया मुस्लिम महिला के लैपटॉप को खंगाला तब पता चला कि उसके लैपटॉप में कम उम्र की सैकड़ों फ्रांसीसी लड़कियों के नंगी वीडियो है और एक वीडियो में लोला डेनियल भी दिख गई जिसमें अल्जीरियाई मूल की दोनों मुस्लिम महिलाएं लोला डेनियल को जबरदस्ती कपड़े उतारने और बाथरूम में शावर लेने के लिए बाध्य कर रही हैं यह दोनों अल्जीरिया कि मुस्लिम बहने कम उम्र की फ्रांसीसी लड़कियों के वीडियो को अवैध रिफ्यूजी और डार्क साइट पर बेचकर पैसे कमा रही थी।
फिर जब लोला डेनियल ने कहा कि वह अपने पिता को सब कुछ बताएगी तब अल्जीरियाई मुस्लिम बहनों ने लोला का बेरहमी से कत्ल कर दिया।
आप गूगल पर इस भयानक हत्याकांड के बारे में सर्च करिए आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे।
आज फ्रांस के लोग अपनी ही जनता को कोस रहे हैं कि हम कितने नीच थे हम कितने पतित थे कि हम अपनी बच्ची के लिए सड़कों पर नहीं उतर सके और वह अपने एक अपराधी 17 साल के लड़के के लिए पूरे फ्रांस को जला दिया।
कुछ साल पहले हॉलीवुड अभिनेता रिचर्ड गेरे ने भूमध्य सागर पार कर रहे अवैध मुस्लिम दंगाइयों के साथ बोट पर एक वीडियो बनाया था और इस चीज का बढ़ावा दिया था कि यूरोप वालों को अपने घर के दरवाजे खोल देनी चाहिए और इन्हें शरण देना चाहिए।
यूरोप के वामपंथी मूर्ख इस तरह की तमाम चाल को समझ नहीं पाए कभी 1 बच्चे के समुद्र के किनारे की तस्वीर दिखा कर एक माहौल बनाया गया तो कभी रिचर्ड गेरे का सहारा लिया गया किसी ने यह क्यों नहीं सोचा कि रिचर्ड गेरे तो खुद एक ऐसे देश यानी अमेरिका में रहता है जहां इतना सख्त कानून है कि अवैध प्रवासी को गोली मारने का आदेश है।
जी हां अमेरिका के बॉर्डर पेट्रोल पुलिस किसी भी रिफ्यूजी को चाहे उसके पास कोई हथियार हो कि ना हो उसे गोली मार सकती है खुद अमेरिका जैसे सख्त देश में रहने वाला रिचार्ज गिरे यूरोप को नर्क बनाने के एक वामपंथी प्रोपेगेंडा में इंवॉल्व था और आज लोग रिचर्ड गेरे से पूछ रहे हैं आओ फ्रांस में रहो।
आप सोच कर देखें इन मुस्लिम शरणार्थियों को विकसित अरब देशों में क्यूं नही जाना जो इस्लामिक आइडियोलॉजी के हिसाब से सबसे बढ़िया जगह है।काफिरों के देश ही क्यों जाना 🤔
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